मनोरंजन की चकाचौंध दुनिया सभी को अपनी ओर आकर्षित करती है। ग्लैमर वर्ल्ड को देख ज्यादातर लोग अपने सपने को साकार करने मायानगरी मुंबई पहुंचते हैं। अपनी काबिलियत और हुनर के दम पर इंडस्ट्री में अपनी पहचान और जगह बनाने के लिए वे लोग जद्दोजहद करते हैं। उनमें से कुछ की मेहनत रंग लाती है और किस्मत साथ देती है तो वे फिल्म इंडस्ट्री में अपना अलग मुकाम हासिल कर लेते हैं। बॉलीवुड में राज करने वाले कुछ सितारे ऐसे ही हैं, जो छोटे शहरों और कस्बे से निकलकर मुंबई पहुंचे। अपने दमदार अभिनय के दम पर वे आज करोड़ो लोगों के दिलों पर राज करते हैं। चलिए जानते हैं उन सितारों के बारे में, जो गांव की मिट्टी से निकलकर बॉलीवुड में छाए...
Celebs: गांव की मिट्टी की खुशबू के साथ सपने लिए मायानगरी पहुंचे ये सितारे, काबिलियत के दम पर अभिनय से जीता दिल
पंकज त्रिपाठी
इस लिस्ट में सबसे पहला नाम आता है पंकज त्रिपाठी का। ‘मिर्जापुर के कालीन भईया’ की तो दुनिया दीवानी है। बिहार के गोपालगंज जिला के बेलसंड गांव से आने वाले पंकज त्रिपाठी बॉलीवुड में लंबे वक्त से काम कर रहे हैं। हालांकि, फिल्मी दुनिया की चमक-धमक भी पंकज त्रिपाठी को बदल नहीं पाई है और यही उनकी खासियत है। पंकज त्रिपाठी का देसी अंदाज दर्शकों को खूब भाता है।
इस लिस्ट में अगला नाम आता है मनोज बाजपेयी का। बॉलीवुड के प्रतिभाशाली अभिनेता की लिस्ट में मनोज का नाम जरूर शामिल किया जाता है। बिहार के छोटे से गांव बेलवा के रहने वाले मनोज की एक्टिंग की कायल पूरी दुनिया है, लेकिन उन्होंने यह कामयाबी रातों रात नहीं मिली। इस कामयाबी के लिए उन्होंने कई साल तक काफी संघर्ष किया है।
कंगना रणौत
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रणौत का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। कंगना हिमाचल प्रदेश के छोटे से टाउन भांबला की रहने वाली हैं। फिल्मों में काम करने के लिए उन्होंने पहले अपने परिवार वालों से संघर्ष किया और बाद में फिल्म इंडस्ट्री में भी उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि, आज कंगना ने मेहनत के दम पर बॉलीवुड में राज कर रही हैं और वह तीन नेशनल अवॉर्ड भी जीत चुकी हैं।
जयदीप अहलावत
जयदीप अहलावत भी छोटे से गांव से ही ताल्लुक रखते हैं। उनका गांव भले ही छोटा हो, लेकिन अभिनय के मामले में जयदीप का कद बहुत बड़ा है। 'पाताल लोक' में काम करने के बाद जयदीप की फैन फॉलोइंग में जबर्दस्त इजाफा हो चुका है। हालांकि, इस कामयाबी को पाने के लिए उन्होंने लंबा संघर्ष किया है।