भीड़ हिंसा की घटनाओं के लेकर 49 हस्तियों के हस्ताक्षर वाली एक चिट्ठी सुर्खियों में हैं। यह चिट्ठी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी गई है, जिसमें देश के अंदर नस्लीय और जातीय धार्मिक हिंसा पर नाराजगी जताई गई है। इस चिट्ठी में डायरेक्टर मणिरत्नम के भी हस्ताक्षर थे। लेकिन बाद में इस बाद खुलासा हुआ कि मणिरत्नम ने ऐसी किसी भी चिट्ठी पर हस्ताक्षर नहीं किए। अब अशोक पंडित इन हस्तियों को बरसाती मेंढ़क बताया है।
एक टीवी शो के दौरान अशोक पंडित ने कहा, '2019 में ये बरसाती मेढक बाहर आकर फिर से शोर मचा रहे हैं। चुनाव से पहले इनसे कह दिया गया है कि निकलो बाजार में और देश को गालियां देना शुरू कर दो। ये लोग विदेशों में देश को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर हम अपने देश में जय श्री राम नहीं बोलेंगे तो कहां बोलेंगे।'
अशोक पंडित ने पत्र लिखने वाली 49 हस्तियों को पेड एजेंट बताया और कहा कि जब भी चुनाव आने वाले होते हैं ये लोग सामने आकर मोदी सरकार के खिलाफ बोलना शुरू कर देते हैं।
इससे पहले निर्देशक मणिरत्नम की टीम ने उस चिट्ठी को खारिज कर दिया है जिसमें मणिरत्नम का भी हस्ताक्षर बताया जा रहा है। टीम के मुताबिक मणिरत्नम इस वक्त अपनी आने वाली फिल्म के प्री प्रोडक्शन काम में व्यस्त हैं। उन्होंने ऐसी किसी चिट्ठी पर न तो हस्ताक्षर किया है और न ही ऐसी कोई चिट्ठी उनके सामने सपोर्ट के लिए प्रस्तुत की गई है।
बता दें कि पीएम मोदी को भीड़ हिंसा को लेकर जो चिट्ठी लिखी गई है उसमें साहित्य, सिनेमा, इतिहास और कला जगत की 49 हस्तियों के हस्ताक्षर हैं। इन नामों में अदूर गोपालकृष्णन, रामचंद्र गुहा, अनुराग कश्यप जैसे स्टार्स का नाम भी शामिल है।