Charmme Kaur Interview: चार्मी कौर का खुलासा, ‘अभिषेक बच्चन ने मुझे देखा और बोले, आपको तो हीरोइन होना चाहिए’



‘अमर उजाला’ से एक खास मुलाकात में चार्मी कौर बताती हैं कि कैसे उन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्मों में जूनियर आर्टिस्ट के तौर पर की। फिल्म 'मैं प्रेम की दीवानी हूं' के गाने की शूटिंग के दौरान अभिषेक बच्चन के पीछे बैठने के उन्हें दो सौ रुपये मिले थे और अब उनकी 200 करोड़ की फिल्म 'लाइगर' रिलीज के लिए तैयार है। चार्मी के जीवन में एक ऐसा भी दौर आया जब उनके घरवालों के पास स्कूल की उनकी फीस भरने के पैसे तक नहीं होते।

स्कूल की फीस भरने को नहीं थे पैसे
चार्मी कौर का जन्म मुंबई से सटे वसई में 17 मई 1987 को हुआ। उनके पिता दीप सिंह भूपत का गोरेगांव पूर्व में नट बोल्ट का कारखाना था। अचानक उनको लकवा मार गया तो कारखाना बंद करना पड़ा। चार्मी कौर बताती हैं, 'पिताजी की बीमारी की वजह से फैक्ट्री बंद हुई तो हम लोग बहुत परेशानी में आ गए। स्कूल में फीस भरने तक के पैसे नहीं होते थे। कई बार तो मेरे पड़ोस के शेट्टी अंकल ने ही मेरे स्कूल का फीस भरी। पिताजी वास्तुशास्त्र के जानकार थे तो उसी के चलते घर का खर्च किसी तरह निकल आता था। मैं 13 साल की थी तब और मुझे लगने लगा था कि मुझे भी कुछ काम करना चाहिए।'

और, ऐसे मिला पहला ब्रेक
कहते हैं कि सच्चे दिल से की गई प्रार्थना कभी बेकार नहीं जाती। चार्मी कौर के साथ भी ऐसा ही हुआ। वह बताती हैं, 'एक दिन मैं गुरुद्वारे से अपने भाई कुलदीप सिंह के साथ घर आ रही थी तो रास्ते में एक कास्टिंग डायरेक्टर मिल गए। मुझे देखते ही बोले कहा कि तुम बहुत खूबसूरत हो, फिल्मों में काम करेगी? उनकी बात सुनकर मेरे भाई को गुस्सा आ गया। इस पर कास्टिंग डायरेक्टर ने बताया कि ऋतिक रोशन और करीना कपूर की एक फिल्म है। मैं गुरुद्वारे से यही प्रार्थना करके निकली थी कि वे इस संकट से मुझे निकालें और यूं लगा कि मेरी प्रार्थना सुन ली गई थी।'

घर वाले एक्टिंग के खिलाफ थे
ऋतिक रोशन और करीना कपूर की चार्मी कौर बहुत बडी प्रशंसक रही है। जब उन्होंने अपने मम्मी पापा को बताया कि उन्हें ऋतिक रोशन और करीना कपूर की फिल्म में काम करने का मौका मिला है। तो वे फिल्मों में काम करने को लेकर राजी नहीं थे। चार्मी कहती हैं, 'मैंने रात भर रो रोकर मम्मी को समझाया कि एक बार मुझे काम करने दो। इसी बहाने मैं ऋतिक रोशन, करीना कपूर और अभिषेक बच्चन से मिल लूंगी। किसी तरह से मम्मी तैयार हुई और सिर्फ एक बार काम करने की अनुमति मिली। लेकिन जब यहां से शुरुआत हुई तो बस हो गई।'