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मासूम से क्रूरता: 'दादू स्कूल क्यों बंद हुआ, अब कहां पढ़ेंगे..', बच्चे पूछ रहे ये सवाल; पिटाई मामले में नई आफत
अमर उजाला नेटवर्क, पानीपत
Published by: शाहरुख खान
Updated Wed, 01 Oct 2025 12:04 PM IST
सार
पानीपत में स्कूल की प्रिंसिपल और वैन चालक की कारगुजारी के चलते 25 बच्चों के भविष्य को अधर में लटक गया है। स्कूल पर ताला लग गया है। जिस कारण बच्चों की पढ़ाई पर संकट आ गया है।
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child beat up at school
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
दादू स्कूल बंद क्यों हुआ, अब हम कहां पढ़ेंगे...। सृजन पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले तीन-चार साल के मासूमों ने अपने दादा से ये सवाल किए तो वह कोई जवाब नहीं दे पाए। सिस्टम की लापरवाही व स्कूल संचालिका और वैन चालक की कारगुजारी ने 25 बच्चों के भविष्य को अधर में लटका दिया है।
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child beat up at school
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
करनाल जिले के खोरा खेड़ी गांव के महावीर शर्मा ने बताया कि उनके दो पोते विहान शर्मा और अवि शर्मा सृजन पब्लिक स्कूल में यूकेजी और एलकेजी में पढ़ाई करते थे। पहले स्कूल उनके गांव से सिर्फ एक किमी दूर रिफाइनरी रोड के पास था। बच्चों के प्रवेश होने और किताबें मिलने के बाद स्कूल को जाटल रोड पर घर से करीब 20 किमी दूर शिफ्ट कर दिया गया। उस समय उनके सामने बच्चों का एक साल खराब होने की चिंता थी।
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स्कूल के बाहर बच्चे और अभिभावकों से पूछताछ करते अधिकारी
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
बच्चों की पढ़ाई पर संकट
जिस कारण बच्चों को भेज दिया। लेकिन अब तो स्कूल पर ताला लग गया है। जिस कारण बच्चों की पढ़ाई पर संकट आ गया है। घरौंडा के कई स्कूलों में बच्चों के प्रवेश के लिए संपर्क किया है। बीच में प्रवेश मिलेगा या नहीं इस पर संशय बना है। वहीं, रिफाइनरी के हिमांशु गुप्ता ने बताया कि उन्होंने भी रिफाइनरी के पास होने के कारण सृजन पब्लिक स्कूल में प्रवेश कराया था। उनके तीन बच्चे एक यूकेजी और दो एलकेजी में पढ़ाई करते हैं।
जिस कारण बच्चों को भेज दिया। लेकिन अब तो स्कूल पर ताला लग गया है। जिस कारण बच्चों की पढ़ाई पर संकट आ गया है। घरौंडा के कई स्कूलों में बच्चों के प्रवेश के लिए संपर्क किया है। बीच में प्रवेश मिलेगा या नहीं इस पर संशय बना है। वहीं, रिफाइनरी के हिमांशु गुप्ता ने बताया कि उन्होंने भी रिफाइनरी के पास होने के कारण सृजन पब्लिक स्कूल में प्रवेश कराया था। उनके तीन बच्चे एक यूकेजी और दो एलकेजी में पढ़ाई करते हैं।

इसी स्कूल में बच्चों के साथ की जाती थी क्रूरता
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
फीस लेने के बाद स्कूल को घर से 20 किमी दूर शिफ्ट कर दिया गया लेकिन बच्चों का एक साल खराब न हो, उन्होंने उसी स्कूल में पढ़ाई जारी रखी। रिफाइनरी टाउनशिप से ही दीपक कुमार ने बताया कि उनके परिवार के तीन बच्चे पारस, कीरत और प्रयाग भी सृजन स्कूल में पढ़ रहे थे। अब उन्हें भी बच्चों की पढ़ाई की चिंता है।
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मामला खुलने के बाद स्कूल को सील कर दिया गया
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
नहीं पता कब तक होगा दूसरे स्कूल में दाखिला
जिस बच्चे को स्कूल में उल्टा लटकाया था उसका परिवार जाटल रोड पर ही रहता है। बच्चे की मां का कहना है कि उन्होंने मुश्किल से बच्चे की पढ़ाई शुरू कराई थी। अब अगले स्कूल में प्रवेश मिलेगा या नहीं इसकी चिंता सता रही है। मैडम ने हमें नहीं बताया था कि स्कूल की मान्यता नहीं है।
जिस बच्चे को स्कूल में उल्टा लटकाया था उसका परिवार जाटल रोड पर ही रहता है। बच्चे की मां का कहना है कि उन्होंने मुश्किल से बच्चे की पढ़ाई शुरू कराई थी। अब अगले स्कूल में प्रवेश मिलेगा या नहीं इसकी चिंता सता रही है। मैडम ने हमें नहीं बताया था कि स्कूल की मान्यता नहीं है।