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Gyan Bharatam Mission: प्राचीनता को आधुनिकता से जोड़ने की पहल, PM मोदी बोले- भारत में जैन धर्म की अहम भूमिका
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: ज्योति भास्कर
Updated Wed, 09 Apr 2025 05:01 PM IST
सार
- जैन समुदाय के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया भारत पर जैन धर्म का प्रभाव।
- ज्ञान भारतम मिशन के तहत प्राचीन धरोहरों को डिजिटल करने की कवायद
- पीएम मोदी ने 'नवकार महामंत्र दिवस' कार्यक्रम में कहा- नए संसद भवन में जैन धर्म का प्रभाव।
- लोकसभा के प्रवेश द्वार पर ऑस्ट्रेलिया से वापस लाई गई तीर्थंकर की प्रतिमा।
- भारत की पहचान बनाने में जैन धर्म की अहम भूमिका, संसद परिसर में सभी 24 तीर्थंकरों की प्रतिमा।
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पीएम मोदी ने जैन धर्म की अहमियत को रेखांकित किया
- फोटो : पीटीआई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की पहचान को सशक्त बनाने में जैन धर्म की भूमिका अमूल्य रही है। इस अनमोल विरासत को सहेजने को लेकर हमारी प्रतिबद्धता हमारे लोकतंत्र के मंदिर नई संसद में भी हर ओर दिखाई देती है। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित 'नवकार महामंत्र दिवस' कार्यक्रम की अहमियत को रेखांकित किया और कहा, इसके माध्यम से शांति, आध्यात्मिक जागृति और सार्वभौमिक सद्भाव को बढ़ावा देने का सौभाग्य मिला।
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नवकार महामंत्र दिवस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी
- फोटो : पीटीआई
संसद में दिखती है जैन धर्म की अहमियत
जैन धर्म से जुड़े प्रतीकों का देश की संसद में उपयोग किए जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा, लोकतंत्र के मंदिर नए संसद भवन में जैन धर्म का प्रभाव देखा जा सकता है...लोकसभा के प्रवेश द्वार पर तीर्थंकर की प्रतिमा है। यह प्रतिमा ऑस्ट्रेलिया से वापस लाई गई है...दक्षिणी भवन की दीवारों पर सभी 24 तीर्थंकरों को देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि संविधान गैलरी की छत पर भगवान महावीर की अद्भुत पेंटिंग है।
ये भी पढ़ें- Navkar Mahamantra: PM मोदी ने किया नवकार महामंत्र का जाप; बोले- भारत ऊंचाई छुएगा, पर अपनी जड़ों से नहीं कटेगा
जैन धर्म से जुड़े प्रतीकों का देश की संसद में उपयोग किए जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा, लोकतंत्र के मंदिर नए संसद भवन में जैन धर्म का प्रभाव देखा जा सकता है...लोकसभा के प्रवेश द्वार पर तीर्थंकर की प्रतिमा है। यह प्रतिमा ऑस्ट्रेलिया से वापस लाई गई है...दक्षिणी भवन की दीवारों पर सभी 24 तीर्थंकरों को देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि संविधान गैलरी की छत पर भगवान महावीर की अद्भुत पेंटिंग है।
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नवकार महामंत्र दिवस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी
- फोटो : पीटीआई
भारत में जैन धर्म की अतुल्य भूमिका, सरकार ज्ञान भारतम मिशन शुरू करेगी
पीएम मोदी ने विश्व कल्याण का जिक्र करते हुए जैन धर्म के दर्शनों के अलग-अलग पहलुओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, जैन धर्म जितना वैज्ञानिक है, उतना ही संवेदनशील भी। युद्ध, आतंकवाद और पर्यावरण की चुनौतियों का हल भी इसके मूल सिद्धांतों में समाहित है। भारत की पहचान में जैन धर्म की अतुल्य भूमिका को रेखांकित करने के अलावा प्रधानमंत्री ने सरकार की तरफ से होने वाले प्रयासों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, 'हम ज्ञान भारतम मिशन शुरू करने जा रहे हैं। इसके तहत हमारा संकल्प प्राचीन धरोहरों को डिजिटल करके प्राचीनता को आधुनिकता से जोड़ने का है।'
ये भी पढ़ें- PM Modi Gift Photos: थाईलैंड दौरे पर पीएम मोदी ने दिए बेशकीमती तोहफे; आंध्र-UP-CG-बिहार की कलाकृतियां शामिल
पीएम मोदी ने विश्व कल्याण का जिक्र करते हुए जैन धर्म के दर्शनों के अलग-अलग पहलुओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, जैन धर्म जितना वैज्ञानिक है, उतना ही संवेदनशील भी। युद्ध, आतंकवाद और पर्यावरण की चुनौतियों का हल भी इसके मूल सिद्धांतों में समाहित है। भारत की पहचान में जैन धर्म की अतुल्य भूमिका को रेखांकित करने के अलावा प्रधानमंत्री ने सरकार की तरफ से होने वाले प्रयासों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, 'हम ज्ञान भारतम मिशन शुरू करने जा रहे हैं। इसके तहत हमारा संकल्प प्राचीन धरोहरों को डिजिटल करके प्राचीनता को आधुनिकता से जोड़ने का है।'
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नवकार महामंत्र दिवस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी
- फोटो : पीटीआई
नवकार महामंत्र समाज को राह दिखाता है...
बकौल पीएम मोदी, नवकार महामंत्र सही मायने में ध्यान, साधना और आत्मशुद्धि का मंत्र है। यह हमारी आस्था का केंद्र है। इसका महत्त्व सिर्फ आध्यात्मिक नहीं है, बल्कि ये स्वयं से लेकर समाज तक सबको राह दिखाता है। बुधवार के आयोजन के दौरान जैन धर्म के सबसे पूज्य और सार्वभौमिक मंत्र 'नवकार महामंत्र' के सामूहिक उच्चारण के दौरान विश्व कल्याण की कामना की गई।
मंत्र इस प्रकार है-
बकौल पीएम मोदी, नवकार महामंत्र सही मायने में ध्यान, साधना और आत्मशुद्धि का मंत्र है। यह हमारी आस्था का केंद्र है। इसका महत्त्व सिर्फ आध्यात्मिक नहीं है, बल्कि ये स्वयं से लेकर समाज तक सबको राह दिखाता है। बुधवार के आयोजन के दौरान जैन धर्म के सबसे पूज्य और सार्वभौमिक मंत्र 'नवकार महामंत्र' के सामूहिक उच्चारण के दौरान विश्व कल्याण की कामना की गई।
मंत्र इस प्रकार है-
- नमो अरिहंताणं॥ नमो सिद्धाणं॥ नमो आयरियाणं॥ नमो उवज्झायाणं॥ नमो लोए सव्वसाहूणं॥ एसो पंच नमोक्कारो। सव्व पावप्पणासणो। मंगलाणं च सव्वेसिं, पडमं हवई मंगलं।।
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नवकार महामंत्र दिवस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी
- फोटो : पीटीआई / एएनआई
108 से अधिक देशों के लोग शामिल हुए
गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने बीते सोमवार अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिये लोगों से नवकार महामंत्र दिवस में हिस्सा लेने का आह्वान किया था। खबरों के मुताबिक 100 से अधिक देशों के लोग इसमें शामिल होकर वैश्विक शांति, एकता और आध्यात्मिक जागृति के मंत्रोच्चार के साक्षी बने। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 'नवकार महामंत्र दिवस' एक वैश्विक पहल है, जिसमें 108 से अधिक देशों के लोग भाग लेंगे। इसका उद्देश्य शांति, आध्यात्मिक जागरूकता और सार्वभौमिक सद्भाव को बढ़ावा देना है।
गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने बीते सोमवार अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिये लोगों से नवकार महामंत्र दिवस में हिस्सा लेने का आह्वान किया था। खबरों के मुताबिक 100 से अधिक देशों के लोग इसमें शामिल होकर वैश्विक शांति, एकता और आध्यात्मिक जागृति के मंत्रोच्चार के साक्षी बने। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 'नवकार महामंत्र दिवस' एक वैश्विक पहल है, जिसमें 108 से अधिक देशों के लोग भाग लेंगे। इसका उद्देश्य शांति, आध्यात्मिक जागरूकता और सार्वभौमिक सद्भाव को बढ़ावा देना है।