Interview Preparation: आज की कॉरपोरेट दुनिया और प्रतिस्पर्धी माहौल में नियोक्ता ऐसे युवाओं को तवज्जो देते हैं, जो सिर्फ काम ही न करें, बल्कि समस्याओं के समाधान के नए विचार भी लेकर आएं। अब वे व्यावहारिक बुद्धिमत्ता (प्रैक्टिकल इंटेलिजेंस), भावनात्मक संतुलन (इमोशनल बैलेंस) और रचनात्मक समस्या समाधान कौशल (क्रिएटिव सॉल्विंग स्किल्स) को भी परखते हैं।
इसी वजह से स्थितिजन्य और व्यावहारिक साक्षात्कार प्रश्नों का चलन बढ़ गया है, जो आपकी वास्तविक सोच, समझ, नेतृत्व क्षमता तथा भावनात्मक बुद्धिमत्ता को परखते हैं। यहां कुछ तरीके बताए गए हैं, जिनकी मदद से आप अप्रत्याशित सवालों के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं।
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Interview Tips
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सवालों के पैटर्न को पहचानें
इंटरव्यू में ऐसे प्रश्नों की शुरुआत अक्सर इस तरह होती है-'क्या आप उस समय के बारे में बता सकते हैं, जब आपने...?' या 'अगर ऐसा हो, तो आप क्या करेंगे?' ऐसे सवाल आपके व्यक्तित्व, दृष्टिकोण और समस्या-समाधान की वास्तविक क्षमता को उजागर करते हैं।
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स्टार्ट (टी) या कार्ल विधि का इस्तेमाल
साक्षात्कार के दौरान अपने जवाबों को प्रभावी, सटीक और यादगार बनाने के लिए आप स्टार्ट (टी) या कार्ल विधि का इस्तेमाल कर सकते हैं। स्टार्ट (टी) का अर्थ है-सिचुएशन (स्थिति), टास्क (कार्य), एक्शन (क्रिया), रिजल्ट (परिणाम) और अंत में टेकअवे (सीख)। वहीं, कार्ल (सीएआरएल) विधि में कॉन्टेक्स्ट (संदर्भ), एक्शन (क्रिया), रिजल्ट (परिणाम) और लर्निंग (अधिगम) शामिल हैं। यह तरीका दिखाता है कि आप परिस्थितियों से कैसे सीखते हैं और भविष्य में उन्हें बेहतर निर्णयों में कैसे बदलते हैं।
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दृष्टिकोण की स्पष्ट झलक
जब आप अलग-अलग विभागों व विशेषज्ञता वाले लोगों के सामने इंटरव्यू दे रहे हों, तब अपने उत्तर को इस तरह से ढालें कि वह दिखा सके कि आपने कैसे विभिन्न विचारों, कौशल और टीमों को एकजुट किया और किसी जटिल समस्या का समाधान निकाला। इसके लिए तकनीकी शब्दों को सरल बनाकर ऐसे उदाहरण दें, जो असरदार हों और आसानी से समझे जा सकें। इससे आपके दृष्टिकोण और विशेषज्ञता की स्पष्ट झलक मिलती है।
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कम समय में ज्यादा असर
आपके जवाब इतने स्पष्ट और केंद्रित होने चाहिए कि वे दो मिनट से कम समय में ही असर छोड़ जाएं। इंटरव्यू में उन्हीं उम्मीदवारों को पसंद किया जाता है, जो जटिल बातों को सरल भाषा में समझा सकें और बता पाएं कि क्या जरूरी है और क्या नहीं।
इसलिए, दो मिनट में अपनी सोच, अनुभव और समाधान को प्रभावी ढंग से व्यक्त कर पाने की कला सीखें। आखिर में, उत्तर समाप्त करने के बाद एक पेशेवर और विनम्र रवैया दिखाएं। साक्षात्कारकर्ता से पूछें कि क्या मैं अपनी बात स्पष्ट रूप से रख पाया? या क्या मेरे उत्तर से आप संतुष्ट हैं, अथवा क्या आप कुछ और विस्तार से जानना चाहेंगे?