Diwali Tips: दीपावली का त्योहार देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। पूरा देश रोशनी और उल्लास में डूबा हुआ है। चारों तरफ घर सजे हुए हैं, लोग एक दूसरे के साथ प्यार और खुशियां बांट रहे हैं, त्योहार का आनंद ले रहे हैं। मगर दिवाली के उत्साह के बीच एक छोटी-सी लापरवाही आपकी आंखों के लिए खतरा बन सकती है। दिवाली पर पटाखे जलाते समय उड़ती चिंगारी, धुआं या राख आंखों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। कुछ मामलों में तो इससे आंखों की रोशनी तक जाने का खतरा हो सकता है।
Diwali 2025: पटाखे जलाते समय जरा सी लापरवाही से जा सकती है आंखों की रोशनी, अपनाएं ये जरूरी सेफ्टी टिप्स
- इस दिवाली, रोशनी और पटाखों के साथ जश्न मनाने के साथ-साथ आंखों की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दें। थोड़ी सी सावधानी बरतकर आप किसी गंभीर संकट से बचे रह सकते हैं।
- आइए डॉक्टर से समझते हैं कि पटाखे जलाते समय किन -किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए।


पटाखे जलाते समय बरतें सावधानी
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, इस दिवाली रोशनी और पटाखों के साथ जश्न मनाने के साथ-साथ आंखों की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दें। थोड़ी सी सावधानी बरतकर आप किसी गंभीर संकट से बचे रह सकते हैं।
आइए डॉक्टर से समझते हैं कि पटाखे जलाते समय किन-किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए और यदि किसी को पटाखों के कारण आंखों में जलन हो या चोट लग जाए तो क्या उपाय किए जाने चाहिए।

क्या कहते हैं डॉक्टर?
अमर उजाला से बातचीत में इंटेंसिव केयर यूनिट के डॉक्टर सौरभ जोशी कहते हैं, दिवाली पर हम सभी पटाखों का आनंद लेना चाहते हैं, पटाखों के बिना ये त्योहार अधूरा है। हालांकि पटाखे जलाते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
पटाखे जलाते समय कम से कम 5-6 फीट की दूरी बनाए रखें। कभी भी झुककर पटाखा जलाने की गलती न करें, क्योंकि चिंगारी सीधी आंखों या चेहरे की तरफ आ सकती है। आंखों की सुरक्षा के लिए सेफ्टी गॉगल्स पहना जा सकता है। थोड़ी सी सावधानी आपकी आंखों को बड़ी चोट से बचा सकती है।

ये सावधानियां बरतनी जरूरी
डॉ सौरभ कहते हैं, अगर गलती से आंख में पटाखे धुआं या चिंगारी चली जाए, तो घबराएं नहीं। सबसे पहले अपनी आंखों को ठंडे और साफ पानी से धोएं। कभी भी आंखों को रगड़ें नहीं इससे कॉर्निया को नुकसान हो सकता है। साफ पानी को धीरे-धीरे आंखों में डालें या आंखों को खुले रखकर बहते पानी में कुछ देर रखें। अगर जलन, दर्द या धुंधलापन महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बच्चों को पटाखे जलाते समय हमेशा अपनी निगरानी में रखें। बच्चों को कभी अकेले पटाखे न जलाने दें। पटाखा जलाने के बाद पीछे हटें और आंखों को अपने हाथ या चश्मे से ढकें।चिंगारी वाले पटाखे जैसे फुलझड़ी, रॉकेट या चरखी जलाते समय खास ध्यान दें, क्योंकि इनसे उठने वाला धुंआ और इसमें मौजूद रसायन आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है।

आंखों में जलन या चोट लगने पर क्या करें?
पटाखे जलाते समय अगर आंखों में चोट लग जाए या धुंआ के कारण जलन हो तो कुछ उपाय मददगार हो सकते हैं।
- पटाखों का धुआं आंखों में ड्राइनेस, लालिमा और जलन पैदा कर सकता है। घर से निकलने से पहले आई लुब्रिकेंट ड्रॉप्स या गुलाबजल की कुछ बूंदें डाल सकते हैं। इससे आंखों में नमी बनी रहती है और धुएं का असर कम होता है।
- पटाखे जलाने वाली जगह से थोड़ी दूरी बनाकर रखें। अगर धुआं बहुत बढ़ जाए तो कुछ देर के लिए घर के अंदर रहें।
- दिवाली के दौरान कॉन्टैक्ट लेंस न पहनें। प्रदूषण के कण और रसायन लेंस के बीच फंस सकते हैं, जिसके कारण जलन होने का खतरा रहता है। कॉन्टैक्ट लेंस पहन रहे हैं तो आंखों को अच्छे से कवर करने वाला चश्मा पहनें। फुलझड़ियां जलाने से बचना चाहिए। इसके कारण आंखों को गंभीर चोट पहुंचने का खतरा सबसे अधिक देखा जाता रहा है।
- पटाखे जलाते समय यदि आपकी आंखों में चोट लग जाए या पटाखों के धुएं और रसायनों के कारण आंखों में जलन-खुजली बहुत ज्यादा हो रही हो तो बिना समय गंवाए नजदीकी डॉक्टर के पास जाएं। खुद से ही किसी भी प्रकार का आई ड्रॉप डालने से बचें।
- यदि आंखों में चोट लगी है और भले ही दर्द कम हो जाए फिर भी आंखों की जांच जरूर कराएं।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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