यूनाइटेड किंगडम (यूके) के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन प्रोस्टेट कैंसर का शिकार हो गए हैं और उनका इलाज चल रहा है। स्थानीय मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने ये जानकारी साझा की है।
Cancer: यूके के पूर्व प्रधानमंत्री को हुआ प्रोस्टेट कैंसर, जानिए इसके लक्षण और समय पर पता लगाने के तरीके
- यूके के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन प्रोस्टेट कैंसर का शिकार हो गए हैं और उनका इलाज चल रहा है।
- इसी साल मई में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन भी प्रोस्टेट कैंसर का शिकार पाए गए थे।
जो बाइडन सहित कई अन्य सेलिब्रिटी भी हुए हैं शिकार
गौरतलब है कि प्रोस्टेट कैंसर यूके में पुरुषों में होने वाले सबसे आम प्रकार के कैंसर में से एक है। यहां हर साल 55 हजार से ज्यादा लोगों को इसका शिकार पाया जाता है। पीएसए टेस्ट की सटीकता को लेकर सवाल उठते रहे हैं, अभी तक यूके में इस बीमारी के लिए कोई स्क्रीनिंग प्रोग्राम नहीं है।
इससे पहले अक्टूबर 2024 में, छह बार के ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट क्रिस होय में भी प्रोस्टेट कैंसर का निदान किया गया था।
इसी साल मई में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन भी प्रोस्टेट कैंसर का शिकार पाए गए थे। 18 मई को पूर्व राष्ट्रपति के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि उनमें 'आक्रमक स्तर' के कैंसर का निदान किया गया है। कैंसर कोशिकाएं हड्डियों तक फैल गई थीं। बाइडन के परिवार में पहले भी कैंसर के मामले देखे जाते रहे हैं। उनके बेटे ब्यू बाइडन (46 वर्ष) को भी कैंसर था, साल 2015 में उनकी मौत हो गई थी।
प्रोस्टेट कैंसर और इसके लक्षण जानिए
प्रोस्टेट ग्रंथि पुरुषों में प्रजनन प्रणाली का हिस्सा है। यह वीर्य के लिए तरल पदार्थ बनाता है। प्रोस्टेट ग्रंथि में विकसित होने वाला ये कैंसर आमतौर पर वृद्ध लोगों को प्रभावित करता है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में कम उम्र के लोगों में भी इसका खतरा बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी पुरुषों को इस गंभीर कैंसर के मामलों को लेकर अलर्ट रहना चाहिए।
प्रोस्टेट कैंसर के कारण पेशाब करने में कठिनाई, बार-बार पेशाब आने, मूत्र या वीर्य में रक्त आने और स्तंभन दोष जैसी दिक्कतें बढ़ सकती हैं। कैंसर की गंभीर स्थिति में इसके कारण हड्डियों में दर्द, वजन कम होने और अन्य हिस्सों में कैंसर फैलने लगता है जिसका उपचार कठिन हो सकता है।
समय पर निदान से बच सकती है जान
मेडिकल साइंस की प्रगति और प्रभावी दवाओं की मदद से प्रोस्टेट कैंसर का इलाज अब काफी आसान हो गया है हालांकि इसका समय रहते पता न लगा पाना अब भी चिंता का कारण है। ज्यादातर लोगों में प्रोस्टेट की समस्या का निदान ही तब हो पाता है जब कैंसर काफी बढ़ चुका होता है।
वैज्ञानिकों की टीम ने हाल के वर्षों में कई ऐसे खोज किए हैं जिससे प्रोस्टेट कैंसर का समय पर स्क्रीनिंग और इलाज पहले की तुलना में आसान हो गया है। हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक 15 मिनट वाले कारगर प्रोस्टेट कैंसर स्कैन के बारे में जानकारी दी है, जिससे इस कैंसर आसानी से पता लगाना और आसान हो सकता है। यहां पढ़िए पूरी रिपोर्ट
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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