वजन बढ़ना मौजूदा समय की सबसे आम समस्याओं में से एक है, इसे सेहत के लिए कई प्रकार से नुकसानदायक माना जाता रहा है। अधिक वजन या मोटापा के शिकार लोगों में समय के साथ डायबिटीज-ब्लड प्रेशर और हृदय रोगों का खतरा हो सकता है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को वेट लॉस करने की सलाह देते हैं। पर क्या वेट लॉस करना इतना आसान है?
सेहत की बात: लाख कोशिशों के बाद भी नहीं कम हो रहा है वजन? कहीं आपको लिवर की बीमारी तो नहीं
अक्सर लोगों की शिकायत रहती है कि लाख कोशिशों के बाद भी वजन कम नहीं हो रहा है। क्या आप भी इस समस्या से परेशान हैं? वजन घटाने के लिए डायटिंग-एक्सरसाइज से लेकर तमाम कोशिश कर चुके हैं फिर भी वेट लॉस नहीं हो रहा है?
लिवर की बीमारी और वजन बढ़ने का क्या संबंध है?
अब आपके मन में भी ये सवाल लिवर की बीमारियों का वेट लॉस से क्या संबंध है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, लिवर हमारे शरीर के कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिक निभाता है। ये शरीर के सबसे मेहनती अंगों में से एक है। रक्त को डिटॉक्सिफाई करने, हार्मोन्स को मैनेज करने, पोषक तत्वों का प्रोसेस करने सहित भोजन को पचाने में लिवर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। फैट का ब्रेक डाउन करके उन्हें ऊर्जा में बदलने में भी लिवर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यही कारण है कि लिवर में होने वाली समस्याओं का आपके संपूर्ण स्वास्थ्य पर असर हो सकता है।
जब आपका लिवर ठीक से काम न कर रहा हो या आपको लिवर से संबंधित कोई बीमारी हो तो इससे आपके लिए वजन कम करना भी काफी कठिन हो सकता है।
कैलोरी बर्न करने की क्षमता हो जाती है प्रभावित
उदाहरण के लिए जिन लोगों को फैटी लिवर की समस्या होती है उनका भी वजन बढ़ने लगता है।
लिवर में फैट या विषाक्त पदार्थों की मात्रा बढ़ जाने के कारण तमाम प्रकार के पोषक तत्वों के मेटाबॉलिज्म और लिवर की शरीर को डिटॉक्स करने की क्षमता कम हो जाती है। लिवर की समस्याओं के कारण शरीर में ग्लूकोज को लेवल बढ़ जाता है और हार्मोन्स भी प्रभावित होने लगते हैं।
परिणामस्वरूप, शरीर की कैलोरी बर्न करने की क्षमता भी कमजोर हो जाती है, इससे वजन बढ़ने का जोखिम हो सकता है। यही कारण है कि अगर आपको फैटी लिवर या लिवर की कोई और भी समस्या है तो आपके लिए वजन कम करना कठिन हो सकता है।
शरीर में बढ़ने लगता है फैट
जब आपका लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा होता है तो शरीर में ग्लूकोज की मात्रा भी बढ़ने लगती है। लिवर की बीमारी में इंसुलिन प्रतिरोध का खतरा भी बढ़ जाता है, जिसमें शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन हार्मोन को ठीक से मैनेज नहीं कर पाती हैं। इस कारण से खून में मौजूद अतिरिक्त ग्लूकोज शरीर में फैट के रूप में जमा होना शुरू हो जाता है। ये स्थिति आपके वजन को बढ़ाने लगती है।
लिवर की बीमारियों के कारण वजन कंट्रोल में न रहने का ये भी एक कारण है।
लिवर स्वस्थ है या नहीं, कराएं जांच
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो लाइफस्टाइल और आहार को ठीक रखने के साथ अंतर्निहित बीमारियों पर ध्यान देना भी जरूरी है। अगर आपका भी वजन नहीं घट रहा है तो एक बार डॉक्टर से मिलकर लिवर फंक्शन टेस्ट (एलएफटी) करा लें, इससे लिवर की समस्याओं का पता लगाने में मदद मिलती है। समय पर इलाज होने से लिवर की बीमारी और वजन दोनों को ठीक किया जा सकता है।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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