Salman Khan: बॉलीवुड के 'भाईजान' सलमान खान अपनी फिटनेस को लेकर लोगों के फेवरेट रहे हैं। जिम और फिटनेस सेंटर में चस्पा सलमान की बॉडी बिल्डर वाली तस्वीरें युवाओं को काफी प्रोत्साहित करती रहती हैं। हालांकि 'भाईजान' पिछले कुछ समय से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं।
Salman Khan: बॉलीवुड के भाईजान को भी 'दर्द से रुला गईं' ये बीमारियां, चेहरा छूना-कुछ खाना तक हो गया था मुश्किल
- बॉलीवुड के भाईजान सलमान खान ने हाल ही में एक शो में खुलासा किया है कि वह लंबे समय तक ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया नामक बीमारी से परेशान रहे हैं। इसके अलावा ब्रेन एन्यूरिज्म और आर्टेरियोवेनस मालफॉर्मेशन (एवीएम) का भी शिकार रहे हैं।
'अपने दुश्मन के लिए भी नहीं चाहेंगे ऐसा दर्द'
काजोल और ट्विंकल के साथ टॉक शो 'टू मच' में सलमान ने कहा, मैं फिल्म पार्टनर कर रहा था। लारा वहां थीं। उन्होंने मेरे चेहरे को छुआ तो मुझे तेज दर्द हुआ।
59 वर्षीय अभिनेता ने आगे बताया कि कैसे इस दर्द ने उनकी रोजमर्रा की जिंदगी मुश्किल बना दी थी। उन्होंने कहा, "आपको इसके साथ जीना पड़ता है। बहुत से लोग बाईपास सर्जरी, दिल की बीमारियों और कई अन्य समस्याओं के साथ जी रहे हैं। जब मुझे ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया हुआ था, तो वह दर्द काफी भयावह था। आप नहीं चाहेंगे कि आपके सबसे बड़े दुश्मन को भी वह दर्द हो।
सलमान ने कहा, "मुझे यह बीमारी साढ़े सात साल तक रही। हर चार-पांच मिनट में दर्द होता था। बात करते समय यह अचानक होता था, मुझे नाश्ता करने में लगभग डेढ़ घंटा लगता था और मैं सीधे खाने पर चला जाता था। ऑमलेट खाने के लिए, मुझे खुद को मजबूर करना पड़ता था, खुद को दर्द पहुंचाने जैसा था।
यह पहला मौका नहीं है जब सलमान ने अपनी इन बीमारियों के बारे में बताया है। इससे पहले जून में द ग्रेट इंडियन कपिल शो के दौरान भी उन्होंने इस बीमारियों का जिक्र किया था। आइए इन बीमारियों के बारे में समझते हैं।
क्या है ट्राइजेमिनल न्यूरलजिया की समस्या?
सलमान खान ट्राइजेमिनल न्यूरलजिया नामक समस्या से पीड़ित रहे हैं जिसके लिए उन्हें सर्जरी भी करानी पड़ी थी। ट्राइजेमिनल न्यूरलजिया, जिसे टिक डौलोरेक्स के नाम से भी जाना जाता है, ये एक प्रकार का क्रॉनिक दर्द विकार है। इस समस्या के कारण चेहरे पर अचानक और गंभीर रूप से बिजली के झटके जैसा दर्द होता है।
दांतों को ब्रश करने या मेकअप लगाने जैसे हल्के से स्पर्श के कारण भी आपको अचानक दर्द के झटके जैसा महससूस हो सकता है। यह बीमारी ट्राइजेमिनल नामक तंत्रिका के प्रभावित होने के कारण होती है, ये तंत्रिकाएं चेहरे में संवेदनशीलता बनाने चबाने जैसे मोटर कार्यों के लिए जिम्मेदार है।
ये बीमारी महिलाओं और 50 से अधिक उम्र के लोगों में अधिक आम है। विशेषज्ञों का मानना है कि रक्त वाहिका और ट्राइजेमिनल तंत्रिका के बीच संपर्क अक्सर दर्द का कारण बनती है। किसी प्रकार की चोट
या सर्जरी इस समस्या का कारण बनती है।
ब्रेन एन्यूरिज्म क्या होता है?
सलमान खान को ब्रेन एन्यूरिज्म की भी दिक्कत है। ब्रेन एन्यूरिज्म को मस्तिष्क धमनीविस्फार के नाम से जाना जाता है जिसमें मस्तिष्क की रक्त वाहिका में उभार या गुब्बारा जैसा फूलने की दिक्कत हो सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि जब रक्त वाहिका से बहने वाला रक्त, वाहिका की दीवार के कमजोर हिस्से पर अतिरिक्त दबाव डालने लगता है तो इस तरह की समस्या होती है। दबाव बढ़ने पर वाहिकाओं के फटने और खून के लीक करने का भी खतरा रहता है जिससे रक्तस्रावी स्ट्रोक हो सकता है।
वैसे तो ये समस्या आम है और ज्यादातर मामलों में गंभीर दिक्कतें नहीं बढ़ाता है, पर कुछ स्थितियों में ये रक्तस्राव के कारण जटिलताएं बढ़ भी सकती हैं।
आर्टेरियोवेनस मालफॉर्मेशन के बारे में जानिए
एवी मालफॉर्मेशन रक्त वाहिकाओं में उलझाव की समस्या है जो धमनियों और नसों के बीच अनियमित कनेक्शन बनाता है। यह रक्त प्रवाह को बाधित करता है जिससे ऊतकों तक रक्त का संचार बाधित हो सकता है। ये समस्या शरीर में कहीं भी हो सकती है, जिसमें मस्तिष्क भी शामिल है। धमनियां ऑक्सीजन युक्त रक्त को हृदय से मस्तिष्क और अन्य अंगों तक ले जाती हैं। वहीं शिराएं (वेन्स) के माध्यम से ऑक्सीजन रहित रक्त को फेफड़ों और हृदय में वापस ले जाती हैं।
एवी मालफॉर्मेशन इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया को बाधित करता है जिससे आस-पास के ऊतकों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है। इससे मस्तिष्क में रक्तस्राव, स्ट्रोक या हेमरेज का भी खतरा हो सकता है।
-------------
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।