कोरोना की तीसरी लहर को लेकर देश में हर तरफ चर्चा की जा रही है। तीसरी लहर कब आएगी और यह कितनी गंभीर होगी, ऐसे सवाल आपके मन में भी जरूर होंगे। कई रिपोर्टस में दावा किया जा रहा है कि संभावित तीसरी लहर बच्चों के लिए काफी मुश्किलों से भरी हो सकती है क्योंकि देश में अब तक 18 साल से कम आयु के बच्चों के लिए टीके उपलब्ध नहीं हैं। वहीं तीसरी लहर को लेकर कई तरह की भ्रामक जानकारियां भी इस इस वक्त तेजी से फैल रही हैं।
फैक्ट चेक: क्या देश में आ गई कोरोना की तीसरी लहर, पीएम ने दिए सख्त लॉकडाउन के आदेश? जानें सच्चाई
क्या है वायरल संदेश?
सोशल मीडिया पर इन दिनों तेजी से वायरल हो रहे संदेश में कहा जा रहा है कि पूरे देश में फिर से लॉकडाउन लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत का ऐलान करते हुए सभी लोगों को खासा सचेत रहने को कहा है। देश में 1 से 31 जुलाई तक सख्त लॉकडाउन लगाने का आदेश दिया गया है, जिससे तीसरी लहर को तेजी से बढ़ने से पहले ही रोका जा सके।
क्या वास्तव में ऐसा ऐलान किया गया है?
एक #फर्जी तस्वीर में पीएम मोदी के हवाले से कोरोना की तीसरी लहर शुरु होने व लॉकडाउन लगाने का दावा किया गया है।#PIBFactCheck
इस खबर की पड़ताल करते हुए हमने हाल के दिनों में दिए गए तमाम सरकारी आदेशों की छानबीन की। इस बीच हमारी नजर पीआईबी के फैक्ट चेक ट्विटर हैंडल पर पड़ी। भारत सरकार के प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) ने ट्वीट के माध्यम से इस वायरल खबर का खंडन करते हुए लोगों को जागरूक किया है। ट्वीट में बताया गया है, 'एक फर्जी तस्वीर में पीएम मोदी के हवाले से कोरोना की तीसरी लहर शुरू होने व लॉकडाउन लगाने का दावा किया गया है। हालांकि पीएम द्वारा ऐसा कोई ऐलान नहीं किया गया है, न ही देश में 1 से 31 जुलाई तक सख्त लॉकडाउन लगाने जैसा कोई आदेश दिया गया है। कृपया ऐसे भ्रामक संदेशों को साझा न करें। कोरोना से बचाव के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार अवश्य अपनाएं।
▶️पीएम द्वारा ऐसा कोई ऐलान नहीं किया गया है।
▶️कृपया ऐसे भ्रामक संदेशों को साझा न करें।
▶️कोरोना से बचाव के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार अवश्य अपनाएँ। pic.twitter.com/Ls1UoibQRc
तीसरी लहर को लेकर क्या अपडेट है?
देश में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चर्चा का बाजार निश्चित ही गर्म है। हाल ही में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के महामारी विशेषज्ञ डॉ समीरन पांडा ने कहा है कि कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर, दूसरी जितनी गंभीर नहीं होगी। लोगों को इससे बहुत ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है, हालांकि बचाव के उपायों को अपनाने में भी कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए। डॉ समीरन ने यह भी कहा है कि तीसरी लहर इतनी जल्दी आने की उम्मीद नहीं है।
डेल्टा प्लस वैरिएंट को माना जा रहा है खतरे का संकेत
भारत में कोरोनावायरस की दूसरी लहर के लिए डेल्टा वैरिएंट को मुख्य कारण माना गया था। इस वेरिएंट में म्यूटेशन के साथ सामने आए 'डेल्टा प्लस वैरिएंट' को विशेषज्ञ और भी खतरनाक मान रहे हैं। अमर उजाला से बातचीत में कोविड ट्रैकिंग प्रभारी डॉ अनिल डोंगर कहते हैं, संभावित तीसरी लहर के लिए डेल्टा प्लस वैरिएंट को कारक के रूप में देखा जा सकता है। कई राज्यों में इससे संबंधित मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, इसे तीसरी लहर के दस्तक के रूप में लेकर लोगों को अलर्ट होने की जरूरत है। बचाव के उपायों को प्रयोग में लाकर ही इससे सुरक्षित रहा जा सकता है।
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नोट: यह लेख केंद्र सरकार के के प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) द्वारा किए गए फैक्ट चेक ट्वीट के आधार पर तैयार किया गया है। कृप्या सोशल मीडिया पर बिना आधार के वायरल खबरों पर भरोसा न करें।
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