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MP: ओंकारेश्वर बांध के सातवीं बार 8 गेट खोले गए; नर्मदा नदी में छोड़ा गया इतना क्यूमेक्स पानी, देखें...झलकियां
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, खंडवा/ओंकारेश्वर
Published by: तरुणेंद्र चतुर्वेदी
Updated Wed, 10 Sep 2025 11:00 PM IST
सार
Omkareshwar Dam: एमपी के ओंकारेश्वर बांध के सातवीं बार 8 गेट खोले गए हैं। इस दौरान 6 मीटर तक 3368 क्यूमेक्स पानी नर्मदा नदी में छोड़ा गया है। सूत्रों की मानें तो गेटों की संख्या और भी बढ़ाई जा सकती है। इससे ओंकारेश्वर से निचले भाग में नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ेगा। तस्वीरों में देखें इस बीच कैसा नजारा रहा...?
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इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ गया
- फोटो : अमर उजाला
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित ओंकारेश्वर में लगातार मूसलाधार बारिश के बाद इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ गया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बुधवार दोपहर 12 बजे ओंकारेश्वर बांध के 7 गेट खोलकर 3368 क्यूमेक्स पानी नर्मदा नदी में छोड़ा गया। नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए खतरनाक घाटों पर स्नान करने पर रोक लगा दी है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे केवल उन्हीं घाटों पर स्नान करें, जिन्हें सुरक्षित घोषित किया गया है।

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बांध प्रबंधन ने जल निकासी की जानकारी प्रशासन को दे दी
- फोटो : अमर उजाला
प्रशासन अलर्ट मोड पर
ओंकारेश्वर बांध प्रबंधन ने जल निकासी की जानकारी प्रशासन को दे दी है। निचले क्षेत्रों मध्य प्रदेश के धामनोद, महेश्वर, सनावद, बड़वाह, बड़वानी, अलीराजपुर सहित महाराष्ट्र और गुजरात के जिलों को अलर्ट जारी किया गया है। नर्मदा किनारे एसडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड बल तैनात किए गए हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति नदी के किनारे न पहुंचे।
ओंकारेश्वर बांध प्रबंधन ने जल निकासी की जानकारी प्रशासन को दे दी है। निचले क्षेत्रों मध्य प्रदेश के धामनोद, महेश्वर, सनावद, बड़वाह, बड़वानी, अलीराजपुर सहित महाराष्ट्र और गुजरात के जिलों को अलर्ट जारी किया गया है। नर्मदा किनारे एसडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड बल तैनात किए गए हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति नदी के किनारे न पहुंचे।
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प्रशासन ने श्रद्धालुओं और नाविकों से अपील की
- फोटो : अमर उजाला
श्रद्धालुओं और नाविकों से अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं और नाविकों से अपील की है कि वे घाटों से दूर रहें। सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षा निर्देशों का पालन करें। बता दें, नर्मदा जी भी बाढ़ की वजह से उफान पर हैं। ऐसे में आम लोगों को प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करना होगा। वो किसी भी प्रकार का खतरा न उठाएं। जलभराव वाले क्षेत्रों के पास सेल्फी लेने से बचें।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं और नाविकों से अपील की है कि वे घाटों से दूर रहें। सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षा निर्देशों का पालन करें। बता दें, नर्मदा जी भी बाढ़ की वजह से उफान पर हैं। ऐसे में आम लोगों को प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करना होगा। वो किसी भी प्रकार का खतरा न उठाएं। जलभराव वाले क्षेत्रों के पास सेल्फी लेने से बचें।

पुल से देखने पर कुछ ऐसा दिख रहा है नजारा।
- फोटो : अमर उजाला
नौका संचालन पर रोक
सुरक्षा कारणों से जिला प्रशासन ने नौका संचालन पर तत्काल रोक लगा दी है। अधिकारियों ने कहा है कि बारिश थमने और जलस्तर सामान्य होने के बाद ही नौका विहार की अनुमति दी जाएगी। हालांकि, इसकी वजह से जिन परिवारों का खर्च नाव संचालन से चलता है, उनके सामने थोड़ा चुनौती जरूर है।
ये भी पढ़ें- नेपाल के बाद अब फ्रांस में क्यों शुरू हुए प्रदर्शन: सरकार की किन नीतियों का विरोध, कितने उग्र हुए प्रदर्शन?
सुरक्षा कारणों से जिला प्रशासन ने नौका संचालन पर तत्काल रोक लगा दी है। अधिकारियों ने कहा है कि बारिश थमने और जलस्तर सामान्य होने के बाद ही नौका विहार की अनुमति दी जाएगी। हालांकि, इसकी वजह से जिन परिवारों का खर्च नाव संचालन से चलता है, उनके सामने थोड़ा चुनौती जरूर है।
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पानी के तेज बहाव के बाद खूबसूरत दृश्य
- फोटो : अमर उजाला
हालातों पर नजर रखी जा रही
इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर पर सतत नजर रखी जा रही है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन यदि बारिश जारी रहती है तो और गेट खोले जा सकते हैं।
ये भी पढ़ें- Vice President: 12 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद की शपथ ले सकते हैं सीपी राधाकृष्णन
इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर पर सतत नजर रखी जा रही है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन यदि बारिश जारी रहती है तो और गेट खोले जा सकते हैं।
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