सिगरेट के फेंके गए टुकड़े को रिसाइकल कर मोहाली के ट्विंकल ने आपदा को अवसर में बदलने का शानदार उदाहरण पेश किया है। यूट्यूब से उन्होंने यह तकनीक सीखी और फिर ट्राइसिटी में अपना काम शुरू कर दिया। आज उनके साथ 22 लोगों की टीम है। इससे वह अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। ट्विंकल पेशे से फिल्म वीडियोग्राफर हैं।
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सिगरेट के फेंके टुकडे़ ने बदली जिंदगी: मोहाली के युवा ने आपदा को अवसर में बदला, यूट्यूब से बने माहिर
नगमा सिंह, संवाद न्यूज एजेंसी, मोहाली
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Wed, 15 Sep 2021 01:55 PM IST
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मोहाली के टि्वंकल कुमार सिगरेट के बचे हिस्से को रिसाइकिल करते हैं।
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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टि्वंकल कुमार की फैक्टरी।
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
बिजनेस में लगा दी सारी जमा पूंजी
वह डेराबस्सी में अपने गोदाम में बॉक्स बनाने और सिगरेट को रिसाइकल करने का काम कर रहे हैं। ट्विंकल ने बताया कि इसे शुरू करने के लिए उन्होंने अपनी सारी बचत पूंजी लगा दी। एक दोस्त को पार्टनर बनाया। पता चला कि उत्तर भारत में एक ही व्यक्ति इस काम को करता है। उसकी नोएडा में छोटी सी फैक्टरी है। उनसे मिलकर जाना कैसे सिगरेट के बचे हुए हिस्से को कागज से कैसे अलग करके उसमें से प्लास्टिक नुमा रूई निकाल सकते हैं।
वह डेराबस्सी में अपने गोदाम में बॉक्स बनाने और सिगरेट को रिसाइकल करने का काम कर रहे हैं। ट्विंकल ने बताया कि इसे शुरू करने के लिए उन्होंने अपनी सारी बचत पूंजी लगा दी। एक दोस्त को पार्टनर बनाया। पता चला कि उत्तर भारत में एक ही व्यक्ति इस काम को करता है। उसकी नोएडा में छोटी सी फैक्टरी है। उनसे मिलकर जाना कैसे सिगरेट के बचे हुए हिस्से को कागज से कैसे अलग करके उसमें से प्लास्टिक नुमा रूई निकाल सकते हैं।
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सिगरेट बड्स को किया जाता है साफ।
- फोटो : ANI
सिगरेट के बड्स को साफ कर महिलाएं भी कमा रहीं पैसा
उन्होंने पंचकूला से शुरुआत की और धीरे-धीरे चंडीगढ़ और मोहाली की छोटी बड़ी सभी सिगरेट बेचने वाली दुकानों में अपने बॉक्स लगाए। लोग सिगरेट पीकर बचा हुआ हिस्सा इसमें फेंकने लगे। बॉक्स से सिगरेट बड को इकट्ठा करने के लिए दो लड़कों को रखा। सिगरेट के बड्स को साफ करने का काम महिलाओं को दिया। ये महिलाएं आज इनसे तीन से चार हजार रुपये महीना कमा रही हैं।
उन्होंने पंचकूला से शुरुआत की और धीरे-धीरे चंडीगढ़ और मोहाली की छोटी बड़ी सभी सिगरेट बेचने वाली दुकानों में अपने बॉक्स लगाए। लोग सिगरेट पीकर बचा हुआ हिस्सा इसमें फेंकने लगे। बॉक्स से सिगरेट बड को इकट्ठा करने के लिए दो लड़कों को रखा। सिगरेट के बड्स को साफ करने का काम महिलाओं को दिया। ये महिलाएं आज इनसे तीन से चार हजार रुपये महीना कमा रही हैं।
सिगरेट से निकली रुई को खिलौनों में भरा जाता है।
- फोटो : ANI
ऐसे करते हैं सिगरेट से कमाई
ट्विंकल ने बताया कि सिगरेट के पिछले हिस्से में प्लास्टिक की रूई होती है। इसे चार हिस्सों में अलग करते हैं। सिगरेट बड के पिछले हिस्से के केमिकल को साफ करने में पंद्रह दिन का समय लगता है। इसे नोएडा भेजा जाता है। फिल्टर होने के बाद इसमें से 98 प्रतिशत केमिकल निकाल दिया जाता है और साफ हुई रूई को तकिये, टेडी बियर, सोफे के गद्दे, जूडो बॉक्स आदि में इस्तेमाल किया जाता है।
ट्विंकल ने बताया कि सिगरेट के पिछले हिस्से में प्लास्टिक की रूई होती है। इसे चार हिस्सों में अलग करते हैं। सिगरेट बड के पिछले हिस्से के केमिकल को साफ करने में पंद्रह दिन का समय लगता है। इसे नोएडा भेजा जाता है। फिल्टर होने के बाद इसमें से 98 प्रतिशत केमिकल निकाल दिया जाता है और साफ हुई रूई को तकिये, टेडी बियर, सोफे के गद्दे, जूडो बॉक्स आदि में इस्तेमाल किया जाता है।
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मोहाली में सिगरेट के बचे टुकड़े रिसाइकिल।
- फोटो : ANI
ट्राइसिटी में लगे हैं 800 बॉक्स
ट्विंकल ने बताया कि एक आधी जली सिगरेट से कागज, राख और तंबाकू हमारे पास बच जाता है। जली सिगरेट के कागज को मच्छर भगाने के लिए जलाए जाने वाले पेपर में इस्तेमाल किया जाता है। जबकि राख और तंबाकू खाद बनाने के काम आते हैं। आज की तारीख में ट्राइसिटी में हमारे 800 बॉक्स लगे हुए हैं। इस काम को करते डेढ़ साल से ज्यादा का समय बीत गया है।
ट्विंकल ने बताया कि एक आधी जली सिगरेट से कागज, राख और तंबाकू हमारे पास बच जाता है। जली सिगरेट के कागज को मच्छर भगाने के लिए जलाए जाने वाले पेपर में इस्तेमाल किया जाता है। जबकि राख और तंबाकू खाद बनाने के काम आते हैं। आज की तारीख में ट्राइसिटी में हमारे 800 बॉक्स लगे हुए हैं। इस काम को करते डेढ़ साल से ज्यादा का समय बीत गया है।