Easter Sunday 2022: आज है ईस्टर संडे, जानिए ईसाई धर्म में क्या है इसका महत्व और कैसे मनाया जाता है ये पर्व
प्रभु ईसा मसीह प्रेम और शांति के मसीहा थे। दुनिया को प्रेम और करुणा का संदेश देने वाले प्रभु यीशु को उस समय के धार्मिक कट्टरपंथी ने रोम के शासक से शिकायत करके उन्हें सूली पर लटका दिया था। इसी वजह से ईसाई धर्म के लोग गुड फ्राइडे के दिन प्रभु ईशु के बलिदान को याद करते हैं। लेकिन कहा जाता है कि प्रभु यीशु इस घटना के तीन दिन बाद यानी ईस्टर संडे के दिन पुनः जीवित हो उठे थे।
ईस्टर संडे के दिन ईसाई धर्म को मानने वाले लोग गिरजाघरों में जाते हैं और प्रभु यीशु को याद करते हैं। उनकी याद में गिरजाघर यानी चर्च में मोमबत्तियां जलाते हैं। बाइबिल पढ़ते हैं और प्रभु यीशु के जीवित होने की खुशी में एक दूसरे को बधाई देते हैं।
क्रिसमस के अलावा ईस्टर ईसाई धर्म का सबसे बड़ा और प्रमुख पर्व है। दोनों ही पर्व इसाह मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाए जाते हैं। ईस्टर को ईसाई धर्म के लोग बड़ी धूमधाम और उत्साह से मनाते हैं और एक दूसरे को बधाई देते हैं।
ईस्टर संडे को बदलाव का भी दिन माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन ईशा मशीह के जीवित होने के बाद उनको यातनाएं देने वाले और सूली पर चढ़ाने वाले लोगों को भी बहुत पश्चाताप हुआ था।