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Payal Gaming: यूट्यूबर से लेकर सेलिब्रिटीज तक Deepfake के शिकार, जानें ये क्यों है डिजिटल दुनिया का नया अभिशाप

टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: जागृति Updated Fri, 19 Dec 2025 12:48 PM IST
सार

AI Fake Video: एआई ने जहां दुनिया को नई ताकत दी है, वहीं इसका गलत इस्तेमाल अब लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। प्रतिदिन डीपफेक के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसके जरिए लोगों के फर्जी फोटो और वीडियो बनाए जा रहे हैं। जिसकी चपेट में अब सेलेब्रिटीज से लेकर आम लोग तक आ रहे हैं। चलिए जानते हैं क्या है डीपफेक? और इससे जुड़ी सभी बातें विस्तार से.....
 

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बढ़ रहे डीपफेक के मामले। - फोटो : amarujala.com

डीपफेक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से बनाए जा रहे फर्जी फोटो, वीडियो और ऑडियो आज डिजिटल दुनिया का सबसे बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं। यह तकनीक अब सिर्फ फिल्मी दुनिया तक सीमित नहीं रही, बल्कि गेमिंग यूट्यूबर्स और डिजिटल क्रिएटर्स भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। हाल ही में मशहूर गेमिंग यूट्यूबर पायल गेमिंग भी इस तकनीक का शिकार हो चुकी हैं। सोशल मीडिया पर इनका एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ। जिसे पायल ने डीपफेक बताया। 

 

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सांकेतिक तस्वीर - फोटो : freepik

क्या होता है डीपफेक?

डीपफेक एक ऐसी तकनीक है जिसमें एआई और मशीन लर्निंग की मदद से किसी व्यक्ति के चेहरे, आवाज और हाव-भाव को किसी दूसरे फोटो या वीडियो पर लगाया जा सकता है। जोकि बनने के बाद एकदम रियल लगता है। डीपफेक फोटो, वीडियो और ऑडियो किसी भी रूप में बनाया जा सकता है। कई बार तो एआई और मशीन जनरेटेड वीडियो या ऑडियो इतना सटीक होता है कि पहचानना काफी मुश्किल हो जाता है। 

 

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Deepfake - फोटो : freepik

क्यों खतरनाक है डीपफेक?

डीपफेक बहुत खतरनाक तकनीक है। लोग एआई जनरेटेड वीडियो या फोटो बिना जांचे शेयर कर देते है। फिर कंटेंट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होता है और लोगों की इज्जत दांव पर लग जाती है। यह फर्जी कंटेंट किसी भी व्यक्ति की सामाजिक छवि, करियर, मानसिक स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति सबको नुकसान पहुंचा सकता है। 

 

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Deepfake - फोटो : freepik

किन तरह के टूल्स का इस्तेमाल होता है? 

डीपफेक बनाने के लिए आमतौर पर कुछ एआई आधारित सॉफ्टवेयर और एप्स  का इस्तेमाल होता है। इनमें से कई ओपन सोर्स होते हैं और ऑनलाइन आसानी से उपलब्ध हैं। इन्हें आमतौर पर वीडियो एडिटिंग और एआई टूल्स की कैटेगरी में रखा जाता है।

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सांकेतिक तस्वीर - फोटो : freepik

कौन-कौन आया इसके चपेट में?

पिछले कुछ वर्षों में कई बड़े नाम डीपफेक का शिकार बन चुके हैं, जिनमें बॉलीवुड से लेकर डिजिटल क्रिएटर्स तक शामिल हैं। हाल ही में भारत की जानी-मानी यूट्यूबर पायल धरे, जो पायल गेमिंग के नाम से मशहूर है। इनका एक वीडियो काफी वायरल हुआ था। जिसके बारे में दावा किया गया कि वीडियो में दिख रही महिला पायल ही है, बिना किसी पुष्टि के वीउियो को शेयर करके अफवाहें फैलायी जाने लगी। जिसके बाद पायल ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि वीडियो उनका नहीं है। ना ही इसका उनसे कोई लेना-देना है। यह कंटेंट पूरी तरह फर्जी और भ्रामक है। उन्होंने इस घटना को दुखद और अमानवीय बताया और इशारा किया कि यह डीपफेक और AI का गलत इस्तेमाल हो रहा है।

 

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