{"_id":"686c2858c466d1cc440c74b3","slug":"land-pooling-officials-called-for-discussion-farmers-raised-slogans-when-they-did-not-meet-them-mohali-news-c-71-1-spkl1025-130922-2025-07-08","type":"story","status":"publish","title_hn":"लैंड पूलिंग : अधिकारियों ने चर्चा के लिए बुलाया, नहीं मिलने पर किसानों ने की नारेबाजी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
लैंड पूलिंग : अधिकारियों ने चर्चा के लिए बुलाया, नहीं मिलने पर किसानों ने की नारेबाजी
विज्ञापन

संवाद न्यूज एजेंसी
मोहाली। एयरोट्रोपोलिस सिटी एक्सटेंशन पर संकट के बादल छा गए हैं। इस प्रोजेक्ट के लिए एक्वायर की जाने वाली पांच गांवों की जमीन के विरोध में किसानों ने संघर्ष शुरू कर दिया है। किसानों ने गमाडा को स्पष्ट कर दिया है कि वे किसी भी कीमत पर अपनी जमीनें नहीं देगें। इस कारण अब गमाडा का यह प्रोजेक्ट अधर में फंसता नजर आ रहा है। गमाडा के अधिकारियों ने लैंड पूलिंग पर विचार करने के लिए सोमवार को किसानाें को अपने दफ्तर बुलाया था।
बुलाने के बाद मुलाकात नहीं करने पर किसान भड़क गए। उन्होंने गमाडा दफ्तर के बाहर ही नारेबाजी शुरू कर दी। एडवोकेट गुरबीर सिंह अंटाल और गुरप्रताप सिंह के अनुसार किसानों की मांग है कि एयरोट्रोपोलिस के ए, बी, सी और डी ब्लाकों के लिए जमीन एक्वायर की गई थी। उसी के आधार पर लैंड पूलिंग होनी चाहिए नहीं तो वे अपनी जमीन नहीं देंगे। गमाडा एयरपोर्ट के नजदीक सबसे बड़ी एयरोट्रोपोलिस सिटी बसा रहा है। इसके लिए गमाडा ने चार ब्लाकों ए, बी, सी और डी का विकास करना भी शुरू कर दिया है। पंजाब सरकार ने हाल ही में नहीं लैंड पूलिंग नीति लागू की है। इसके तहत गमाडा ने एयरोट्रोपोलिस के अन्य ब्लाकों ई, एफ, जी, एच, आई और जे के अंतर्गत करीब छह गांवों की जमीन को एक्वायर करने की प्रतिक्रिया शुरू की थी। इसके शुरू होते ही गमाडा के खिलाफ किसानों ने मोर्चा खोलकर अपनी जमीनें नहीं देने का एलान किया है।
सेक्टर 76 से 80 के जमीन मालिकों को नहीं मिला कब्जा
गमाडा की तरफ से सेक्टर-76 से 80 बसाने के लिए किसानों की जमीन एक्वायर की गई थी। जिन किसानों का भूमि अधिग्रहण किया गया था, उन किसानों को साल 2018 में कॉमर्शियल प्लॉटों के अलाटमेंट पत्र भी जारी किए जा चुके हैं। उनको अभी तक प्लाॅटों के कब्जे नहीं मिले हैं। किसान अलाटियों का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति समय पर निर्माण नहीं करता है तो गमाडा उन पर जुर्माना ठोक देती है। अब गमाडा ने ही उनको कब्जा नहीं दिया है जिसके लिए गमाडा को अब उनको हर्जाना देना चाहिए।
गमाडा अंदरूनी सड़कों पर रहे रहा शोरूम
पुडा दफ्तर पहुंचे किसानों ने कहा कि एयरोट्रोपोलिस के चार ब्लाकों में गमाडा की तरफ से लैंड पूलिंग के तहत मेन रोड पर शोरूम दिए जाने की बात कही गई थी। लेकिन गमाडा अब उनको अंदरूनी सड़कों पर शोरूम दे रहा है। इसका वे विरोध कर रहे हैं। किसानों ने कहा कि चारों ब्लाकों के लिए जमीन एक्वायर करने के बाद गमाडा ने किसानों के साथ धोखा कर करीब 175 एकड़ जमीन बेच दिया है जहां पर उनको शोरूम मिलने थे।
विज्ञापन

Trending Videos
मोहाली। एयरोट्रोपोलिस सिटी एक्सटेंशन पर संकट के बादल छा गए हैं। इस प्रोजेक्ट के लिए एक्वायर की जाने वाली पांच गांवों की जमीन के विरोध में किसानों ने संघर्ष शुरू कर दिया है। किसानों ने गमाडा को स्पष्ट कर दिया है कि वे किसी भी कीमत पर अपनी जमीनें नहीं देगें। इस कारण अब गमाडा का यह प्रोजेक्ट अधर में फंसता नजर आ रहा है। गमाडा के अधिकारियों ने लैंड पूलिंग पर विचार करने के लिए सोमवार को किसानाें को अपने दफ्तर बुलाया था।
बुलाने के बाद मुलाकात नहीं करने पर किसान भड़क गए। उन्होंने गमाडा दफ्तर के बाहर ही नारेबाजी शुरू कर दी। एडवोकेट गुरबीर सिंह अंटाल और गुरप्रताप सिंह के अनुसार किसानों की मांग है कि एयरोट्रोपोलिस के ए, बी, सी और डी ब्लाकों के लिए जमीन एक्वायर की गई थी। उसी के आधार पर लैंड पूलिंग होनी चाहिए नहीं तो वे अपनी जमीन नहीं देंगे। गमाडा एयरपोर्ट के नजदीक सबसे बड़ी एयरोट्रोपोलिस सिटी बसा रहा है। इसके लिए गमाडा ने चार ब्लाकों ए, बी, सी और डी का विकास करना भी शुरू कर दिया है। पंजाब सरकार ने हाल ही में नहीं लैंड पूलिंग नीति लागू की है। इसके तहत गमाडा ने एयरोट्रोपोलिस के अन्य ब्लाकों ई, एफ, जी, एच, आई और जे के अंतर्गत करीब छह गांवों की जमीन को एक्वायर करने की प्रतिक्रिया शुरू की थी। इसके शुरू होते ही गमाडा के खिलाफ किसानों ने मोर्चा खोलकर अपनी जमीनें नहीं देने का एलान किया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
सेक्टर 76 से 80 के जमीन मालिकों को नहीं मिला कब्जा
गमाडा की तरफ से सेक्टर-76 से 80 बसाने के लिए किसानों की जमीन एक्वायर की गई थी। जिन किसानों का भूमि अधिग्रहण किया गया था, उन किसानों को साल 2018 में कॉमर्शियल प्लॉटों के अलाटमेंट पत्र भी जारी किए जा चुके हैं। उनको अभी तक प्लाॅटों के कब्जे नहीं मिले हैं। किसान अलाटियों का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति समय पर निर्माण नहीं करता है तो गमाडा उन पर जुर्माना ठोक देती है। अब गमाडा ने ही उनको कब्जा नहीं दिया है जिसके लिए गमाडा को अब उनको हर्जाना देना चाहिए।
गमाडा अंदरूनी सड़कों पर रहे रहा शोरूम
पुडा दफ्तर पहुंचे किसानों ने कहा कि एयरोट्रोपोलिस के चार ब्लाकों में गमाडा की तरफ से लैंड पूलिंग के तहत मेन रोड पर शोरूम दिए जाने की बात कही गई थी। लेकिन गमाडा अब उनको अंदरूनी सड़कों पर शोरूम दे रहा है। इसका वे विरोध कर रहे हैं। किसानों ने कहा कि चारों ब्लाकों के लिए जमीन एक्वायर करने के बाद गमाडा ने किसानों के साथ धोखा कर करीब 175 एकड़ जमीन बेच दिया है जहां पर उनको शोरूम मिलने थे।