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Patiala News: पटियाला के अलीपुर अराइयां में डायरिया से महिला व दो साल की बच्ची की मौत, 56 बीमार
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-पीने के पानी की सप्लाई में सीवरेज व बारिश का पानी मिक्स होने से हुई समस्या: सेहत मंत्री
-15 की हालत गंभीर, अस्पताल में दाखिल कराया
-- -
अमर उजाला ब्यूरो
पटियाला। पटियाला के गांव अलीपुर अराइयां के वार्ड नंबर 15 में डायरिया फैलने से एक ही परिवार की 70 साल की बुजुर्ग महिला व दो साल की बच्ची की मौत हो गई। 56 लोग बीमार हो गए हैं। इनमें से 15 की हालत गंभीर है। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया है। मृतकों में 70 साल की तारावती व दो साल की चांदनी शामिल हैं।
गांव में डायरिया फैलने का कारण पीने वाले पानी में सीवरेज व बारिश के पानी का मिक्स होना बताया जा रहा है। पंजाब के सेहत मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने रविवार को जिला प्रशासन व नगर निगम की टीमों के साथ गांव पहुंच कर हालात का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों से मिलकर उनका हाल जाना। उन्होंने सेहत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि डायरिया के फैलाव को रोकने के लिए तुरंत और प्रभावशाली कदम उठाए जाएं। उन्होंने बताया कि मरीजों का इलाज पूरी तरह से मुफ्त किया जा रहा है और गांव में डिस्पेंसरियां खोली गई हैं, जहां ओआरएस, एंटीबायोटिक्स और क्लोरीन की गोलियां मुफ्त में दी जा रही हैं।
सेहत विभाग के जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. सुमित सिंह ने बताया कि गांव में नगर निगम की ओर से की जा रही पानी की सप्लाई को फिलहाल बंद करा दिया गया है। टैंकरों के जरिये गांव में पानी की सप्लाई की जा रही है। विभाग की टीमों की ओर से घर-घर सर्वे करके लोगों को डायरिया से बचने के लिए पानी उबाल कर या फिर क्लोरीन की गोलियां मिलाकर इस्तेमाल करने को कहा जा रहा है। उन्होंने बताया कि गांव से पानी के 10 सैंपल लेकर जांच को भेजे गए हैं। इसके साथ ही स्टूल के सैंपल भी लिए जा रहे हैं।
24 घंटे की मुफ्त चिकित्सा सुविधा
अपनी फेरी के मौके पर सेहत मंत्री ने लोगों से अपील की कि अगर किसी व्यक्ति को लगातार दस्त, उल्टी या कमजोरी महसूस हो, तो वह तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे। वहां 24 घंटे की मुफ्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों को आदेश दिए कि पीने के पानी की सफाई सुनिश्चित की जाए और नालियों व नालों की तुरंत सफाई करवाई जाए। उन्होंने माना कि पीने के पानी की सप्लाई में सीवरेज व बारिश के पानी की मिक्सिंग से डायरिया फैला है। लोगों से अपील भी की कि अवैध जल कनेक्शन न करवाएं, क्योंकि इससे पीने के पानी की गुणवत्ता प्रभावित होती है। उन्होंने साफ-सुथरा, उबला हुआ पानी पीने और अपने क्षेत्र की सफाई बनाए रखने की अपील भी की।
लोग करते रहे शिकायत, लेकिन निगम ने नहीं ली सुध
गांव के लोगों का कहना है कि पिछले कईं दिनों से दूषित पानी की सप्लाई हो रही थी। यह शिकायत लेकर गांव के लोगों ने नगर निगम तक भी पहुंच की लेकिन अधिकारियों ने इन शिकायतों को हल्के में लिया और उन्होंने न तो गांव से पानी के सैंपल लिए और न ही दूषित पानी की समस्या को कोई हल किया। इसका खामियाजा अब लोगों को भुगतना पड़़ रहा है।
मेरी आंखों के सामने मेरी बच्ची मर गई, लेकिन डाॅक्टर ने चाय व बिस्कुट नहीं छोड़ा
सेहत मंत्री डाॅ. बलबीर सिंह जब पीडित परिवार के घर पहुंचे, तो डायरिया से मरने वाली बुजुर्ग महिला की बेटी प्रेमलता ने कहा कि मंत्री साहब मैं अपनी दो साल की बच्ची को लेकर सरकारी माता कौशल्या अस्पताल पहुंची थी, लेकिन वहां डाक्टर चाय व बिस्कुट ले रहे थे। डाॅक्टर ने कहा कि तुम बच्ची को बिस्तर पर लिटाओ, मैं आती हूं। जब तक चाय व बिस्कुट खत्म करके डाॅक्टर आई, तब तक मेरी आंखों के सामने मेरी बच्ची मर चुकी थी। प्रेमलता ने आरोप लगाया कि यह डाॅक्टर की लापरवाही है। वह रोती बिलखती रही, लेकिन डाक्टर ने सुनवाई नहीं की। जवाब में सेहत मंत्री ने कहा कि वह इस मामले की जांच करेंगे।
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-15 की हालत गंभीर, अस्पताल में दाखिल कराया
अमर उजाला ब्यूरो
पटियाला। पटियाला के गांव अलीपुर अराइयां के वार्ड नंबर 15 में डायरिया फैलने से एक ही परिवार की 70 साल की बुजुर्ग महिला व दो साल की बच्ची की मौत हो गई। 56 लोग बीमार हो गए हैं। इनमें से 15 की हालत गंभीर है। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया है। मृतकों में 70 साल की तारावती व दो साल की चांदनी शामिल हैं।
गांव में डायरिया फैलने का कारण पीने वाले पानी में सीवरेज व बारिश के पानी का मिक्स होना बताया जा रहा है। पंजाब के सेहत मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने रविवार को जिला प्रशासन व नगर निगम की टीमों के साथ गांव पहुंच कर हालात का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों से मिलकर उनका हाल जाना। उन्होंने सेहत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि डायरिया के फैलाव को रोकने के लिए तुरंत और प्रभावशाली कदम उठाए जाएं। उन्होंने बताया कि मरीजों का इलाज पूरी तरह से मुफ्त किया जा रहा है और गांव में डिस्पेंसरियां खोली गई हैं, जहां ओआरएस, एंटीबायोटिक्स और क्लोरीन की गोलियां मुफ्त में दी जा रही हैं।
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सेहत विभाग के जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. सुमित सिंह ने बताया कि गांव में नगर निगम की ओर से की जा रही पानी की सप्लाई को फिलहाल बंद करा दिया गया है। टैंकरों के जरिये गांव में पानी की सप्लाई की जा रही है। विभाग की टीमों की ओर से घर-घर सर्वे करके लोगों को डायरिया से बचने के लिए पानी उबाल कर या फिर क्लोरीन की गोलियां मिलाकर इस्तेमाल करने को कहा जा रहा है। उन्होंने बताया कि गांव से पानी के 10 सैंपल लेकर जांच को भेजे गए हैं। इसके साथ ही स्टूल के सैंपल भी लिए जा रहे हैं।
24 घंटे की मुफ्त चिकित्सा सुविधा
अपनी फेरी के मौके पर सेहत मंत्री ने लोगों से अपील की कि अगर किसी व्यक्ति को लगातार दस्त, उल्टी या कमजोरी महसूस हो, तो वह तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे। वहां 24 घंटे की मुफ्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों को आदेश दिए कि पीने के पानी की सफाई सुनिश्चित की जाए और नालियों व नालों की तुरंत सफाई करवाई जाए। उन्होंने माना कि पीने के पानी की सप्लाई में सीवरेज व बारिश के पानी की मिक्सिंग से डायरिया फैला है। लोगों से अपील भी की कि अवैध जल कनेक्शन न करवाएं, क्योंकि इससे पीने के पानी की गुणवत्ता प्रभावित होती है। उन्होंने साफ-सुथरा, उबला हुआ पानी पीने और अपने क्षेत्र की सफाई बनाए रखने की अपील भी की।
लोग करते रहे शिकायत, लेकिन निगम ने नहीं ली सुध
गांव के लोगों का कहना है कि पिछले कईं दिनों से दूषित पानी की सप्लाई हो रही थी। यह शिकायत लेकर गांव के लोगों ने नगर निगम तक भी पहुंच की लेकिन अधिकारियों ने इन शिकायतों को हल्के में लिया और उन्होंने न तो गांव से पानी के सैंपल लिए और न ही दूषित पानी की समस्या को कोई हल किया। इसका खामियाजा अब लोगों को भुगतना पड़़ रहा है।
मेरी आंखों के सामने मेरी बच्ची मर गई, लेकिन डाॅक्टर ने चाय व बिस्कुट नहीं छोड़ा
सेहत मंत्री डाॅ. बलबीर सिंह जब पीडित परिवार के घर पहुंचे, तो डायरिया से मरने वाली बुजुर्ग महिला की बेटी प्रेमलता ने कहा कि मंत्री साहब मैं अपनी दो साल की बच्ची को लेकर सरकारी माता कौशल्या अस्पताल पहुंची थी, लेकिन वहां डाक्टर चाय व बिस्कुट ले रहे थे। डाॅक्टर ने कहा कि तुम बच्ची को बिस्तर पर लिटाओ, मैं आती हूं। जब तक चाय व बिस्कुट खत्म करके डाॅक्टर आई, तब तक मेरी आंखों के सामने मेरी बच्ची मर चुकी थी। प्रेमलता ने आरोप लगाया कि यह डाॅक्टर की लापरवाही है। वह रोती बिलखती रही, लेकिन डाक्टर ने सुनवाई नहीं की। जवाब में सेहत मंत्री ने कहा कि वह इस मामले की जांच करेंगे।