{"_id":"688771557d22054a4f014827","slug":"bhilwara-tilswa-flood-situation-sdrf-rescue-operation-2025-2025-07-28","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bhilwara: भीलवाड़ा के तिलस्वा गांव में मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालात, SDRF की टीम कर रही रेस्क्यू ऑपरेशन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bhilwara: भीलवाड़ा के तिलस्वा गांव में मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालात, SDRF की टीम कर रही रेस्क्यू ऑपरेशन
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भीलवाड़ा
Published by: आशुतोष प्रताप सिंह
Updated Mon, 28 Jul 2025 06:17 PM IST
सार
भीलवाड़ा जिले के बिजौलिया उपखंड के तिलस्वा गांव में रविवार रात से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। गांव के कई हिस्सों में 4 से 5 फीट तक पानी भर गया है, जिससे घरों, दुकानों और मंदिरों में पानी घुस गया।
विज्ञापन
भीलवाड़ा के तिलस्वा गांव में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
भीलवाड़ा जिले के बिजौलिया उपखंड क्षेत्र के तिलस्वा गांव में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। रविवार देर रात से जारी मूसलाधार बारिश के चलते गांव के अधिकांश हिस्से जलमग्न हो गए हैं। कई जगहों पर 4 से 5 फीट तक पानी भर गया है, जिससे घरों, दुकानों और मंदिरों में पानी घुस गया है। तिलस्वा स्थित प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और श्रद्धालु मंदिर परिसर में फंस गए थे।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने रात 3 बजे से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। मौके पर एसडीआरएफ की टीम नाव के जरिए बचाव अभियान चला रही है। तहसीलदार ललित डिडवानिया, कांस्या चौकी प्रभारी नरेश सुखवाल और सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा ले रही है। तीर्थ में फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
गांव का संपर्क अन्य क्षेत्रों से टूट गया है क्योंकि एरू नदी पर बनी पुलिया पर 8 फीट तक पानी बह रहा है। बिजौलिया क्षेत्र में सोमवार सुबह तक 136 मिमी (5.35 इंच) बारिश दर्ज की गई है, जो बीते 15 घंटे से लगातार जारी है। इससे यातायात व्यवस्था ठप हो गई है और किसानों की फसलें जलभराव से प्रभावित हुई हैं।
तिलस्वा तीर्थ मंदिर परिसर पूरी तरह से जलमग्न हो गया है, मंदिर के मुख्य द्वार तक पहुंचने का रास्ता डूब गया है। मंदिर के भीतर फंसे श्रद्धालुओं को सिविल डिफेंस टीम द्वारा सुरक्षित निकाला गया। आसपास की गलियों, दुकानों और रिहायशी मकानों में पानी भरने से स्थानीय जीवनचर्या पूरी तरह बाधित हो गई है। इसी तरह बिजौलिया कस्बे की छाई पुलिया और केसरगंज पुलिया पर तेज बहाव के कारण आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है। कई स्थानों पर वाहन फंसे हुए देखे गए हैं। किसानों की फसलों में पानी भरने से भारी नुकसान हुआ है, जिससे ग्रामीणों में चिंता का माहौल है।
ये भी पढ़ें: 'स्कूल बना खतरे की घंटी', जर्जर छत के नीचे डर के साए में पढ़ते छात्र, बच्चे बोले- डर तो लगता है
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से संपर्क करें। राहत कार्यों के तहत भोजन व अस्थायी आवास की व्यवस्था की जा रही है। एरू नदी के उफान और लगातार बारिश के चलते जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि बारिश का यही सिलसिला जारी रहा तो स्थिति और भयावह हो सकती है। फिलहाल तिलस्वा के हालात गंभीर बने हुए हैं, लेकिन प्रशासन की सक्रियता और मुस्तैदी से राहत की उम्मीद की जा रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और प्रभावित लोगों को सुरक्षित रखने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
Trending Videos
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने रात 3 बजे से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। मौके पर एसडीआरएफ की टीम नाव के जरिए बचाव अभियान चला रही है। तहसीलदार ललित डिडवानिया, कांस्या चौकी प्रभारी नरेश सुखवाल और सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा ले रही है। तीर्थ में फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
गांव का संपर्क अन्य क्षेत्रों से टूट गया है क्योंकि एरू नदी पर बनी पुलिया पर 8 फीट तक पानी बह रहा है। बिजौलिया क्षेत्र में सोमवार सुबह तक 136 मिमी (5.35 इंच) बारिश दर्ज की गई है, जो बीते 15 घंटे से लगातार जारी है। इससे यातायात व्यवस्था ठप हो गई है और किसानों की फसलें जलभराव से प्रभावित हुई हैं।
तिलस्वा तीर्थ मंदिर परिसर पूरी तरह से जलमग्न हो गया है, मंदिर के मुख्य द्वार तक पहुंचने का रास्ता डूब गया है। मंदिर के भीतर फंसे श्रद्धालुओं को सिविल डिफेंस टीम द्वारा सुरक्षित निकाला गया। आसपास की गलियों, दुकानों और रिहायशी मकानों में पानी भरने से स्थानीय जीवनचर्या पूरी तरह बाधित हो गई है। इसी तरह बिजौलिया कस्बे की छाई पुलिया और केसरगंज पुलिया पर तेज बहाव के कारण आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है। कई स्थानों पर वाहन फंसे हुए देखे गए हैं। किसानों की फसलों में पानी भरने से भारी नुकसान हुआ है, जिससे ग्रामीणों में चिंता का माहौल है।
ये भी पढ़ें: 'स्कूल बना खतरे की घंटी', जर्जर छत के नीचे डर के साए में पढ़ते छात्र, बच्चे बोले- डर तो लगता है
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से संपर्क करें। राहत कार्यों के तहत भोजन व अस्थायी आवास की व्यवस्था की जा रही है। एरू नदी के उफान और लगातार बारिश के चलते जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि बारिश का यही सिलसिला जारी रहा तो स्थिति और भयावह हो सकती है। फिलहाल तिलस्वा के हालात गंभीर बने हुए हैं, लेकिन प्रशासन की सक्रियता और मुस्तैदी से राहत की उम्मीद की जा रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और प्रभावित लोगों को सुरक्षित रखने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।