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Kota News: भोपे से इलाज करवाना महिला को पड़ा भारी, पेट पर काटकर किया पथरी निकालने का दावा, अब अस्पताल भर्ती

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोटा Published by: कोटा ब्यूरो Updated Thu, 19 Jun 2025 11:03 PM IST
सार

डॉ. रत्ना जैन ने बताया कि हॉस्पिटल में आने के बाद महिला की सोनोग्राफी करवाई गई। महिला के गॉलब्लैडर में पथरी थी। उसके पेट पर दांत का निशान था। इस बारे में पति से जानकारी ली गई तो उसने सारी बात चिकित्सकों को बताई। 

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Getting treatment from a witch doctor proved costly for the female patient
पथरी के इलाज के नाम पर महिला से धोखा।
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विस्तार
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राजस्थान के बूंदी जिले की निवासी एक महिला अंधविश्वास का शिकार हो गई। महिला को पथरी का इलाज भोपे से करवाना भारी पड़ गया। महिला की तबीयत इतनी खराब हो गई कि उसे कोटा के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। परिवारजनों के मुताबिक, भोपे ने पहले पथरी वाली जगह पर पानी की कुछ बूंदें डालीं और फिर उसने उस जगह को मुंह से काटा। करीब एक मिनट तक वह ऐसा करता रहा। फिर उसने एक छोटा सा पत्थर का टुकड़ा निकालकर महिला को दिखाया और कहा कि पथरी निकल गई है।

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महिला के पति बंटी ने बताया कि वह पत्थर के स्टॉक पर काम करता है। पूरा परिवार बूंदी जिले के इंदरगढ़ में निवास करता है। पत्नी के पेट में लगातार दर्द हो रहा था। करीब एक महीने पहले पत्नी को पेट दर्द की शिकायत पर कोटा के सरकारी अस्पताल में इलाज करवाया गया था। सोनोग्राफी में गॉलब्लैडर में 12 मिमी की पथरी पाई गई थी। इस दौरान डॉक्टरों ने ऑपरेशन की सलाह दी थी, लेकिन वे बिना इलाज करवाए वापस गांव लौट आए। एक रिश्तेदार की सलाह पर 14 जून को भीलवाड़ा के पुर गांव में भोपे के पास गए। वहां 1510 रुपए की पर्ची कटवाई गई। करीब 40-50 मरीजों में से 14-15 पथरी के मरीज थे।

करीब ढाई घंटे के इंतजार के बाद बंटी की पत्नी रेशमा का नंबर आया। भोपे ने पूजा की और रेशमा को लिटाकर पथरी वाली जगह पर पानी की बूंदें डालीं। फिर अपने मुंह से रेशमा की पथरी वाली जगह को करीब एक मिनट तक काटता रहा। फिर पथरी का छोटा सा टुकड़ा निकाल कर हाथ में दे दिया। कुछ देर बाद पत्नी को चक्कर आने लगे। इस बीच भोपे ने एक कागज की पुड़िया में तीन दिन की दवा दी, जिसे कच्चे दूध के साथ खाना था। बंटी ने बताया कि भोपे ने हमारे सामने 6-7 लोगों की पथरी निकाली थी। भोपे द्वारा पथरी निकालने के बाद रेशमा के पेट में हल्का घाव हो गया।

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वहीं, डॉ. रत्ना जैन ने बताया कि हॉस्पिटल में आने के बाद महिला की सोनोग्राफी करवाई गई। महिला के गॉलब्लैडर में पथरी थी। इस दौरान महिला के पेट पर दांत का निशान था। इस बारे में पति से जानकारी ली गई तो उसने सारी बात चिकित्सकों को बताई। डॉ. रत्ना जैन ने कहा कि पथरी निकालने का यह तरीका गलत है। इसे फेथ हीलिंग कहते हैं। भारत में यह काफी प्रचलित है। फेथ हीलिंग से पॉजिटिविटी आती है, जिससे छोटी-मोटी तकलीफें ठीक भी हो जाती हैं। लेकिन जिस तरह का इलाज भोपे ने किया, उससे मरीजों में इंफेक्शन के साथ जान का भी खतरा बढ़ जाता है।

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