{"_id":"68f6f3df65c9972a8e04a24b","slug":"hundreds-of-families-from-over-76-villages-observed-a-blackout-and-celebrated-diwali-in-protest-against-the-dungri-dam-sawai-madhopur-news-c-1-1-noi1439-3540371-2025-10-21","type":"story","status":"publish","title_hn":"Sawai Madhopur News: डूंगरी बांध के विरोध में ग्रामीणों ने मनाई ‘काली दिवाली’, दीये बुझाकर किया ब्लैकआउट","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Sawai Madhopur News: डूंगरी बांध के विरोध में ग्रामीणों ने मनाई ‘काली दिवाली’, दीये बुझाकर किया ब्लैकआउट
न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, सवाई माधोपुर
Published by: सवाई ब्यूरो
Updated Tue, 21 Oct 2025 08:46 AM IST
सार
ईआरसीपी के तहत प्रस्तावित डूंगरी बांध के विरोध में डूब क्षेत्र में आने वाले कई गांवों के ग्रामीणों ने दिवाली पर ब्लैकआउट कर अनोखे तरीके सरकार के प्रति अपना विरोध दर्ज कराया।
विज्ञापन
डूंगरी बांध के विरोध में दिवाली पर ब्लैकआउट
- फोटो : सोशल मीडिया
विज्ञापन
विस्तार
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के तहत सवाई माधोपुर और करौली जिले की सीमा पर प्रस्तावित डूंगरी बांध के विरोध में प्रभावित गांवों का आंदोलन लगातार जारी है।
दीपावली के अवसर पर जहां पूरे देश में गांवों, कस्बों और शहरों में रोशनी का उत्सव मनाया गया, वहीं डूब क्षेत्र में आने वाले दर्जनों गांवों के ग्रामीणों ने डूंगरी बांध विरोध आंदोलन संघर्ष समिति के आह्वान पर ‘काली दिवाली ब्लैकआउट’ कर अनोखे तरीके से अपना विरोध जताया।
ये भी पढ़ें: Rajasthan Fire: चूरू के तारानगर में पटाखों के बारूद से धमाके में तीन झुलसे; जोधपुर की फल मंडी में लगी भीषण आग
बीती रात ग्रामीणों ने रात 8 से 9 बजे तक दीप बुझाकर एक घंटे का पूर्ण ब्लैकआउट किया और शांतिपूर्ण तरीके से सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार से डूंगरी बांध परियोजना को तत्काल निरस्त करने की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि डूंगरी बांध बनने से क्षेत्र के 76 से अधिक गांवों के सैकड़ों परिवार प्रभावित होंगे। यह परियोजना न केवल ग्रामीणों के विस्थापन का कारण बनेगी बल्कि पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान पहुंचाएगी।
आंदोलन के संयोजक कमलेश पटेल ने कहा कि अगर सरकार ने अब भी जनता की आवाज नहीं सुनी, तो यह आंदोलन किसी भी स्तर तक जा सकता है। उन्होंने कहा कि ‘काली दिवाली ब्लैकआउट’ डूंगरी क्षेत्र के लोगों की एकता और विरोध की सशक्त अभिव्यक्ति रहा।
Trending Videos
दीपावली के अवसर पर जहां पूरे देश में गांवों, कस्बों और शहरों में रोशनी का उत्सव मनाया गया, वहीं डूब क्षेत्र में आने वाले दर्जनों गांवों के ग्रामीणों ने डूंगरी बांध विरोध आंदोलन संघर्ष समिति के आह्वान पर ‘काली दिवाली ब्लैकआउट’ कर अनोखे तरीके से अपना विरोध जताया।
विज्ञापन
विज्ञापन
ये भी पढ़ें: Rajasthan Fire: चूरू के तारानगर में पटाखों के बारूद से धमाके में तीन झुलसे; जोधपुर की फल मंडी में लगी भीषण आग
बीती रात ग्रामीणों ने रात 8 से 9 बजे तक दीप बुझाकर एक घंटे का पूर्ण ब्लैकआउट किया और शांतिपूर्ण तरीके से सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार से डूंगरी बांध परियोजना को तत्काल निरस्त करने की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि डूंगरी बांध बनने से क्षेत्र के 76 से अधिक गांवों के सैकड़ों परिवार प्रभावित होंगे। यह परियोजना न केवल ग्रामीणों के विस्थापन का कारण बनेगी बल्कि पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान पहुंचाएगी।
आंदोलन के संयोजक कमलेश पटेल ने कहा कि अगर सरकार ने अब भी जनता की आवाज नहीं सुनी, तो यह आंदोलन किसी भी स्तर तक जा सकता है। उन्होंने कहा कि ‘काली दिवाली ब्लैकआउट’ डूंगरी क्षेत्र के लोगों की एकता और विरोध की सशक्त अभिव्यक्ति रहा।