Himachal Weather: बारिश-भूस्खलन से दुश्वारियां बरकरार, राज्य में 744 सड़कें और 959 बिजली ट्रांसफार्मर बंद
राज्य में तीन नेशनल हाईवे सहित 744 सड़कें, 959 बिजली ट्रांसफार्मर व 472 जल आपूर्ति स्कीमें भी ठप हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।

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हिमाचल प्रदेश में बारिश, भूस्खलन से दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सोमवार रात 8 बजे तक राज्य में तीन नेशनल हाईवे सहित 744 सड़कें बंद रहीं। राज्य में 959 बिजली ट्रांसफार्मर व 472 जल आपूर्ति स्कीमें भी ठप हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। चंबा जिले में 88, कुल्लू 225, मंडी 188, शिमला 141 व सिरमाैर में 52 सड़कें बाधित हैं। शिमला सहित आसपास भागों में आज भी माैसम खराब बना हुआ है।

आज से स्कूल-काॅलेज खुले
उधर, राज्य में छह दिनों के बाद स्कूल-काॅलेज, आईटीआई व विश्वविद्यालय खुल गए हैं। हालांकि, रविवार को सोशल मीडिया पर फर्जी आदेश भी वायरल हुआ, जिसमें 15 सितंबर तक स्कूल बंद रखने की बात कही जा रही है लेकिन सरकार ने इसे खारिज कर दिया है। वहीं जिले कुल्लू के उप मंडल बंजार और मनाली में सभी सरकारी और गैर सरकारी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। जबकि उप मंडल कल्लू के सिर्फ उप तहसील जरी के शिक्षण संस्थान 8 और 9 सितंबर को बंद रहेंगे।
मानसून में अब तक 6,731 कच्चे-पक्के मकानों व दुकानों को क्षति
प्रदेश में बादल फटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। भारी बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन से हर साल तबाही हो रही है। पहाड़ों पर पिछले 30 वर्षों में अत्याधिक बारिश की घटनाओं में 200 फीसदी तक बढ़ोतरी हो गई है। इस मानसून सीजन के दौरान अभी तक कुल 4,08,097.49 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। इस मानसून सीजन में 20 जून से 7 सितंबर तक 366 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। 426 लोग घायल हुए हैं। 41 लोग अभी भी लापता हैं। इस दौरान 163 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई है। प्रदेश में इस अवधि में बादल फटने की 50, बाढ़ की 95 और भूस्खलन की 133 घटनाएं हुई हैं। राज्य में 6,731 कच्चे-पक्के मकानों व दुकानों को क्षति हुई है। 5,284 गोशालाओं को भी नुकसान हुआ है। 1,991 पालतु पशुओं की भी माैत हुई है।
जानिए 14 सितंबर तक कैसा रहेगा माैसम
माैसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से राज्य के कई भागों में 14 सितंबर तक बारिश का दाैर जारी रहने का पूर्वानुमान जताया गया है। आज कुछ स्थानों पर अंधड़ व बिजली चमकने का येलो अलर्ट है। बीती रात को मंडी में 41.0, गोहर 40.0, नाहन 35.4, पांवटा साहिब 30.8, बग्गी 26.0, नारकंडा 24.5, जटोन बैराज 23.4, व सराहन में 20.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
बिलासपुर में भूस्खलन से 24 सड़कें बंद, ग्रामीण क्षेत्रों के लोग परेशान
बिलासपुर जिले में दो दिन से मौसम साफ है, लेकिन दुश्वारियां बरकरार हैं। भूस्खलन होने से अभी भी 24 सड़कें बंद हैं। बीती रात भी एक पक्का घर, दो रसोई घर, एक गोशाला क्षतिग्रस्त हो गई। ग्रामीण सडक़ें बंद होने से लोगों को जिला मुख्यालय और उपमंडल मुख्यालयों में पहुंचने के लिए काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। पुराना चंडीगढ़-मनाली हाईवे पिछले पांच दिन से बंद हैं। इस मार्ग के पंजपीरी के पास हालात यह है कि पैदल चलने तक का रास्ता नहीं बचा है। पंजपीरी के पास पहाड़ी से बहुत बड़े-बड़े पत्थर और मलबा सड़क पर आ गया है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि पुराने नेशनल हाईवे को जल्द खोला जाए, ताकि स्वारघाट आने जाने वाले नौकरीपेशा और स्कूल, आईटीआई के विद्यार्थियों को दिक्कत न हो। इसके अलावा थापना-तलाई वाया मरोत्तन मार्ग भी बंद है, जिससे कोटधार क्षेत्र की 14 पंचायतों के लोगों को मुख्यालय पहुंचने के लिए वाया झंडूता लंबा सफर तया करना पड़ रहा है।