Himachal Weather: हिमाचल में इस दिन फिर करवट बदल सकता है माैसम, इन क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी के आसार
प्रदेश में माैसम फिर करवट बदल सकता है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से राज्य में हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना है।
विस्तार
हिमाचल प्रदेश में माैसम फिर करवट बदल सकता है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से राज्य में हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना है। वहीं राज्य में 13 स्थानों पर न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से कम चल रहा है। तीन स्थानों पर पारा माइनस में है। उधर, जनजातीय जिले लाहाैल-स्पीति के कई इलाकों में तापमान शून्य में होने से झरने-झीले व नाले ठोस बर्फ में तब्दील हो गए हैं। लिंगटी नाला व झरना जमकर ठोस बर्फ में बदल गया है। आज राजधानी शिमला सहित अन्य भागों में धूप खिली हुई है।
कहां कितना न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 9.6, सुंदरनगर 2.9, भुंतर 2.4, कल्पा 1.8, धर्मशाला 7.4, ऊना 5.9, नाहन 10.1, पालमपुर 5.0, सोलन 3.4, मनाली 2.7, कांगड़ा 5.5, मंडी 4.3, बिलासपुर 6.1, हमीरपुर 4.2, जुब्बड़हट्टी 9.8, कुफरी 7.3, कुकुमसेरी -5.8, नारकंडा 4.6, भरमाैर 5.7, रिकांगपिओ 3.5, बरठीं 4.2, पांवटा साहिब 9.0, सराहन 5.1, देहरा गोपीपुर 6.0, ताबो -7.1, नेरी 10.1 व बजाैरा में 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
जानें कब होगी बारिश-बर्फबारी
माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार पूरे प्रदेश में 13 दिसंबर तक माैसम शुष्क बना रहने की संभावना है। 13 दिसंबर की रात से राज्य में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इसके प्रभाव से 14 दिसंबर को राज्य के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश-बर्फबारी हो सकती है। 15 व 16 दिसंबर को भी माैसम साफ रहने के आसार हैं। वहीं मैदानी व कम ऊंचाई वाले कुछ क्षेत्रों में 10 से 12 दिसंबर तक कोहरा छाए रहने का येलो अलर्ट है।
शिंकुला दर्रा बना स्नो प्वाइंट
मनाली-लेह मार्ग बर्फबारी के चलते बंद होने के बाद अब 16,800 फीट ऊंचा शिंकुला दर्रा पर्यटकों के लिए नया स्नो प्वाइंट बन गया है। हाल ही में हुए हिमपात के बाद शिंकुला दर्रा में करीब आधा फीट ताजा बर्फ जमी है, जिसके बाद सैलानियों की आवाजाही यहां तेजी से बढ़ने लगी है। पर्यटन कारोबारियों की मांग को देखते हुए लाहौल-स्पीति प्रशासन ने फोर बाई फोर वाहनों को शिंकुला दर्रा तक आवाजाही की अनुमति प्रदान कर दी है। इससे पहले पर्यटकों के लिए मुख्य स्नो प्वाइंट बारालाचा दर्रा था, लेकिन 8 दिसंबर से दारचा से सरचू की ओर वाहनों की आवाजाही बंद होने के बाद अब सैलानी शिंकुला की ओर रुख कर रहे हैं।
पर्यटन कारोबारी कलजंग, दोरजे, छेरिंग और मंगल ने बताया कि शिंकुला दर्रा तक फोर बाई फोर वाहनों की मंजूरी मिलने से घाटी में पर्यटन गतिविधियों को नया उत्साह मिलेगा और कारोबार को सीधे तौर पर बढ़ावा मिलेगा। कारोबारियों ने प्रशासन से यह अनुमति देने की मांग की थी। उधर, सहायक आयुक्त एवं एसडीएम कल्याणी ने कहा कि पर्यटन कारोबारियों की मांग को देखते हुए पर्यटक वाहनों को शिंकुला दर्रा तक जाने की स्वीकृति दी गई है ताकि शीतकाल में घाटी का पर्यटन और सशक्त हो सके। इधर, शिंकुला तक फोर बाई फोर वाहनों की अनुमति मिलने पर जिप सदस्य कुंगा बौद्ध सहित स्थानीय पर्यटन कारोबारियों ने लाहौल-स्पीति प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।