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Messi In India: सॉल्ट लेक स्टेडियम में हुए बवाल पर जल्द रिपोर्ट सौंपेगी जांच समिति, AIFF का भी आया बयान
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, कोलकाता
Published by: शोभित चतुर्वेदी
Updated Sun, 14 Dec 2025 05:23 PM IST
सार
लियोनल मेसी के कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में हुए कार्यक्रम के दौरान बवाल को लेकर जांच समिति ने जांच शुरू कर दी है।
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कोलकाता का सॉल्ट लेक स्टेडियम
- फोटो : ANI
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विस्तार
अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी के भारत दौरे के दौरान कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में हुए बवाल पर जांच समिति जल्द रिपोर्ट सौंपेगी। कलकत्ता हाई कोर्ट के सेवानिवृत जज असीम कुमार रे की अगुआई में जांच समिति इस घटना की जांच कर रही है। मेसी शनिवार को कोलकाता पहुंचे थे, लेकिन अव्यवस्था के कारण वह स्टेडियम से जल्दी चले गए जिसके बाद नाराज प्रशंसकों ने जमकर उत्पात मचाया था।
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क्यों बढ़ा विवाद?
मेसी G.O.A.T दौरे पर भारत पहुंच चुके हैं। पहले दिन वह कोलकाता पहुंचे और सॉल्ट लेक स्टेडियम का दौरा किया। लैप ऑफ ऑनर के बाद वह स्टेडियम से जल्दी निकल गए। इसके बाद सॉल्ट लेक स्टेडियम में मौजूद फैंस ने जमकर हंगामा किया। मेसी को देखने के लिए हजारों की संख्या में फैंस पहुंचे थे। सबसे बड़ी बात कि उन्होंने टिकट के लिए भारी कीमत भी चुकाई थी। ऐसे में उनके जल्दी स्टेडियम से जाने से फैंस भड़क गए। सुरक्षा कारणों से उनके चारों ओर घेरा इतना सख्त कर दिया गया कि गैलरी में बैठे आम दर्शक उन्हें ठीक से देख ही नहीं सके।
मेसी G.O.A.T दौरे पर भारत पहुंच चुके हैं। पहले दिन वह कोलकाता पहुंचे और सॉल्ट लेक स्टेडियम का दौरा किया। लैप ऑफ ऑनर के बाद वह स्टेडियम से जल्दी निकल गए। इसके बाद सॉल्ट लेक स्टेडियम में मौजूद फैंस ने जमकर हंगामा किया। मेसी को देखने के लिए हजारों की संख्या में फैंस पहुंचे थे। सबसे बड़ी बात कि उन्होंने टिकट के लिए भारी कीमत भी चुकाई थी। ऐसे में उनके जल्दी स्टेडियम से जाने से फैंस भड़क गए। सुरक्षा कारणों से उनके चारों ओर घेरा इतना सख्त कर दिया गया कि गैलरी में बैठे आम दर्शक उन्हें ठीक से देख ही नहीं सके।
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फैंस का आरोप है कि न सिर्फ मैदान में, बल्कि स्टेडियम की बड़ी स्क्रीन पर भी मेसी की साफ तस्वीर नहीं दिखाई गई। सुबह से इंतजार कर रहे दर्शक खुद को ठगा हुआ महसूस करने लगे। धीरे-धीरे 'वी वांट मेसी' के नारे पूरे स्टेडियम में गूंजने लगे और माहौल तनावपूर्ण हो गया। घटना के तुरंत बाद स्टेडियम के अंदर के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। टूटे बैनर, गुस्साए फैंस और अव्यवस्था की तस्वीरें उस उत्सव के बिल्कुल उलट थीं, जिसकी उम्मीद मेसी के आगमन से की जा रही थी।
बंगाल सरकार ने सेवानिवृत न्यायमूर्ति असीम रे के नेतृत्व में जांच समिति गठित की थी। असीम रे ने कहा, 'मैं अभी कोई राय नहीं रख सकता है। मैंने अभी स्टेडियम का दौरा किया है और हम जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपेंगे।' इससे पहले बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मुख्य सचिव डॉक्टर मनोज पंत के साथ स्टेडियम का दौरा किया था।
बंगाल सरकार ने सेवानिवृत न्यायमूर्ति असीम रे के नेतृत्व में जांच समिति गठित की थी। असीम रे ने कहा, 'मैं अभी कोई राय नहीं रख सकता है। मैंने अभी स्टेडियम का दौरा किया है और हम जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपेंगे।' इससे पहले बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मुख्य सचिव डॉक्टर मनोज पंत के साथ स्टेडियम का दौरा किया था।
कल्याण चौबे ने पश्चिम बंगाल सरकार को घेरा
इस घटना को लेकर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) अध्यक्ष कल्याण चौबे ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। कल्याण चौबे ने कहा, मेसी और रोनाल्डो दुनिया के महानतम फुटबॉलरों में शुमार हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया के जरिए लाखों प्रशंसक उन्हें फॉलो करते हैं। फुटबॉल दुनिया का सबसे ज्यादा खेला जाने वाला खेल है। कल की घटना कोलकाता के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण रही। इसे टाला जा सकता था। इससे पता चलता है कि पश्चिम बंगाल की सरकार कितनी अप्रस्तुत और प्रबंधकीय कौशल से रहित है।
उन्होंने कहा, इससे न केवल मेसी को देखने के लिए टिकट खरीदने में भारी रकम खर्च करने वाले प्रशंसकों को आर्थिक नुकसान होगा, बल्कि भारत को भी इससे कहीं ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी, खासकर तब जब प्रधानमंत्री खेल के जरिए भारत को एक सॉफ्ट पावर के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। जब भारत 2036 ओलंपिक के लिए बोली लगा रहा है, जब भारत 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी कर रहा है, जब भारत विश्व पुलिस खेलों की मेजबानी कर रहा है, इन प्रतियोगिताओं के दौरान, प्रतिद्वंद्वी यह सवाल उठा सकते हैं कि क्या कोलकाता या पश्चिम बंगाल किसी अंतरराष्ट्रीय आयोजन की मेजबानी के लिए तैयार नहीं है? शायद प्रबंधन या सरकार इसके लिए परिपक्व नहीं है। इसलिए मुझे लगता है कि इसकी कीमत बंगाल और कोलकाता को अगले 50 वर्षों तक चुकानी पड़ेगी।
इस घटना को लेकर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) अध्यक्ष कल्याण चौबे ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। कल्याण चौबे ने कहा, मेसी और रोनाल्डो दुनिया के महानतम फुटबॉलरों में शुमार हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया के जरिए लाखों प्रशंसक उन्हें फॉलो करते हैं। फुटबॉल दुनिया का सबसे ज्यादा खेला जाने वाला खेल है। कल की घटना कोलकाता के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण रही। इसे टाला जा सकता था। इससे पता चलता है कि पश्चिम बंगाल की सरकार कितनी अप्रस्तुत और प्रबंधकीय कौशल से रहित है।
उन्होंने कहा, इससे न केवल मेसी को देखने के लिए टिकट खरीदने में भारी रकम खर्च करने वाले प्रशंसकों को आर्थिक नुकसान होगा, बल्कि भारत को भी इससे कहीं ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी, खासकर तब जब प्रधानमंत्री खेल के जरिए भारत को एक सॉफ्ट पावर के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। जब भारत 2036 ओलंपिक के लिए बोली लगा रहा है, जब भारत 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी कर रहा है, जब भारत विश्व पुलिस खेलों की मेजबानी कर रहा है, इन प्रतियोगिताओं के दौरान, प्रतिद्वंद्वी यह सवाल उठा सकते हैं कि क्या कोलकाता या पश्चिम बंगाल किसी अंतरराष्ट्रीय आयोजन की मेजबानी के लिए तैयार नहीं है? शायद प्रबंधन या सरकार इसके लिए परिपक्व नहीं है। इसलिए मुझे लगता है कि इसकी कीमत बंगाल और कोलकाता को अगले 50 वर्षों तक चुकानी पड़ेगी।