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OpenAI: क्या आपका बच्चा चैटजीपीटी इस्तेमाल करता है? जान लीजिए ये 4 नए नियम

टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: सुयश पांडेय Updated Sat, 20 Dec 2025 10:11 AM IST
सार

ओपनएआई ने अपने 'मॉडल स्पेक' नियमों को अपडेट करते हुए किशोरों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का एलान किया है। अब 13-17 वर्ष के यूजर्स के लिए एआई का व्यवहार उनके उम्र के अनुसार और ज्यादा सुरक्षित होगा। 

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OpenAI Updates Model Spec to Prioritise Teen Safety Over Information Delivery
ओपनएआई (सांकेतिक तस्वीर) - फोटो : Adobe Stock
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विस्तार
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ओपनएआई ने बताया है कि वह अपने 'Model Spec' को अपडेट कर रहा है। यह एक तरह का नियमावली है, जो तय करता है कि उसके एआई मॉडल लोगों से कैसे बात और कैसा व्यवहार करेंगे। इस बार इस अपडेट का सबसे बड़ा उद्देश्य किशोरों की सुरक्षा को मजबूत करना है।
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जानकारी से पहले किशोर सुरक्षा

ओपनएआई ने कहा है कि अब वह बाकी सभी लक्ष्यों से पहले 'किशोर सुरक्षा' को प्राथमिकता देगी। यानी अगर जानकारी देने और सुरक्षा में टकराव हुआ, तो सुरक्षा को चुना जाएगा। कंपनी चाहती है कि किशोरों को चैटबॉट इस्तेमाल करते समय सुरक्षित और उनकी उम्र के मुताबिक अनुभव मिले।
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Model Spec क्या है?

Model Spec एक सार्वजनिक दस्तावेज है, जिसमें लिखा होता है कि एआई को किन मूल्यों पर काम करना है, यूजर्स से बात करते समय कैसा व्यवहार करना है और किन बातों से बचना है? ओपनएआई ने इसे इसलिए बदला है क्योंकि किशोरों की जरूरतें और सोच वयस्कों से अलग होती हैं। और एआई को उनसे अलग तरीके से बात करनी चाहिए।

किशोरों के लिए जोड़े गए 4 नए नियम

13-17 साल के यूजर्स के लिए अब ये खास नियम लागू होंगे-
1. किसी भी हालत में किशोरों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी
2. सिर्फ ऑनलाइन चैट पर निर्भर रहने के बजाय, असली दुनिया के रिश्तों और भरोसेमंद लोगों की मदद लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा
3. चैटबॉट बच्चों और वयस्कों जैसा नहीं बल्कि संतुलित और समझदारी भरा व्यवहार दिखाएगा
4. साफ-साफ बताया जाएगा कि चैटबॉट क्या कर सकता है और क्या नहीं

इन बदलावों में खास क्या है?

सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब चैटजीपीटी का मुख्य लक्ष्य 'ज्यादा से ज्यादा मदद करना' नहीं, बल्कि किशोरों की सुरक्षा होगा। इसके अलावा, चैटबॉट अब 13-17 साल के यूजर्स के साथ हां में हां मिलाने से भी बचेगा।

उम्र पहचानने वाला एआई मॉडल

ओपनएआई ने यह भी बताया कि उसका एज प्रेडिक्शन मॉडल अभी शुरुआती चरण में है। यह मॉडल बातचीत के छोटे-छोटे संकेतों से यह समझने की कोशिश करेगा कि यूजर की उम्र क्या है? खासकर तब जब यूजर ने अपनी उम्र बताई न हो। दिलचस्प बात यह है कि एंथ्रोपिक भी ऐसा ही सिस्टम बना रहा है। फिलहाल एंथ्रोपिक का चैटबॉट 'क्वाउड' 18 साल से कम उम्र के लोगों को इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देता।
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