Samsung: सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के एलान से वैश्विक चिप बाजार में अफरा-तफरी, मेमोरी चिप के दाम 60% तक बढ़ाए
रॉयटर्स सूत्रों के अनुसार, सैमसंग ने इस महीने कुछ मेमोरी चिप के दाम सितंबर महीने के मुकाबले 60% तक बढ़ा दिए हैं। इसकी सबसे बड़ी दुनिया भर में एआई डाटा सेंटर्स को बनाने की होड़ बताई जा रही है। जिससे बाजार में इन चिप की भारी कमी हो गई है
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सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने अपने एलान से वैश्विक चिप बाजार में अफरा-तफरी मचा दी है। दरअसल रॉयटर्स के सूत्रों के अनुसार, सैमसंग ने इस महीने कुछ मेमोरी चिप के दाम सितंबर महीने के मुकाबले 60% तक बढ़ा दिए हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह कंपनियों के जरिए दुनिया भर में एआई डाटा सेंटर्स को बनाने की होड़ बताई जा रही है। जिससे बाजार में इन चिप की भारी कमी हो गई है। कंपनी के दो कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी ने अक्तूबर में सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए मूल्य निर्धारण का औपचारिक एलान टाल दिया था, जबकि आमतौर पर हर महीने मूल्य निर्धारण जानकारी आती है।
ये चिप ज्यादातर सर्वर में इस्तेमाल होती हैं, इसलिए इनके बढ़ते दाम बड़ी कंपनियों के लिए डाटा इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में और मुश्किल पैदा करेंगे। साथ ही स्मार्टफोन और कंप्यूटर जैसे प्रोडक्ट्स की कीमत भी बढ़ सकती है। कई बड़े सर्वर मेकर्स और डाटा सेंटर बिल्डर्स अब मान चुके हैं कि उन्हें पर्याप्त प्रोडक्ट नहीं मिलेगा। फ्यूजन वर्ल्डवाइड के प्रेसिडेंट टोबी गोनरमैन ने कहा, "जो प्राइस प्रीमियम दिया जा रहा है, वो बहुत ज्यादा है"
सैमसंग के 32 GB DDR5 मेमोरी चिप मॉड्यूल की कॉन्ट्रैक्ट प्राइस नवंबर में $239 हो गई, जो सितंबर में $149 थी। DDR मेमोरी चिप सर्वर, कंप्यूटर और दूसरे डिवाइसेज में इस्तेमाल होती हैं ताकि डाटा स्टोर करने और तेज ट्रांसफर में मदद मिले। सैमसंग ने 16 GB DDR5 और 128 GB DDR5 चिप के दाम भी करीब 50% बढ़ाकर $135 और $1,194 कर दिए। 64 GB और 96 GB DDR5 चिप के दाम 30% से ज्यादा बढ़े हैं।
सैमसंग ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। बाजार में चिप की इतनी कमी बताई जा रही है कि कुछ ग्राहक पैनिक बायिंग (घबराहट में खरीदारी) कर रहे हैं। चीन की टॉप कॉन्ट्रैक्ट चिपमेकर SMIC ने कहा कि मेमोरी चिप की कमी की वजह से कस्टमर्स दूसरे चिप के ऑर्डर रोक रहे हैं। शाओमी ने भी पिछले महीने चेतावनी दी थी कि चिप के बढ़ते दाम फोन बनाने की लागत बढ़ा रहे हैं।
हालांकि चिप की ये कमी सैमसंग के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, क्योंकि कंपनी एआई चिप में बाकि कंपनियों के मुकाबले पीछे चल रही थी और उसका मुनाफा बाकी कंपनियों के मुकाबले कम बढ़ा था। अब मेमोरी चिप में सैमसंग की मूल्य निर्धारण शक्ति छोटे प्रतिद्वंद्वी जैसे SK हाइनिक्स और माइक्रोन से ज्यादा है। KB सिक्योरिटीज के जेफ किम के मुताबिक, सैमसंग अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में कॉन्ट्रैक्ट का मूल्य निर्धारण 40% से 50% तक बढ़ा सकता है, जबकि चिप उद्योग की औसत तिमाही बढ़ोतरी अधिकतम 30% तक की है। ट्रेंडफोर्स की एली वैंग के मुताबिक, "उन्हें पूरा भरोसा है कि दाम बढ़ेंगे क्योंकि चिप की मांग बहुत ज्यादा है और अधिकतर कंपनियां आपूर्तिकर्ताओं के साथ लंबी अवधि के सौदे कर रही हैं"। ये सौदे 2026 या 2026 से 2027 तक के हैं।