सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Technology ›   Tech Diary ›   starlink vs 5g vs broadband which internet is best option for you

Internet: सैटेलाइट इंटरनेट, 5G या ब्रॉडबैंड? किसमें मिलेगी झन्नाटेदार स्पीड, जेब के हिसाब से कौन होगा सही?

टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: नीतीश कुमार Updated Thu, 25 Dec 2025 08:36 AM IST
सार

Starlink को भारत में लाइसेंस मिलते ही इंटरनेट को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है। सैटेलाइट इंटरनेट, 5G और फाइबर ब्रॉडबैंड, तीनों में क्या फर्क है और आपकी जरूरत के हिसाब से कौन-सा विकल्प सही रहेगा, यहां आसान भाषा में समझिए।

विज्ञापन
starlink vs 5g vs broadband which internet is best option for you
इंटरनेट - फोटो : Adobe Stock
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

भारत में एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस Starlink को हरी झंडी मिल चुकी है और कंपनी अब दूर-दराज और नेटवर्क से कटे इलाकों में अपनी सेवाएं शुरू करने की तैयारी कर रही है। ऐसे में आम यूजर्स के सामने यह दुविधा है कि इंटरनेट के लिए Starlink, 5G या फाइबर ब्रॉडबैंड में किसे चुना जाए। तीनों तकनीकें स्पीड, कवरेज, कीमत और भरोसे के मामले में अलग-अलग हैं।
Trending Videos


Starlink क्या है और किसके लिए बेहतर?
Starlink एक सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सर्विस है, जो Low Earth Orbit (LEO) सैटेलाइट्स के जरिए काम करती है। इसमें घर पर एक डिश लगती है, जो सीधे सैटेलाइट से सिग्नल पकड़ती है। न मोबाइल टावर की जरूरत और न फाइबर लाइन की।
विज्ञापन
विज्ञापन


यह उन इलाकों के लिए सबसे फायदेमंद है, जहां न 4G/5G ठीक से चलता है और न ही ब्रॉडबैंड पहुंचा है। Starlink में आमतौर पर 50 से 200 Mbps की स्पीड और 20–50ms की लेटेंसी मिल सकती है।

हालांकि, इसकी लागत अभी ज्यादा है। कंपनी ने 8 दिसंबर को वेबसाइट पर प्राइस लिस्ट की थी, जिसके मुताबिक इंस्टॉलेशन किट की कीमत 34,000 रुपये और मंथली प्लान की कीमत 8,600 रुपये तक हो सकती है। हालांकि, कंपनी ने प्राइस लिस्ट करने के कुछ देर बाद ही उसे हटा दिया। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी सस्ते प्लान भी ला सकती है।

starlink vs 5g vs broadband which internet is best option for you
5G इंटरनेट (सांकेतिक) - फोटो : AI
5G इंटरनेट किसके लिए सही?
5G मोबाइल इंटरनेट शहरों और बड़े कस्बों में तेजी से फैल रहा है। इसमें किसी इंस्टॉलेशन की जरूरत नहीं होती, सिर्फ 5G फोन या डोंगल से काम चल जाता है। जहां नेटवर्क मजबूत है, वहां 100–300 Mbps की स्पीड और 10–20ms की लेटेंसी मिल सकती है।

हालांकि, 5G की सबसे बड़ी कमजोरी इसका कवरेज है। कई इलाकों में नेटवर्क ट्रैफिक या कमजोर सिग्नल की वजह से स्पीड नहीं मिल पाती। पहाड़ी और ग्रामीण इलाकों में तो 5G अभी भी दूर की बात है। फिलहाल, प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियां 5G सर्विस दे रही हैं और औसतन खर्च 6–10 रुपये प्रति GB पड़ता है।

क्या भरोसेमंद हैं फाइबर ब्रॉडबैंड?
फाइबर ब्रॉडबैंड आज भी सबसे स्थिर और भरोसेमंद इंटरनेट विकल्प माना जाता है। 100 Mbps से लेकर 1 Gbps तक की स्पीड और सिर्फ 5–10ms की लेटेंसी इसे वर्क फ्रॉम होम, स्ट्रीमिंग, गेमिंग और वीडियो कॉल के लिए बेस्ट बनाती है।

कई शहरों में 400 से 1,000 रुपये प्रति माह में अच्छे प्लान मिल जाते हैं और कई कंपनियां फ्री इंस्टॉलेशन भी दे रही हैं। इसकी कमी बस यही है कि गांवों और पहाड़ी इलाकों में इसकी पहुंच अभी सीमित है।

आखिरी फैसला क्या हो?
अगर आप शहर में रहते हैं और स्थिर इंटरनेट चाहते हैं, तो फाइबर ब्रॉडबैंड सबसे अच्छा विकल्प है। वहीं, अगर आपका ज्यादातर काम मोबाइल पर होता है और 5G कवरेज अच्छा है, तो 5G इंटरनेट ठीक रहेगा। लेकिन अगर आप ऐसे इलाके में हैं जहां न ब्रॉडबैंड है और न मोबाइल नेटवर्क, तो भात में जल्द लॉन्च होने वाला सैटेलाइट इंटरनेट Starlink थोड़ा महंगा होने के बाद भी आपके लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News App अपने मोबाइल पे|
Get all Tech News in Hindi related to live news update of latest mobile reviews apps, tablets etc. Stay updated with us for all breaking news from Tech and more Hindi News.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed