साइबर फ्रॉड में हर रोज इजाफा हो रहा है। आए दिन लोगों के बैंक अकाउंट से पैसे उड़ाए जा रहे हैं। भारत में जितनी तेजी से बैंकिंग सेवाएं ऑनलाइन हो रही हैं, उससे अधिक तेजी से बैंकिंग फ्रॉड भी हो रहे हैं। किसी भी तरह की धोखाधड़ी या फ्रॉड होने पर जानकारी के अभाव में लोग समय पर और सही जगह पर शिकायत नहीं कर पाते हैं। ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने और लोगों की मेहनत की कमाई बचाने के लिए होम मिनिस्ट्री और दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने हाथ मिलाया है। होम मिनिस्ट्री और दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किया है जिसपर आप तुरंत शिकायत कर सकते हैं। इसके बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी है। आइए जानते हैं विस्तार से...
ऑनलाइन फ्रॉड होने पर सबसे पहले यहां करें शिकायत, बच जाएगी मेहनत की कमाई
होम मिनिस्ट्री और दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने 155260 हेल्पलाइन पर शुरू किया है। यदि आप किसी भी तरह के ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार होते हैं तो तुरंत इस नंबर पर कॉल करें। 7 से 8 मिनट में आपके खाते से उड़ाए गए पैसे जिस आईडी से दूसरे खाते में ट्रांसफर हुई होगी। हेल्पलाइन, उस बैंक या ई-साइट्स को अलर्ट मैसेज पहुंचेगा। फिर रकम होल्ड पर चली जाएगी।
ऑनलाइन ठगी की घटनाओं को रोकने के लिए गृह मंत्रालय के साइबर पोर्टल https://cybercrime.gov.in/ और दिल्ली पुलिस की साइबर सेल के साथ 155260 पायलट प्रोजेक्ट 2020 में शुरू हुआ था लेकिन अब इसे पूरी तरह लॉन्च कर दिया गया है। इस साइबर पोर्टल पर कोई भी किसी तरह के भी साइबर क्राइम या फ्रॉड की शिकायत कर सकता है।
करीब 55 बैंक्स, ई-वॉलेट्स, ई-कॉमर्स साइट्स, पेमेंट गेटवेज व अन्य संस्थानों ने मिलकर एक इंटरकनेक्ट प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है जिसका नाम 'सिटिजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग सिस्टम' है। इस प्लेटफॉर्म के जरिए बेहद कम समय में ऑनलाइन फाइनेंशियल फ्रॉड्स के शिकार लोगों को बचाया जा सकता है। इस हेल्पलाइन के माध्यम से अब तक 100 से अधिक लोगों के लाखों रुपये बचाए गए हैं।
इस हेल्पलाइन नंबर की दस लाइनें हैं, ताकि किसी को यह नंबर बिजी न मिले। यदि आप हेल्पलाइन नंबर 155260 पर कॉल करते हैं तो आपसे नाम, नंबर, और घटना का समय पूछा जाएगा। बेसिक डिटेल्स लेकर इसे आगे संबंधित पोर्टल और उस बैंक, ई कॉमर्स के डैश बोर्ड पर भेज दिया जाएगा। साथ ही पीड़ित का जो बैंक है, उसको जानकारी शेयर की जाएगी। फ्रॉड के 2 से 3 घंटे बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। अतः जितना जल्दी हो सके शिकायत करें। आप https://cybercrime.gov.in/ पर भी शिकायत कर सकते हैं।