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जिसे करनी थी सुरक्षा उसी ने कर लिया कब्जा
ब्यूरो,अमर उजाला,आजमगढ़
Updated Sat, 20 Jan 2018 01:04 AM IST
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तमसा
- फोटो : अमर उजाला
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नगर क्षेत्र को तमसा की बाढ़ से बचाने के लिए शहर सुरक्षा बांध और एडवांस बांध का निर्माण कराया गया। लेकिन जिस विभाग के पास बंधे के सुरक्षा की जिम्मेदारी थी वही इसकी सुरक्षा के प्रति लापरवाह बना रहा।
इतना ही नहीं विभाग में तैनात एक बाबू ने शहर सुरक्षा बांध पर ही दो जगहों पर जमीन कब्जा कर लिया। जिसका मुकदमा न्यायालय में लंबित है।
इसके अलावा शहर सुरक्षा बांध पर 128 और एडवांस बांध पर आठ अवैध कब्जे की जानकारी विभाग के पास है। जिसके कई मुकदमें जिलाधिकारी न्यायालय और कई मुकदमे डीआरओ बलिया की न्यायालय में लंबित हैं।
आजमगढ़ शहर की जीवनदायिनी कही जाने वाली तमसा आज अपना ही अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। कहीं नदी के किनारे कूड़ा गिराकर नगरपालिका द्वारा इसके दायरे को सीमित किया जा रहा है तो कहीं नदी के किनारे आवास का निर्माण कराया जा रह है।
एक समय था जब नदी की बाढ़ के कारण लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ता था। नगर क्षेत्र के लोगों को बाढ़ की विभीषिका से बचाने के लिए नगर से सटे गुरुघाट से लेकर बवाली मोड़ तक 2.43 किमी लंबा एडवांस बांध बनाया गया।
लेकिन जब नदी ने अपनी धारा बदली तो उसके किनारे-किनारे करतालपुर से लेकर राजा जी किले तक 6.550 किमी तक शहर सुरक्षा बांध का निर्माण कराया गया। लेकिन आज यह बंधा अवैध कब्जे का शिकार हो गया है।
विभाग की मानें तो एडवांस बांध पर कुल आठ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। जबकि शहर सुरक्षा बांध पर कुल 128 कब्जे कर आवासीय भवन बना लिए गए हैं। इन कब्जों में सबसे बड़ी बात यह है कि विभाग के एक बाबू ने भी दलालघाट और बच्चा बाबू पेट्रोल पंप के सामने बांध पर कब्जा जमा रखा है।
जिसका मुकदमा भी न्यायालय में चल रहा है। अगर बंधे पर हुए कब्जे की स्थिति पर नजर डालें तो बंधे पर सबसे ज्यादा कब्जे 2004 से 2007 के बीच हुए हैं। हालांकि 2004 से पूर्व भी बंधे पर कब्जे हुए हैं।
बंधे पर कब्जे के साथ ही बहुत से लोगों ने मानक के विपरीत बंधे से सटाकर आवास का निर्माण करा लिया है। जबकि बंधे के पास कहीं 60, 65, 45 तो कहीं 50 मीटर दूरी के बाद निर्माण करने की इजाजत थी।
बंधे पर कुल 136 लोगों ने अवैध रूप से कब्जा जमा रखा है। इनमें से कुछ लोगों को नोटिस दिसंबर माह में जारी की गई है। बाकी लोगों भेजने की तैयारी है। कब्जे के मामले में 36 मुकदमे बलिया के डीआरओ कार्यालय और कई मामले जिलाधिकारी आजमगढ़ के न्यायालय में लंबित हैं। बंधे पर विभाग के एक बाबू श्रवण ने भी दो जगहों पर कब्जा किया है उनका मुकदमा भी न्यायालय में है।- दीनानाथ, जिलेदार बाढ़खंड।

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इतना ही नहीं विभाग में तैनात एक बाबू ने शहर सुरक्षा बांध पर ही दो जगहों पर जमीन कब्जा कर लिया। जिसका मुकदमा न्यायालय में लंबित है।
इसके अलावा शहर सुरक्षा बांध पर 128 और एडवांस बांध पर आठ अवैध कब्जे की जानकारी विभाग के पास है। जिसके कई मुकदमें जिलाधिकारी न्यायालय और कई मुकदमे डीआरओ बलिया की न्यायालय में लंबित हैं।
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आजमगढ़ शहर की जीवनदायिनी कही जाने वाली तमसा आज अपना ही अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। कहीं नदी के किनारे कूड़ा गिराकर नगरपालिका द्वारा इसके दायरे को सीमित किया जा रहा है तो कहीं नदी के किनारे आवास का निर्माण कराया जा रह है।
एक समय था जब नदी की बाढ़ के कारण लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ता था। नगर क्षेत्र के लोगों को बाढ़ की विभीषिका से बचाने के लिए नगर से सटे गुरुघाट से लेकर बवाली मोड़ तक 2.43 किमी लंबा एडवांस बांध बनाया गया।
लेकिन जब नदी ने अपनी धारा बदली तो उसके किनारे-किनारे करतालपुर से लेकर राजा जी किले तक 6.550 किमी तक शहर सुरक्षा बांध का निर्माण कराया गया। लेकिन आज यह बंधा अवैध कब्जे का शिकार हो गया है।
विभाग की मानें तो एडवांस बांध पर कुल आठ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। जबकि शहर सुरक्षा बांध पर कुल 128 कब्जे कर आवासीय भवन बना लिए गए हैं। इन कब्जों में सबसे बड़ी बात यह है कि विभाग के एक बाबू ने भी दलालघाट और बच्चा बाबू पेट्रोल पंप के सामने बांध पर कब्जा जमा रखा है।
जिसका मुकदमा भी न्यायालय में चल रहा है। अगर बंधे पर हुए कब्जे की स्थिति पर नजर डालें तो बंधे पर सबसे ज्यादा कब्जे 2004 से 2007 के बीच हुए हैं। हालांकि 2004 से पूर्व भी बंधे पर कब्जे हुए हैं।
बंधे पर कब्जे के साथ ही बहुत से लोगों ने मानक के विपरीत बंधे से सटाकर आवास का निर्माण करा लिया है। जबकि बंधे के पास कहीं 60, 65, 45 तो कहीं 50 मीटर दूरी के बाद निर्माण करने की इजाजत थी।
बंधे पर कुल 136 लोगों ने अवैध रूप से कब्जा जमा रखा है। इनमें से कुछ लोगों को नोटिस दिसंबर माह में जारी की गई है। बाकी लोगों भेजने की तैयारी है। कब्जे के मामले में 36 मुकदमे बलिया के डीआरओ कार्यालय और कई मामले जिलाधिकारी आजमगढ़ के न्यायालय में लंबित हैं। बंधे पर विभाग के एक बाबू श्रवण ने भी दो जगहों पर कब्जा किया है उनका मुकदमा भी न्यायालय में है।- दीनानाथ, जिलेदार बाढ़खंड।