गंगाघाट पर श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शनिवार तड़के से ही शुरू हो गया। बदायूं और कासगंज जिले के छोर के घाटों पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाने के बाद सूर्य को अर्क अर्पित किया। पूजा-अर्चना भी की गई। श्रद्धालुओं ने घाट पर मौजूद साधु-संतों का दान-दक्षिणा दी। उन्हें भोजन भी कराया गया। स्नानार्थियों में महिलाओं की संख्या भी खासी रही। बच्चों के मुंडन संस्कार भी कराए गए।
श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए नगर पंचायत प्रशासन और कछला चौकी पुलिस ने इंतजाम भी कराए। घाट पर ही लगे मेला में बच्चों ने मनोरंजन के संसाधनों का लुत्फ उठाया। महिलाओं ने घरेलू सामान की खरीददारी की। चौकी पुलिस ने निजी वाहनों को घाट से पहले ही रोक दिया। चौकी के आसपास निजी वाहनों के सड़क किनारे खड़े कर दिए जाने से कुछे देर तक आवागमन भी प्रभावित रहा।
गंगाघाट पर श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शनिवार तड़के से ही शुरू हो गया। बदायूं और कासगंज जिले के छोर के घाटों पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाने के बाद सूर्य को अर्क अर्पित किया। पूजा-अर्चना भी की गई। श्रद्धालुओं ने घाट पर मौजूद साधु-संतों का दान-दक्षिणा दी। उन्हें भोजन भी कराया गया। स्नानार्थियों में महिलाओं की संख्या भी खासी रही। बच्चों के मुंडन संस्कार भी कराए गए।
श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए नगर पंचायत प्रशासन और कछला चौकी पुलिस ने इंतजाम भी कराए। घाट पर ही लगे मेला में बच्चों ने मनोरंजन के संसाधनों का लुत्फ उठाया। महिलाओं ने घरेलू सामान की खरीददारी की। चौकी पुलिस ने निजी वाहनों को घाट से पहले ही रोक दिया। चौकी के आसपास निजी वाहनों के सड़क किनारे खड़े कर दिए जाने से कुछे देर तक आवागमन भी प्रभावित रहा।