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UP News: 165 वर्ष पूर्व विदेश गए थे पूर्वज, जमीन की तलाश में गांव पहुंचे अनिल सुखलाल; निराश होकर लौटे दिल्ली
अमर उजाला नेटवर्क, गाजीपुर।
Published by: प्रगति चंद
Updated Tue, 11 Nov 2025 06:04 PM IST
सार
अनिल सुखलाल के पूर्वज 165 वर्ष पूर्व वतन छोड़कर दक्षिण अफ्रीका चले गए थे। पूर्वजों की तलाश में अनिल गांव पहुंचे, लेकिन उन्हें सटीक जानकारी नहीं मिल सकी। ऐसे में वे निराश होकर वापस दिल्ली लौट गए।
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अनिल सुखलाल पूर्वजों की तलाश में पहुंचे गांव।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
दक्षिण अफ्रीका के अनिल सुखलाल ककरही पहुंचे। 165 वर्ष पहले उनके पूर्वज यहां से विदेश चले गए थे। अनिल को यहां आने पर उनके पूर्वजों के बारे में कोई कुछ नहीं बता सका, लेकिन अपने पूर्वजों की माटी, गंगा का दर्शन और यहां के स्थलों को देखकर उन्हें जरूर सकून मिला।
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सात समुंदर पार रह कर भी उन्हें अपनी माटी की याद सताती रही और अपने पूर्वजों का घर, यहां की जमीन देखने, उसका पता करने के लिए वह सोमवार को नारायणपुर ककरही गांव आए। गांव वालों ने दिल खोलकर इस प्रवासी नागरिक और उनके साथ आए लोगों का स्वागत किया।
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गांव वालों ने भरोसा दिलाया कि उनके पूर्वजों की खोज में गांव सहभागी बनेगा और पता चलने पर उन्हें सूचित भी करेगा। हालांकि शिवा स्नेह संस्था के संस्थापक उमेश श्रीवास्तव ने उनके पूर्वजों से जुड़ी जानकारी को खंगाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।
सैदपुर क्षेत्र नारायणपुर ककरही निवासी प्रभाकर मिश्रा ने बताया कि अनिल सुखलाल ने बातचीत के दौरान बताया कि उनके पूर्वज राम लखन यादव आज से 165 वर्ष पूर्व अपना वतन छोड़कर दक्षिण अफ्रीका चले गए। छठवीं पीढ़ी के उनके वंशज दिल्ली में दक्षिण अफ्रीका दूतावास में कार्यरत है।
उन्हें ज्ञात हुआ कि उनके पूर्वज भारत के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद के सैदपुर तहसील अंतर्गत नारायणपुर ककरही की रहने वाले हैं। इस जानकारी पर वह गांव आए, लेकिन उन्हें कुछ सटीक नहीं मिल सकी और एक दिन प्रवास के बाद वह पुनः दिल्ली दूतावास को चले गए।