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झांसी: बेधड़क बिक रहीं अधोमानक एंटीबायोटिक दवाएं, मंडल के ललितपुर और जालौन में सबसे ज्यादा
अमर उजाला नेटवर्क, झांसी
Published by: दीपक महाजन
Updated Thu, 06 Nov 2025 07:30 PM IST
सार
झांसी, ललितपुर और जालौन में बड़े पैमाने पर अधोमानक और नकली एंटीबायोटिक दवाएं बिक रही हैं। ये खुलासा खाद्य एवं औषधि नियंत्रण विभाग की जांच में हुआ है। सबसे ज्यादा अधोमानक दवाएं ललितपुर में बिक रही हैं।
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दवा (प्रतीकात्मक फोटो)
- फोटो : एएनआई
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विस्तार
झांसी, ललितपुर और जालौन में बड़े पैमाने पर अधोमानक और नकली एंटीबायोटिक दवाएं बिक रही हैं। ये खुलासा खाद्य एवं औषधि नियंत्रण विभाग की जांच में हुआ है। सबसे ज्यादा अधोमानक दवाएं ललितपुर में बिक रही हैं। जालौन में अधोमानक के साथ नकली दवाएं बिक रही हैं। जांच के दौरान 10 जगह अधोमानक, एक जगह नकली व दो जगह मिथ्याछाप दवाएं मिली हैं। तीन मामलों में अदालती प्रक्रिया चल रही है। आठ मामलों की जांच विभाग कर रहा है।
सहायक आयुक्त औषधि नियंत्रक दीपक शर्मा ने बताया कि अगस्त, सितंबर और अक्तूबर में न सिर्फ सरकारी अस्पताल बल्कि नर्सिंगहोम, मेडिकल स्टोर आदि से एंटीबायोटिक दवाओं के 340 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें 26 दवाएं सरकारी अस्पतालों के थे। सरकारी अस्पतालों की दवाएं तय मानक के अनुसार मिलीं। कुछ नर्सिंगहोम और मेडिकल स्टोर पर जांच के दौरान कई एंटीबायोटिक दवाओं में प्रथम दृष्टया गड़बड़ी नजर आई। इनके सैंपल जांच के लिए लखनऊ की प्रयोगशाला में भेजे गए थे। जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि ललितपुर से भेजे गए सैंपल में छह एंटीबायोटिक दवाएं अधोमानक हैं। एक एंटीबायोटिक पर मिथ्याछाप है।
जालौन से जांच के लिए भेजे गए सैंपल में तीन एंटीबायोटिक दवाएं अधोमानक, एक मिथ्याछाप और एक नकली है। झांसी से भेजे गए सैंपल में एक एंटीबायोटिक दवा अधोमानक है। रिपोर्ट के बाद औषधि विभाग की टीम ने जांच शुरू की। इसके बाद जालौन का एक और ललितपुर के दो मामले को लेकर कोर्ट में केस दाखिल कर दिया गया है।
ये एंटीबायोटिक ड्रग मिले अधोमानक
दांत का दर्द हो या फिर घाव, इसमें सबसे ज्यादा एमोक्सलीन एंटीबायोटिक दवा दी जाती है। बुखार, पेट दर्द आदि बीमारी में सिफेक्सिम व सिप्रोडॉक्सिम एंटीबायोटिक दी जाती है। इन एंटीबायोटिक के साथ अन्य साल्ट (ड्रग) मिलाकर कॉम्बिनेशन दवा भी रोगी को दी जाती है। इन एंटीबायोटिक के साथ पैरासीटामोल, लैक्टोबेसिलस, सिट्रासिन आदि का कॉम्बिनेशन होता है। इससे इन एंटीबायोटिक की सबसे ज्यादा मांग होती है। औषधि विभाग की जांच में खुलासा हुआ है कि ये ही एंटीबायोटिक नकली व अधोमानक मिले हैं।
कई माह से झांसी में रिक्त है ड्रग इंस्पेक्टर का पद
झांसी में दवाओं की जांच के सैंपल लेने का काम धीमी गति से चल रहा है। इसकी वजह कई माह से ड्रग इंस्पेक्टर की तैनाती नहीं होना है। झांसी का प्रभार जालौन की महिला ड्रग इंस्पेक्टर के पास है। वह सप्ताह में कुछ दिन झांसी तो कुछ दिन जालौन में जांच करती हैं।
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सहायक आयुक्त औषधि नियंत्रक दीपक शर्मा ने बताया कि अगस्त, सितंबर और अक्तूबर में न सिर्फ सरकारी अस्पताल बल्कि नर्सिंगहोम, मेडिकल स्टोर आदि से एंटीबायोटिक दवाओं के 340 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें 26 दवाएं सरकारी अस्पतालों के थे। सरकारी अस्पतालों की दवाएं तय मानक के अनुसार मिलीं। कुछ नर्सिंगहोम और मेडिकल स्टोर पर जांच के दौरान कई एंटीबायोटिक दवाओं में प्रथम दृष्टया गड़बड़ी नजर आई। इनके सैंपल जांच के लिए लखनऊ की प्रयोगशाला में भेजे गए थे। जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि ललितपुर से भेजे गए सैंपल में छह एंटीबायोटिक दवाएं अधोमानक हैं। एक एंटीबायोटिक पर मिथ्याछाप है।
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जालौन से जांच के लिए भेजे गए सैंपल में तीन एंटीबायोटिक दवाएं अधोमानक, एक मिथ्याछाप और एक नकली है। झांसी से भेजे गए सैंपल में एक एंटीबायोटिक दवा अधोमानक है। रिपोर्ट के बाद औषधि विभाग की टीम ने जांच शुरू की। इसके बाद जालौन का एक और ललितपुर के दो मामले को लेकर कोर्ट में केस दाखिल कर दिया गया है।
ये एंटीबायोटिक ड्रग मिले अधोमानक
दांत का दर्द हो या फिर घाव, इसमें सबसे ज्यादा एमोक्सलीन एंटीबायोटिक दवा दी जाती है। बुखार, पेट दर्द आदि बीमारी में सिफेक्सिम व सिप्रोडॉक्सिम एंटीबायोटिक दी जाती है। इन एंटीबायोटिक के साथ अन्य साल्ट (ड्रग) मिलाकर कॉम्बिनेशन दवा भी रोगी को दी जाती है। इन एंटीबायोटिक के साथ पैरासीटामोल, लैक्टोबेसिलस, सिट्रासिन आदि का कॉम्बिनेशन होता है। इससे इन एंटीबायोटिक की सबसे ज्यादा मांग होती है। औषधि विभाग की जांच में खुलासा हुआ है कि ये ही एंटीबायोटिक नकली व अधोमानक मिले हैं।
कई माह से झांसी में रिक्त है ड्रग इंस्पेक्टर का पद
झांसी में दवाओं की जांच के सैंपल लेने का काम धीमी गति से चल रहा है। इसकी वजह कई माह से ड्रग इंस्पेक्टर की तैनाती नहीं होना है। झांसी का प्रभार जालौन की महिला ड्रग इंस्पेक्टर के पास है। वह सप्ताह में कुछ दिन झांसी तो कुछ दिन जालौन में जांच करती हैं।