दिलबहार हत्याकांड: अनजान कॉल बनी जानलेवा, इस वजह से पत्नी ने पति और भाई संग मिलकर उतारा था मौत के घाट
सीओ ने बताया कि महिला से ब्लैकमेलिंग करके आए दिन पैसे लेता था। उससे मिलता भी था। युवक के पास महिला से बातचीत की रिकाॅर्डिग थी। कुछ साथ में दोनों की तस्वीरें थीं। उसे युवक आए दिन वायरल करने की धमकी देता था।


विस्तार
सोमवार को हाटा कोतवाली परिसर में आयोजित पत्रकारवार्ता में कसया के सीओ कुंदन सिंह ने बताया कि 10 मई को हाटा कोतवाली क्षेत्र के अथरहां के पास हत्या करके शव फेंका गया था। उसकी पहचान कप्तानगंज थाना क्षेत्र मलुकही के रहने वाले दिलबहार के रूप में हुई थी।
हाटा कोतवाली पुलिस और स्वॉट ने इस घटना की जांच की तो एक-एक कड़ी जुड़ती गई। मृतक के मोबाइल की सर्विलांस से मिली डिटेल ने भी इस हत्याकांड से पर्दा उठाने में मदद की। उसके सहारे पुलिस ने हाटा कोतवाली के लंगड़ी गांव के रहने वाले त्रिलोकी चौहान, उसकी पत्नी और उसके साले अंगद चौहान निवासी पिड़रा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपियों ने हत्या के राज खोल दिए।
पति के कहने पर महिला ने मिलने के बहाने बुलाया
तीनों आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि महिला से युवक आए दिन मिलता था। 10 मई को 10 बजे महिला ने युवक को फोन करके उसे मिलने के लिए बुलाया। युवक पहुंच गया। तीनों मिलकर युवक को पकड़ने लगे। इस बीच युवक ने हाथापाई की। इसी बीच उसे 13 जगह चोटें भी लगीं। तीनों आरोपियों ने युवक को जमीन पर गिरा दिया।
महिला ने युवक के पैर पकड़ लिए। महिला के भाई ने युवक के हाथ पकड़ लिए। पति ने एक मजबूत डंडे से पहला जोरदार प्रहार उसके सिर पर किया। उसने दो प्रहार किया। सामने युवक मौत हो गई। फिर उसे फेंक दिया।
मृतक दिलबहार की फाइल फोटो। संवाद
हत्या कर मृतक के पिता को बताया, मोबाइल नाले में फेंक दिया
10 माह पूर्व अनजान कॉल से हुई थी दोस्ती, अक्सर नरकट की झाड़ियों में मिलते थे
महिला ने बताया कि उसके पास 10 माह पूर्व एक अनजान नंबर से फोन आया। उसने फोन काट दिया। कई बार उसी नंबर से फोन आया। अपनी बातों में दिलबहार हमको फंसा लिया। धीरे-धीरे महिला और दिलबहार के बीच बातें शुरू हो गईं। दोनों एक-दूसरे से मिलने लगे। महिला ने बताया कि घटनास्थल के पास ही नरकट के पास उसका खेत है। वह खेत में जाने के बहाने अक्सर मिलने जाती थी।
27 अप्रैल को पति को हो गई थी जानकारी
पति ने बताया कि उसकी पत्नी का मोबाइल नंबर अक्सर व्यस्त बताता था। उसको शक हो गया था। वह देवरिया में मजदूरी करता है। बीते 20 अप्रैल को आरोपी पति ने अपनी पत्नी को पांच हजार रुपये दिए थे। वह पैसे महिला ने युवक को दो बार में दे दिए। 25 अप्रैल की रात पत्नी के मोबाइल पर फोन किया तो उसका नंबर व्यस्त बताया। पति के पूछने पर महिला ने बताया कि वह अपने मायके बात कर रही थी। पति ने उसके मायके फोन करके पूछा तो महिला ने वहां फोन ही नहीं किया था। 27 अप्रैल को पति ने महिला को बात करते हुए पकड़ लिया। युवक का पता पूछते हुए उसकी हत्या करने का षडयंत्र रच डाला।
फोटो वायरल करने की धमकी देकर वसूली करता था
सीओ ने बताया कि महिला से ब्लैकमेलिंग करके आए दिन पैसे लेता था। उससे मिलता भी था। युवक के पास महिला से बातचीत की रिकाॅर्डिग थी। कुछ साथ में दोनों की तस्वीरें थीं। उसे युवक आए दिन वायरल करने की धमकी देता था। महिला ने पुलिस से बताया कि 10 मई को भी युवक ने उससे पैसे मांगे थे। महिला ने कहा था कि उसके पास सिर्फ पांच सौ रुपये हैं। युवक उससे मिलने के लिए राजी हो गया। नरकट की झाड़ियों में पहुंच गया।
सीडीआर से खुला मौत का राज
युवक की हत्या कर उसका मोबाइल आरोपी ने फेंक दिया था। पुलिस ने मृतक के मोबाइल का सीडीआर निकलवाया तो सबसे अधिक बात महिला से हुई थी। घटनास्थल पर उसके मोबाइल की लोकेशन भी थी। उसके बाद पुलिस ने तीनों को दबोच लिया।