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Maharajganj News: जमीन मिलने पर बढ़ेंगे उद्योग धंधे...हर हाथ को मिलेगा काम
संवाद न्यूज एजेंसी, महाराजगंज
Updated Tue, 08 Jul 2025 12:50 AM IST
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महराजगंज। नेपाल बाॅर्डर से सटे झुलनीपुर में औद्योगिक आस्थान विकसित करने के लिए जमीन अभी उद्योग विभाग को नहीं मिली है। इससे कारोबारियों को जमीन का आवंटन नहीं हो सका। यह मामला राजस्व परिषद में है। उम्मीद है कि जल्द ही जमीन उद्योग विभाग को हस्तांतरित हो जाएगी।
इसके बाद आवेदन करने वाले कारोबारियों को उनकी जरूरत के अनुसार जमीन का आवंटन होगा। क्षेत्र में उद्योग लगने के बाद विकास होने के साथ ही हर हाथ को काम मिलेगा। जानकारी के अनुसार, तीन सितंबर 2022 को उप जिलाधिकारी निचलौल व उपायुक्त उद्योग ने आस्थान के लिए निचलौल के अमड़ा में सीलिंग की भूमि देखने के बाद निदेशक उद्योग को रिपोर्ट भेजी थी। इसके बाद से सभी जरूरी प्रकिया पूरी की गई। करीब तीन साल हो चुका है, लेकिन अभी तक योजना धरातल पर नहीं दिख रही है। लोग बताते हैं कि जमीन मिल गई तो उद्योग धंधों का विकास होने के साथ ही हर हाथ को काम मिलेगा।
चार मार्च 2023 को 25 एकड़ की भूमि उपलब्धता से संबंधित खसरा-खतौनी आदि से संबंधित पत्र आयुक्त व निदेशक उद्योग को भेजा गया था। प्रक्रिया यहीं नहीं रूकी, 22 जुलाई 2023 को सीलिंग की भूमि का निरीक्षण होने के बाद लगा की काम तेज होगा, लेकिन फाइलों के बीच कार्रवाई उलझती गई। समय-समय पर जांच के साथ ही जरूरी पत्रावली शासन को भेजी गई थी।
28 अगस्त 2023 को अधिकारियों की ओर से तैयार रिपोर्ट को जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। इसके बाद से प्रक्रिया शासन में रूकी हुई है। झुलनीपुर में औद्योगिक क्षेत्र में फोर्टिफाइड चावल, प्लास्टिक कुर्सी, एल्युमिनियम रिंग समेत कई उद्योग आने वाले दिनों में विकसित होंगे। इनमें 71 करोड़ रुपये का निवेश होगा। 600 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। झुलनीपुर में बनने वाले औद्योगिक आस्थान में निवेश के लिए 28 लोगों ने भूमि मांगी है।
उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक निगम ने इस पर आस्थान निर्माण की स्वीकृति दे दी है। यहां फोर्टिफाइड चावल, प्लास्टिक कुर्सी, एल्युमिनियम रिंग समेत कई उद्योग विकसित होंगे। इनमें 71 करोड़ रुपये का निवेश होगा। झुलनीपुर गांव के आसपास अमडी, करमहिया, गुलरभार, मिश्रवलीया, बैठवलिया, बहुआर खुर्द, बहुआर कला, कनमिसवा, गेडहवा, भेड़ीयारी, ईटहीया, शीतलापुर खेसरहा, रेंगहिया आदि गांव हैं।
औद्योगिक विकास होने से इन गांवों के लोगों को भी फायदा होगा। अमडा उर्फ झुलनीपुर गांव में बुलकी, पोखरा, पश्चिम, सेमरहना, नौका सहित कुल सात टोले हैं। करीब 2,400 मतदाता हैं, जबकि गांव की आबादी लगभग 6500 के आसपास है। गांव के करीब 1,200 युवा रोजगार के सिलसिले में मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, हैदराबाद में हैं। गांव के ज्यादातर लोग कृषि पर आधारित हैं। उधर, बागापार व चेहरी में खाली जमीन पर उद्योग लगवाने पर विचार किया जा रहा है। 600 एकड़ से अधिक जमीन मिल जाए तो क्षेत्र का चहूंमुखी विकास होगा। अभी इस दिशा में कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है।
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इसके बाद आवेदन करने वाले कारोबारियों को उनकी जरूरत के अनुसार जमीन का आवंटन होगा। क्षेत्र में उद्योग लगने के बाद विकास होने के साथ ही हर हाथ को काम मिलेगा। जानकारी के अनुसार, तीन सितंबर 2022 को उप जिलाधिकारी निचलौल व उपायुक्त उद्योग ने आस्थान के लिए निचलौल के अमड़ा में सीलिंग की भूमि देखने के बाद निदेशक उद्योग को रिपोर्ट भेजी थी। इसके बाद से सभी जरूरी प्रकिया पूरी की गई। करीब तीन साल हो चुका है, लेकिन अभी तक योजना धरातल पर नहीं दिख रही है। लोग बताते हैं कि जमीन मिल गई तो उद्योग धंधों का विकास होने के साथ ही हर हाथ को काम मिलेगा।
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चार मार्च 2023 को 25 एकड़ की भूमि उपलब्धता से संबंधित खसरा-खतौनी आदि से संबंधित पत्र आयुक्त व निदेशक उद्योग को भेजा गया था। प्रक्रिया यहीं नहीं रूकी, 22 जुलाई 2023 को सीलिंग की भूमि का निरीक्षण होने के बाद लगा की काम तेज होगा, लेकिन फाइलों के बीच कार्रवाई उलझती गई। समय-समय पर जांच के साथ ही जरूरी पत्रावली शासन को भेजी गई थी।
28 अगस्त 2023 को अधिकारियों की ओर से तैयार रिपोर्ट को जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। इसके बाद से प्रक्रिया शासन में रूकी हुई है। झुलनीपुर में औद्योगिक क्षेत्र में फोर्टिफाइड चावल, प्लास्टिक कुर्सी, एल्युमिनियम रिंग समेत कई उद्योग आने वाले दिनों में विकसित होंगे। इनमें 71 करोड़ रुपये का निवेश होगा। 600 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। झुलनीपुर में बनने वाले औद्योगिक आस्थान में निवेश के लिए 28 लोगों ने भूमि मांगी है।
उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक निगम ने इस पर आस्थान निर्माण की स्वीकृति दे दी है। यहां फोर्टिफाइड चावल, प्लास्टिक कुर्सी, एल्युमिनियम रिंग समेत कई उद्योग विकसित होंगे। इनमें 71 करोड़ रुपये का निवेश होगा। झुलनीपुर गांव के आसपास अमडी, करमहिया, गुलरभार, मिश्रवलीया, बैठवलिया, बहुआर खुर्द, बहुआर कला, कनमिसवा, गेडहवा, भेड़ीयारी, ईटहीया, शीतलापुर खेसरहा, रेंगहिया आदि गांव हैं।
औद्योगिक विकास होने से इन गांवों के लोगों को भी फायदा होगा। अमडा उर्फ झुलनीपुर गांव में बुलकी, पोखरा, पश्चिम, सेमरहना, नौका सहित कुल सात टोले हैं। करीब 2,400 मतदाता हैं, जबकि गांव की आबादी लगभग 6500 के आसपास है। गांव के करीब 1,200 युवा रोजगार के सिलसिले में मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, हैदराबाद में हैं। गांव के ज्यादातर लोग कृषि पर आधारित हैं। उधर, बागापार व चेहरी में खाली जमीन पर उद्योग लगवाने पर विचार किया जा रहा है। 600 एकड़ से अधिक जमीन मिल जाए तो क्षेत्र का चहूंमुखी विकास होगा। अभी इस दिशा में कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है।