{"_id":"584eed764f1c1b666f649f45","slug":"sbi-atm","type":"story","status":"publish","title_hn":"संकट मोचक बने एसबीआई के एटीएम     ","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
    संकट मोचक बने एसबीआई के एटीएम
 
            	    अमर उजाला ब्यूरो/ मुजफ्फरनगर             
                                                
                        
       Updated Tue, 13 Dec 2016 12:03 AM IST
        
       
    विज्ञापन
    
        
    
     
      
             
                            
                        एटीएम के बाहर लगी भीड़।
                                    - फोटो : अमर उजाला 
                    
    
        
    
विज्ञापन
 
                                                 
                नोटबंदी के बाद लगातार परेशानी झेल रही जनता के सामने सोमवार को विकट परिस्थितियां थी। तीन दिन से बैंक बंद थे। रविवार को जो एटीएम चले उन पर भी पैसा खत्म हो गया था। ऐसे हालात में सोमवार को एसबीआई ने नगर के चार एटीएम में पैसा डालकर परेशान लोगों को कुछ राहत दी। बीमारी के इलाज या अन्य जरूरी कार्यों के लिए जिन लोगों को पैसे चाहिए थे, उन्होंने दो हजार का नोट प्राप्त किया।      
                                
                
                
                 
                    
                                                                                                        
                                                
                        
                        
 
                        
                                                                                      
                   
    
                                                                        
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                                                
                                                                
                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
नोट बंदी के बाद से अब तक जो परिस्थिति बनी थी, उसमें आम जनता के सामने तीन दिन से सबसे खराब हालात हैं। बैंकों में कैश की कमी के चलते पैसे मिल नहीं रहे थे, जिन बैंकों से कुछ कैश मिल रहा था वह भी सरकारी छुट्टी के कारण बंद हो गए। ऐसे हालात में आम जनता करें तो क्या करें। सरकारी नौकरी वालों को उनका वेतन तक नहीं मिला। बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिल पाई। बीमारी के इलाज और रोज के खर्चे के लिए लोगों के पास पैसे नहीं हैं।    
             
                                                    
                                 
                                
                               
                                                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
रविवार को लोगों को शहर में दो ही एटीएम चलने पर परेशानी उठानी पड़ी, वहीं सोमवार को जनता की समस्या को समझते हुए एसबीआई ने चार एटीएम चालू किए। सबसे बड़ी बात यह रही कि किसी अन्य बैंक ने एक एटीएम में भी पैसे नहीं डाले। एसबीआई के चार एटीएम चलने से भले ही लोगों को लंबी लाइन के बाद पैसे मिले, लेकिन किसी हद तक समस्या का निराकरण तो हुआ। लोग दूसरे बैंकों पर यह कहते हुए उंगली उठाते मिले कि लीड बैंक ने कोई प्रयास नहीं किया। अन्य बैंक भी एटीएम में पैसे डालने से कतराते रहे।
                                
                
                
                                
                
                                                                                     
            
                            
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                 
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
तीन दिन बाद खुलेंगे बैंक, सुरक्षा मांगी
मुजफ्फरनगर। मंगलवार को बैंक तीन दिन बाद खुलेंगे। ब्रांच मैनेजरों ने बैंक में आने वाली भीड़ को देखते हुए पुलिस अधिकारियों से व्यवस्था कराने की मांग की है। जिला प्रशासन के अफसरों को भी जानकारी दी गई है। मंगलवार को बैंकों में अधिक भीड़ आने की उम्मीद है।
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                                                                
                                
                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                    
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                
                                                 
                
स्टेट बैंक टीम ने कैश लेस सुविधा के बारे में बताया
नईमंडी एसबीआई के मुख्य प्रबंधक दिग्विजय शर्मा के नेतृत्व में टीम ने व्यापारियों और जनता को कैश लैस सिस्टम के बारे में जानकारी दी। टीम को नईमंडी के व्यापारियों ने 50 स्वाइप मशीनों के आर्डर बुक कराए। टीम में शामिल प्रबंधक योगेश गुप्ता, सुशील वर्मा मेरठ, सचिन राठी ने व्यापारियों को बताया कि स्वाइप मशीन से क्या फायदे हैं। टीम ने 200 लोगों के मोबाइल में एसबीआई का पेटीएम भी डाउन लोड किया। दिग्विजय शर्मा ने बताया कि एसबीआई कैश लैस सुविधा को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम लगातार करता रहेगा।
                                
                
                
                                
                
                                                                                        
                                 
                                
                               
                                                                
                                
                                
                
                                                                
                               
                                                        
         
नोट बंदी के बाद से अब तक जो परिस्थिति बनी थी, उसमें आम जनता के सामने तीन दिन से सबसे खराब हालात हैं। बैंकों में कैश की कमी के चलते पैसे मिल नहीं रहे थे, जिन बैंकों से कुछ कैश मिल रहा था वह भी सरकारी छुट्टी के कारण बंद हो गए। ऐसे हालात में आम जनता करें तो क्या करें। सरकारी नौकरी वालों को उनका वेतन तक नहीं मिला। बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिल पाई। बीमारी के इलाज और रोज के खर्चे के लिए लोगों के पास पैसे नहीं हैं।
विज्ञापन
    
 
                     
                विज्ञापन
                
                    
                
            
            रविवार को लोगों को शहर में दो ही एटीएम चलने पर परेशानी उठानी पड़ी, वहीं सोमवार को जनता की समस्या को समझते हुए एसबीआई ने चार एटीएम चालू किए। सबसे बड़ी बात यह रही कि किसी अन्य बैंक ने एक एटीएम में भी पैसे नहीं डाले। एसबीआई के चार एटीएम चलने से भले ही लोगों को लंबी लाइन के बाद पैसे मिले, लेकिन किसी हद तक समस्या का निराकरण तो हुआ। लोग दूसरे बैंकों पर यह कहते हुए उंगली उठाते मिले कि लीड बैंक ने कोई प्रयास नहीं किया। अन्य बैंक भी एटीएम में पैसे डालने से कतराते रहे।
तीन दिन बाद खुलेंगे बैंक, सुरक्षा मांगी
मुजफ्फरनगर। मंगलवार को बैंक तीन दिन बाद खुलेंगे। ब्रांच मैनेजरों ने बैंक में आने वाली भीड़ को देखते हुए पुलिस अधिकारियों से व्यवस्था कराने की मांग की है। जिला प्रशासन के अफसरों को भी जानकारी दी गई है। मंगलवार को बैंकों में अधिक भीड़ आने की उम्मीद है।
स्टेट बैंक टीम ने कैश लेस सुविधा के बारे में बताया
नईमंडी एसबीआई के मुख्य प्रबंधक दिग्विजय शर्मा के नेतृत्व में टीम ने व्यापारियों और जनता को कैश लैस सिस्टम के बारे में जानकारी दी। टीम को नईमंडी के व्यापारियों ने 50 स्वाइप मशीनों के आर्डर बुक कराए। टीम में शामिल प्रबंधक योगेश गुप्ता, सुशील वर्मा मेरठ, सचिन राठी ने व्यापारियों को बताया कि स्वाइप मशीन से क्या फायदे हैं। टीम ने 200 लोगों के मोबाइल में एसबीआई का पेटीएम भी डाउन लोड किया। दिग्विजय शर्मा ने बताया कि एसबीआई कैश लैस सुविधा को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम लगातार करता रहेगा।