{"_id":"68c47e17e2b5c6d3f20087e2","slug":"2797-nominations-have-been-made-in-inspire-so-far-raebareli-news-c-101-1-slko1034-140781-2025-09-13","type":"story","status":"publish","title_hn":"Raebareli News: इंस्पायर में अब तक हुए 2797 नामांकन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Raebareli News: इंस्पायर में अब तक हुए 2797 नामांकन
संवाद न्यूज एजेंसी, रायबरेली
Updated Sat, 13 Sep 2025 01:39 AM IST
विज्ञापन

विज्ञापन
रायबरेली। इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों से वैज्ञानिक सोच पर आधारित आइडिया, नवाचार एवं नए विचारों के साथ नामांकन की रफ्तार तेज हो गई है। पिछले वर्ष का आंकड़ा तो बृहस्पतिवार को ही पार कर लिया गया था। शुक्रवार को 50 फीसदी से ज्यादा नामांकन हो गए। नामांकन की अंतिम तिथि 15 सितंबर तय है, जिसमें तीन दिन बाकी है।
इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत बच्चों को उनकी वैज्ञानिक प्रतिभा को बेहतर मंच देने का प्रयास किया जाता है। ज्यादा से ज्यादा बच्चे प्रतिभाग कर सकें, इसके लिए लक्ष्य निर्धारित कर रोजाना समीक्षा कराई जा रही है। इस बार प्रत्येक विद्यालय को पांच-पांच नामांकन कराने का लक्ष्य दिया गया है। जिले में कक्षा 6 से 12 तक की पढ़ाई कराने वाले सभी बोर्डों के 1073 स्कूल संचालित हैं। इस हिसाब से 5365 बच्चों के नामांकन का लक्ष्य मिला है। इसमें माध्यमिक को 1665 और बेसिक को 3700 बच्चों के नामांकन कराने हैं।
इंस्पायर योजना में पिछले वर्ष 2412 नामांकन हुए थे, जिनमें 66 बच्चों को चयनित किया गया था। इन बच्चों ने नामांकन के समय दिए गए प्रोजेक्ट पर अपने मॉडल बनाए और जिला स्तरीय प्रदर्शनी में शामिल कराया। इस बार ज्यादा से ज्यादा नामांकन कराने पर जोर दिया जा रहा है, ताकि माॅडल बनाने के लिए अधिक से अधिक बच्चे चयनित हो सकें। समग्र शिक्षा-माध्यमिक के जिला समन्वयक इरफान अहमद ने बताया कि अब तक 2797 नामांकन हो चुके हैं, जिनमें बेसिक ने 1680 और माध्यमिक ने 1117 नामांकन कराए हैं।
दूसरे दिन भी निजी स्कूलों को बुलाया
रायबरेली। इंस्पायर अवार्ड मानक योजना में नामांकन की रफ्तार बढ़ाने के लिए दूसरे दिन भी माध्यमिक के प्राइवेट स्कूल बुलाए गए। यही वजह रही कि नामांकन में तेजी आई है। शुक्रवार को नगर क्षेत्र, लालगंज, महराजगंज, शिवगढ़, राही, रोहनिया, सलोन, ऊंचाहार विकास क्षेत्र के प्राइवेट स्कूल बुलाए गए। इन स्कूलों ने नामांकन में आने वाली दिक्कतें बताईं तो उसका समाधान किया गया।
शहर के राजकीय इंटर कॉलेज में विकास क्षेत्रवार स्कूलों को अलग-अलग पालियों में बुलाया गया। यह सिलसिला बृहस्पतिवार को शुरू हुआ था। पहले दिन अमावां, बछरावां, छतोह, डलमऊ, सरेनी, डीह, गौरा, हरचंदपुर, जगतपुर, खीरों, सतांव विकास क्षेत्र के विद्यालयों से शिक्षक, लिपिक एवं कंप्यूटर आपरेटर आए थे। अब उन स्कूलों की सूची तैयार की जाएगी, जिन स्कूलों ने एक भी नामांकन नहीं कराया है। ऐसे स्कूलों पर शिकंजा कसा जाएगा।
जिला विद्यालय निरीक्षक संजीव कुमार सिंह ने बताया कि जिले की प्रगति में सुधार हुआ है, फिर भी लक्ष्य से काफी पीछे हैं। इसे पूरा करने के लिए सभी विद्यालय तेजी दिखाएं। हर हाल में 15 सितंबर तक सभी विद्यालय लक्ष्य पूरा करें।

Trending Videos
इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत बच्चों को उनकी वैज्ञानिक प्रतिभा को बेहतर मंच देने का प्रयास किया जाता है। ज्यादा से ज्यादा बच्चे प्रतिभाग कर सकें, इसके लिए लक्ष्य निर्धारित कर रोजाना समीक्षा कराई जा रही है। इस बार प्रत्येक विद्यालय को पांच-पांच नामांकन कराने का लक्ष्य दिया गया है। जिले में कक्षा 6 से 12 तक की पढ़ाई कराने वाले सभी बोर्डों के 1073 स्कूल संचालित हैं। इस हिसाब से 5365 बच्चों के नामांकन का लक्ष्य मिला है। इसमें माध्यमिक को 1665 और बेसिक को 3700 बच्चों के नामांकन कराने हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
इंस्पायर योजना में पिछले वर्ष 2412 नामांकन हुए थे, जिनमें 66 बच्चों को चयनित किया गया था। इन बच्चों ने नामांकन के समय दिए गए प्रोजेक्ट पर अपने मॉडल बनाए और जिला स्तरीय प्रदर्शनी में शामिल कराया। इस बार ज्यादा से ज्यादा नामांकन कराने पर जोर दिया जा रहा है, ताकि माॅडल बनाने के लिए अधिक से अधिक बच्चे चयनित हो सकें। समग्र शिक्षा-माध्यमिक के जिला समन्वयक इरफान अहमद ने बताया कि अब तक 2797 नामांकन हो चुके हैं, जिनमें बेसिक ने 1680 और माध्यमिक ने 1117 नामांकन कराए हैं।
दूसरे दिन भी निजी स्कूलों को बुलाया
रायबरेली। इंस्पायर अवार्ड मानक योजना में नामांकन की रफ्तार बढ़ाने के लिए दूसरे दिन भी माध्यमिक के प्राइवेट स्कूल बुलाए गए। यही वजह रही कि नामांकन में तेजी आई है। शुक्रवार को नगर क्षेत्र, लालगंज, महराजगंज, शिवगढ़, राही, रोहनिया, सलोन, ऊंचाहार विकास क्षेत्र के प्राइवेट स्कूल बुलाए गए। इन स्कूलों ने नामांकन में आने वाली दिक्कतें बताईं तो उसका समाधान किया गया।
शहर के राजकीय इंटर कॉलेज में विकास क्षेत्रवार स्कूलों को अलग-अलग पालियों में बुलाया गया। यह सिलसिला बृहस्पतिवार को शुरू हुआ था। पहले दिन अमावां, बछरावां, छतोह, डलमऊ, सरेनी, डीह, गौरा, हरचंदपुर, जगतपुर, खीरों, सतांव विकास क्षेत्र के विद्यालयों से शिक्षक, लिपिक एवं कंप्यूटर आपरेटर आए थे। अब उन स्कूलों की सूची तैयार की जाएगी, जिन स्कूलों ने एक भी नामांकन नहीं कराया है। ऐसे स्कूलों पर शिकंजा कसा जाएगा।
जिला विद्यालय निरीक्षक संजीव कुमार सिंह ने बताया कि जिले की प्रगति में सुधार हुआ है, फिर भी लक्ष्य से काफी पीछे हैं। इसे पूरा करने के लिए सभी विद्यालय तेजी दिखाएं। हर हाल में 15 सितंबर तक सभी विद्यालय लक्ष्य पूरा करें।