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अजब-गजब: संतकबीरनगर का हाल, हो रहा था पेट दर्द, दे दी गर्भपात की दवा
संवाद न्यूज एजेंसी, संत कबीर नगर।
Updated Mon, 17 Jul 2023 04:45 PM IST
सार
बेलहर कला थाना क्षेत्र के ग्राम महुआ निवासी सलामुद्दीन ने एसपी को दिए पत्र में कहा है कि उसकी भाभी को बुखार, उल्टी और चक्कर आ रहा था। जिस पर 25 मई को नंदौर चौराहे पर स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल पर बैठने वाली स्त्री रोग विशेषज्ञ के यहां इलाज के लिए ले गया।
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सांकेतिक तस्वीर।
- फोटो : iStock
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विस्तार
संतकबीरनगर जिले में मेंहदावल क्षेत्र के नंदौर बाजार में संचालित एक प्राइवेट चिकित्सालय पर गलत इलाज के बाद महिला की स्थिति बिगड़ने तथा तीन माह का गर्भ खराब होने का आरोप लगा है। पीड़ित ने इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से की है। इसके साथ ही एसपी को भी प्रार्थना पत्र दिया है। लेकिन अभी तक कार्रवाई न होने से लोगों में रोष व्याप्त है।
बेलहर कला थाना क्षेत्र के ग्राम महुआ निवासी सलामुद्दीन ने एसपी को दिए पत्र में कहा है कि उसकी भाभी को बुखार, उल्टी और चक्कर आ रहा था। जिस पर 25 मई को नंदौर चौराहे पर स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल पर बैठने वाली स्त्री रोग विशेषज्ञ के यहां इलाज के लिए ले गया। लेकिन उस दौरान उक्त महिला चिकित्सक मौजूद नहीं थी।
चिकित्सालय पर मौजूद एक व्यक्ति ने परिजनों से महिला की बीमारी के बारे में पूछताछ किया। परिजनों ने बुखार, उल्टी तथा चक्कर आदि की दिक्कत बताने के साथ ही तीन माह के गर्भ की बात बताया। जिस पर उक्त व्यक्ति ने कहा कि महिला चिकित्सक की अनुपस्थिति में वह स्वयं लोगों का इलाज करता है।
यह कहते हुए उसने महिला नर्स से कहकर पीड़ित के भाभी को इंजेक्शन लगाते हुए पर्ची पर दवा लिख दिया। लेकिन जो दो इंजेक्शन लगाए गए थे उनका जिक्र पर्ची पर नहीं किया। इलाज के दूसरे दिन 26 मई को भाभी व भाई सूरत जा रहे थे।
उसी दौरान ट्रेन में दवा खाने के कुछ देर बाद ही भाभी की तबियत खराब हो गई। जब सूरत में चिकित्सकों से दिखाया गया तो उन्होंने नंदौर बाजार स्थित हॉस्पिटल के जरिए लिखी गई दवा और इंजेक्शन को गर्भपात का कारण बताया। उसने पूरा मामला प्राइवेट हॉस्पिटल पर पहुंचकर उठाया तो वह लोग मारपीट पर आमादा हो गए।
उक्त हॉस्पिटल पर आए दिन मरीजों का शोषण किया जा रहा है। यहां पर एक व्यक्ति फर्जी तरीके से डॉक्टर बनकर इलाज कर रहा है। उसके बारे में जब पता किया गया तो लोगों ने बताया कि वह फोटोग्राफर है उसके पास डॉक्टर की कोई डिग्री नहीं है। उसने बताया कि पूरे मामले से स्वास्थ्य विभाग और एसपी को पत्र भेजकर अवगत करा दिया गया है।
इस संबंध में सीएमओ डाॅ अनिरूद्ध सिंह ने कहा कि मामला अभी नहीं आया है। अगर प्रार्थना पत्र आता है तो कार्रवाई की जाएगी।
बेलहर कला थाना क्षेत्र के ग्राम महुआ निवासी सलामुद्दीन ने एसपी को दिए पत्र में कहा है कि उसकी भाभी को बुखार, उल्टी और चक्कर आ रहा था। जिस पर 25 मई को नंदौर चौराहे पर स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल पर बैठने वाली स्त्री रोग विशेषज्ञ के यहां इलाज के लिए ले गया। लेकिन उस दौरान उक्त महिला चिकित्सक मौजूद नहीं थी।
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चिकित्सालय पर मौजूद एक व्यक्ति ने परिजनों से महिला की बीमारी के बारे में पूछताछ किया। परिजनों ने बुखार, उल्टी तथा चक्कर आदि की दिक्कत बताने के साथ ही तीन माह के गर्भ की बात बताया। जिस पर उक्त व्यक्ति ने कहा कि महिला चिकित्सक की अनुपस्थिति में वह स्वयं लोगों का इलाज करता है।
यह कहते हुए उसने महिला नर्स से कहकर पीड़ित के भाभी को इंजेक्शन लगाते हुए पर्ची पर दवा लिख दिया। लेकिन जो दो इंजेक्शन लगाए गए थे उनका जिक्र पर्ची पर नहीं किया। इलाज के दूसरे दिन 26 मई को भाभी व भाई सूरत जा रहे थे।
उसी दौरान ट्रेन में दवा खाने के कुछ देर बाद ही भाभी की तबियत खराब हो गई। जब सूरत में चिकित्सकों से दिखाया गया तो उन्होंने नंदौर बाजार स्थित हॉस्पिटल के जरिए लिखी गई दवा और इंजेक्शन को गर्भपात का कारण बताया। उसने पूरा मामला प्राइवेट हॉस्पिटल पर पहुंचकर उठाया तो वह लोग मारपीट पर आमादा हो गए।
उक्त हॉस्पिटल पर आए दिन मरीजों का शोषण किया जा रहा है। यहां पर एक व्यक्ति फर्जी तरीके से डॉक्टर बनकर इलाज कर रहा है। उसके बारे में जब पता किया गया तो लोगों ने बताया कि वह फोटोग्राफर है उसके पास डॉक्टर की कोई डिग्री नहीं है। उसने बताया कि पूरे मामले से स्वास्थ्य विभाग और एसपी को पत्र भेजकर अवगत करा दिया गया है।
इस संबंध में सीएमओ डाॅ अनिरूद्ध सिंह ने कहा कि मामला अभी नहीं आया है। अगर प्रार्थना पत्र आता है तो कार्रवाई की जाएगी।