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Shahjahanpur News: गैस सिलिंडर लीक होने से लगी आग, झुलसे बालक की मौत
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चौक कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला जियाखेल में गैस सिलिंडर लीक होने से लगी आग के बाद लगी लोगों की भ
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शाहजहांपुर। मोहल्ला जियाखेल में रहने वाले बसंत के घर में बृहस्पतिवार दोपहर खाना बनाने के दौरान गैस सिलिंडर लीक होने से आग लग गई। फायर ब्रिगेड टीम ने मौके पर पहुंच बमुश्किल आग पर काबू पाया। आग से बुरी तरह झुलसे बसंत के दस वर्षीय बेटे मोहन को हालत गंभीर होने पर राजकीय मेडिकल कॉलेज से रेफर कर दिया। इलाज के लिए ले जाते समय जलालाबाद के पास उसकी मौत हो गई।
किराना दुकानदार बसंत बेटे मोहन, बेटी नीलम, ममता, हेमलता और मेघा के साथ जियाखेल मोहल्ले में रहते हैं। दोपहर बाद उनकी बेटियां किचन में गैस चूल्हे पर खाना बना रहीं थीं। उनका बेटा मोहन कमरे में था। इस बीच सिलिंडर लीक होने से अचानक आग लग गई।
देखते ही देखते आग कमरे में फैल गई। बसंत की बेटियां शोर मचाते हुए मकान से बाहर की ओर भागीं, लेकिन कमरे में बैठा मोहन आग की चपेट में आ गया। सूचना पर फायर ब्रिगेड टीम भी मौके पर पहुंच गई। आग पर किसी तरह काबू पाया गया। सिलिंडर को घर से बाहर निकाला।
आग से झुलसे मोहन को ई-रिक्शा से राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाकर भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ने पर डॉक्टर ने उसे रेफर कर दिया। परिजन उसे इलाज के लिए सैफई लेकर जा रहे थे। बृहस्पतिवार शाम एंबुलेंस जलालाबाद के पास थी तभी मोहन की अचानक तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। चालक ने कुछ दूरी पर स्थित सीएचसी पहुंचा दिया। यहां डॉक्टर ने बालक को मृत घोषित कर दिया। मोहन की मौत से पिता और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

किराना दुकानदार बसंत बेटे मोहन, बेटी नीलम, ममता, हेमलता और मेघा के साथ जियाखेल मोहल्ले में रहते हैं। दोपहर बाद उनकी बेटियां किचन में गैस चूल्हे पर खाना बना रहीं थीं। उनका बेटा मोहन कमरे में था। इस बीच सिलिंडर लीक होने से अचानक आग लग गई।
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देखते ही देखते आग कमरे में फैल गई। बसंत की बेटियां शोर मचाते हुए मकान से बाहर की ओर भागीं, लेकिन कमरे में बैठा मोहन आग की चपेट में आ गया। सूचना पर फायर ब्रिगेड टीम भी मौके पर पहुंच गई। आग पर किसी तरह काबू पाया गया। सिलिंडर को घर से बाहर निकाला।
आग से झुलसे मोहन को ई-रिक्शा से राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाकर भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ने पर डॉक्टर ने उसे रेफर कर दिया। परिजन उसे इलाज के लिए सैफई लेकर जा रहे थे। बृहस्पतिवार शाम एंबुलेंस जलालाबाद के पास थी तभी मोहन की अचानक तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। चालक ने कुछ दूरी पर स्थित सीएचसी पहुंचा दिया। यहां डॉक्टर ने बालक को मृत घोषित कर दिया। मोहन की मौत से पिता और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है।