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Sonebhadra News: तीन घंटे के अंदर मासूम भाई-बहन की मौत, सीने में जकड़न-उल्टी से थे पीड़ित
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कोन ब्लॉक के गिधिया गांव के मृतक-अन्नया(फाइल फोटो)स्रोत परिजन
- फोटो : साईंपुर गांव के पास माइनर कटने से खेतों में भरा पानी।
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कोन। स्थानीय थाना क्षेत्र के गिधिया गांव में मंगलवार को सुबह महज तीन घंटे के अंतराल में भाई तीन महीने के अंशु और बहन चार साल की अनन्या की मौत हो गई। अंशु को सीने में जकड़न और उल्टी-दस्त होने पर परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
घर लौटने के कुछ देर ही बाद अनन्या की तबीयत बिगड़ गई और उसने भी दम तोड़ दिया। दो बच्चों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। दोनों की ठंड लगने से मौत की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल, दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा, तब स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
गिधिया के विकास कुशवाहा रोजगार के सिलसिले में रायगढ़ गए हैं। घर में पत्नी पूजा अंशु और अनन्या के साथ रहती हैं। विकास के ताऊ लल्लू कुशवाहा ने बताया कि सोमवार की रात अंशु की तबीयत खराब हो गई। उसे सर्दी-खांसी, सीने में जकड़न और उल्टी-दस्त होने पर घरेलू दवा दी गई लेकिन उसकी हालत बिगड़ी जा रही थी। भोर में परिजन उसे कोन स्थित निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
कुछ देर बाद अनन्या को भी उल्टी शुरू हो गईं। परिजन उसे रॉबर्ट्सगंज स्थित निजी अस्पताल ले गए, वहां डॉक्टर ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। महज तीन घंटे के अंतराल में भाई-बहन की मौत ने हर किसी को झकझोर दिया। मां पूजा का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना की सूचना पर विकास घर के लिए रवाना हो गए। ओबरा एसडीएम विवेक सिंह ने बताया कि बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बच्चे के शव को परिजनों ने दफना दिया है। मजिस्ट्रेट की निगरानी में बच्चे के शव को निकलवा कर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।
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वर्जन...
दोनों बच्चों की मौत किन कारणों से हुई, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ होगा। ठंड से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। सभी अस्पतालों में बचाव के इंतजाम किए गए हैं। इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। - डॉ. पीके राय, सीएमओ।
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इनसेट-
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बीमार मासूम को लेकर पांच किमी तक बाइक से गए थे परिजन, बच्ची भी थी साथ
कोन। गिधिया गांव के बीमार मासूम अंशु को लेकर परिजन तड़के पांच किमी तक बाइक से गए थे। मां के साथ चार साल की बच्ची अनन्या भी साथ में थी।तीन महीने के बेटे की मौत से मां पूजा बेसुध थी। देर शाम तक उसे यह खबर नहीं थी कि बेटी अनन्या की भी जान जा चुकी है। उसकी हालत देख परिवार वालों ने उसे मायके भेज दिया और बेटी की मौत की खबर नहीं दी।
विकास के बड़े पिता लल्लू कुशवाहा ने बताया कि तीन महीने के अंशु की तबीयत सुबह ज्यादा खराब हो गई थी। सांसें उल्टा चल रही थीं। पास में कोई साधन नहीं था। इसलिए बाइक से ही उसे मां के साथ कोन भेज दिया गया। साथ में अनन्या भी गई थी। बाइक से करीब पांच किमी दूर तक जाने के बाद टेंपो मिला, तब अस्पताल पहुंचे। घर से निकलते वक्त अंशु जिंदा था। कोन पहुंचने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घर लौटे तो अनन्या का चेहरा भी काला पड़ गया था। उसकी भी तबीयत खराब देख बोलेरो से जिला अस्पताल ले जाया गया। आशंका जताई जा रही कि सुबह बाइक से जाते समय दोनों ठंड की चपेट में आए होंगे। ओबरा एसडीएम विवेक सिंह, कोन बीडीओ डॉ. जितेंद्र नाथ द्विवेदी ने गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से घटना की जानकारी ली। एसडीएम ने शासन के हरसंभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। संवाद
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बेटा पैदा होने के बाद पूजा ने कराई थी नसबंदी
कोन। तीन महीने पहले ही विकास के परिवार में खुशियों ने दस्तक दी थी। पत्नी पूजा ने ऑपरेशन से बेटे को जन्म दिया था। पहले से बेटी और फिर बेटा होने के बाद पूजा ने ऑपरेशन के दौरान ही नसबंदी करा ली थी। नियति ने एक ही झटके में उसके दोनों बच्चों को छीन लिया। बच्चों की मौत के बाद हर कोई चर्चाएं करता रहा। संवाद
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घर लौटने के कुछ देर ही बाद अनन्या की तबीयत बिगड़ गई और उसने भी दम तोड़ दिया। दो बच्चों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। दोनों की ठंड लगने से मौत की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल, दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा, तब स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
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गिधिया के विकास कुशवाहा रोजगार के सिलसिले में रायगढ़ गए हैं। घर में पत्नी पूजा अंशु और अनन्या के साथ रहती हैं। विकास के ताऊ लल्लू कुशवाहा ने बताया कि सोमवार की रात अंशु की तबीयत खराब हो गई। उसे सर्दी-खांसी, सीने में जकड़न और उल्टी-दस्त होने पर घरेलू दवा दी गई लेकिन उसकी हालत बिगड़ी जा रही थी। भोर में परिजन उसे कोन स्थित निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
कुछ देर बाद अनन्या को भी उल्टी शुरू हो गईं। परिजन उसे रॉबर्ट्सगंज स्थित निजी अस्पताल ले गए, वहां डॉक्टर ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। महज तीन घंटे के अंतराल में भाई-बहन की मौत ने हर किसी को झकझोर दिया। मां पूजा का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना की सूचना पर विकास घर के लिए रवाना हो गए। ओबरा एसडीएम विवेक सिंह ने बताया कि बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बच्चे के शव को परिजनों ने दफना दिया है। मजिस्ट्रेट की निगरानी में बच्चे के शव को निकलवा कर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।
वर्जन...
दोनों बच्चों की मौत किन कारणों से हुई, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ होगा। ठंड से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। सभी अस्पतालों में बचाव के इंतजाम किए गए हैं। इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। - डॉ. पीके राय, सीएमओ।
इनसेट-
बीमार मासूम को लेकर पांच किमी तक बाइक से गए थे परिजन, बच्ची भी थी साथ
कोन। गिधिया गांव के बीमार मासूम अंशु को लेकर परिजन तड़के पांच किमी तक बाइक से गए थे। मां के साथ चार साल की बच्ची अनन्या भी साथ में थी।तीन महीने के बेटे की मौत से मां पूजा बेसुध थी। देर शाम तक उसे यह खबर नहीं थी कि बेटी अनन्या की भी जान जा चुकी है। उसकी हालत देख परिवार वालों ने उसे मायके भेज दिया और बेटी की मौत की खबर नहीं दी।
विकास के बड़े पिता लल्लू कुशवाहा ने बताया कि तीन महीने के अंशु की तबीयत सुबह ज्यादा खराब हो गई थी। सांसें उल्टा चल रही थीं। पास में कोई साधन नहीं था। इसलिए बाइक से ही उसे मां के साथ कोन भेज दिया गया। साथ में अनन्या भी गई थी। बाइक से करीब पांच किमी दूर तक जाने के बाद टेंपो मिला, तब अस्पताल पहुंचे। घर से निकलते वक्त अंशु जिंदा था। कोन पहुंचने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घर लौटे तो अनन्या का चेहरा भी काला पड़ गया था। उसकी भी तबीयत खराब देख बोलेरो से जिला अस्पताल ले जाया गया। आशंका जताई जा रही कि सुबह बाइक से जाते समय दोनों ठंड की चपेट में आए होंगे। ओबरा एसडीएम विवेक सिंह, कोन बीडीओ डॉ. जितेंद्र नाथ द्विवेदी ने गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से घटना की जानकारी ली। एसडीएम ने शासन के हरसंभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। संवाद
बेटा पैदा होने के बाद पूजा ने कराई थी नसबंदी
कोन। तीन महीने पहले ही विकास के परिवार में खुशियों ने दस्तक दी थी। पत्नी पूजा ने ऑपरेशन से बेटे को जन्म दिया था। पहले से बेटी और फिर बेटा होने के बाद पूजा ने ऑपरेशन के दौरान ही नसबंदी करा ली थी। नियति ने एक ही झटके में उसके दोनों बच्चों को छीन लिया। बच्चों की मौत के बाद हर कोई चर्चाएं करता रहा। संवाद

कोन ब्लॉक के गिधिया गांव के मृतक-अन्नया(फाइल फोटो)स्रोत परिजन- फोटो : साईंपुर गांव के पास माइनर कटने से खेतों में भरा पानी।
