सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Sonebhadra News ›   11 power plants will be set up in Sonbhadra for self-sufficient in field of energy

अच्छी खबर: ऊर्जा के क्षेत्र में यूपी बनेगा आत्मनिर्भर, सोनभद्र में लगेंगे 11 पावर प्लांट; पढ़ें- पूरी योजना

अमर उजाला नेटवर्क, सोनभद्र। Published by: वाराणसी ब्यूरो Updated Fri, 29 Aug 2025 10:02 AM IST
सार

देश में उत्तर प्रदेश को सबसे ज्यादा बिजली की जरूरत है। ऐसे में सोनभद्र जिले में 11 पावर प्लांट लगाए जाएंगे। पानी के जरिये आठ और कोयला आधारित तीन बिजलीघरों की स्थापना की जाएगी।

विज्ञापन
11 power plants will be set up in Sonbhadra for  self-sufficient in field of energy
सोनभद्र में पावर प्लांट - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

आगामी पांच साल में उत्तर प्रदेश ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन जाएगा। इसके लिए सोनभद्र को देश का पावर हब बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इसी क्रम में पंप स्टोरेज यानि पानी के जरिये आठ और कोयला आधारित तीन बिजलीघरों की स्थापना की जाएगी।


प्रोजेक्ट को मंजूरी, जगह चिह्नित होने और मृदा परीक्षण समेत अन्य प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। दावा है कि डेढ़ साल में निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। वर्ष 2030-32 तक इन परियोजनाओं के पूरा होने की उम्मीद है। इससे जिले में बिजली उत्पादन क्षमता 32970 मेगावाट हो जाएगी।
विज्ञापन
विज्ञापन


जिले में इस समय 2630 मेगावाट की अनपरा परियोजना, 2320 मेगावाट की ओबरा परियोजना, 1200 मेगावाट की लैंको परियोजना, 5000 मेगावाट की एनटीपीसी की रिहंद और सिंगरौली सुपर थर्मल पॉवर स्टेशन शक्तिनगर, 1260 मेगावाट के रेणुसागर पावर प्रोजेक्ट से बिजली उत्पादन किया जा रहा है। इसके अलावा 300 मेगावाट का रिहंद और 99 मेगावाट का ओबरा जल विद्युत गृह स्थापित है। कुल 12809 मेगावाट क्षमता की परियोजनाओं से प्रतिदिन 11 से 12 हजार मेगावाट बिजली पैदा की जा रही है।

यहां स्थापित किए जाने हैं नए पावर प्लांट

11 power plants will be set up in Sonbhadra for  self-sufficient in field of energy
पावर प्लांट - फोटो : अमर उजाला

सोन नदी किनारे बैजनाथ में 3600 मेगावाट, सोमा में 2400 मेगावाट, ससनई में 1750 मेगावाट, चेरूई में 1680 मेगावाट, चिचलिक में 1560 मेगावाट, झरिया में 1620 मेगावाट, पनौरा में 1500 मेगावाट, झारखंड से सटे बसुहारी में 1200 मेगावाट का पंप स्टोरेज पावर प्लांट स्थापित किए जाएंगे। बरसात के समय सोन नदी में बारिश और बाढ़ के आने वाले पानी को पंप के जरिए तीन स्टेज वाले बांध में इकट्ठा किया जाएगा।

बांध में इकट्ठा पानी के जरिये टरबाइन चलाकर जरूरत के अनुसार बिजली पैदा की जाएगी। इसके अलावा, एनटीपीसी की तरफ से ओबरा डी, अनपरा ई और शक्तिनगर में 1600-1600 मेगावाट के नए पावर प्लांट की स्थापना की जाएगी। सोन नदी के किनारे जिन जगहों पर पावर प्लांट स्थापित होने हैं, वह क्षेत्र औद्योगिक विकास से अछूता है। पावर प्लांट लगने के बाद यहां विकास के साथ साथ रोजगार भी उपलब्ध होगा।

यूपी को देश में सबसे ज्यादा बिजली की जरूरत

यूपी में अधिकतम बिजली खपत पिछले दिनों (गर्मी के मौसम में) 31486 मेगावाट थी। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का दावा था, यह आंकड़ा पूरे देश में सर्वाधिक है। कहा था, पहले एक दिन में सबसे ज्यादा बिजली आपूर्ति-खपत का रिकॉर्ड महाराष्ट्र के नाम था। अब यह रिकार्ड यूपी के नाम हो गया है। इसे लेकर सोनभद्र में 11 पावर प्लांट लगाने की पहल महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

इसे भी पढ़ें; Varanasi Murder: सिंहवार में धारदार हथियार से युवक की हत्या, खून से लथपथ पड़ा मिला शव; इलाके में मचा हड़कंप
 
अधिकारी बोले
शासन का जिले में ज्यादा से ज्यादा औद्योगिक विकास पर जोर है। जिले में 11 नए पावर प्लांट की स्थापना होनी है। निर्माण जल्द शुरू हो सके, इसके लिए डीएम के निर्देश पर औपचारिकताएं पूरी करने की कवायद चल रही है। -विनोद कुमार चौधरी, उपायुक्त उद्योग

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed