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Bageshwar News: आदेश तो बन रहे, लेकिन ईओ के हस्ताक्षर करने को लेकर संशय
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बागेश्वर। नगर पालिका के ईओ कार्यालय में एक बार फिर ताला लटक गया है। हाइकोर्ट ने बीते 31 अक्तूबर को हुई सुनवाई के बाद पालिका में प्रभारी ईओ नियुक्ति पर रोक लगा दी है। हालात यह हैं कि पालिका में अब भी दो-दो प्रभारी ईओ हैं, लेकिन आदेशों पर हस्ताक्षर करने को लेकर संशय बना हुआ है। पालिका में तैनात डिस्पैच लिपिक और लेखाकार अवकाश पर हैं। कार्य कराने के लिए आने वालों को दिक्कत हो रही है। कर्मचारियों को भी वेतन का इंतजार है।
नगर पालिका में प्रभारी ईओ के पद के लिए उपजा विवाद अब कर्मचारियों, ठेकेदारों और नगरवासियों के लिए परेशानी बन गया है। पालिका में प्रभारी ईओ के कक्ष में एक नवंबर से ताला लटका हुआ है। लोग अपनी समस्याओं को लेकर पालिका में पहुंच रहे हैं, लेकिन ईओ नहीं होने से वापस लौट रहे हैं। पालिका में विभिन्न कार्यों के लिए तैनात कर्मचारियों को अक्तूबर महीने के वेतन की चिंता सताने लगी है। पालिका से जारी विभिन्न आदेशों और पत्रों को विभागों में भेजने के लिए पत्र तो तैयार हो रहे हैं, लेकिन उन पत्रों में हस्ताक्षर करने को कोई तैयार नहीं है।
आदेशों और पत्रों को विभिन्न विभागों में भेजने और विभागों से आने वाले पत्रों को प्राप्त करने वाले डिस्पैच लिपिक अवकाश पर हैं। कर्मचारियों के वेतन और अन्य भुगतान करने के लिए तैनात लेखाकार के पटल में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। वरिष्ठ लिपिक और 31 अक्तूबर तक प्रभारी ईओ के पद पर तैनात विजय सिंह कनवासी और पूर्व में प्रभारी ईओ की जिम्मेदारी में रह चुके कर निरीक्षक हयात सिंह परिहार अपने कार्यालय में उपस्थित हैं। लेकिन ईओ के कार्यालय में लटका हुआ है।
कनवासी बोलने से बचे, परिहार प्रभार लेने को तैयार
नगरपालिका की बोर्ड बैठक में प्रभारी ईओ चुने गए विजय सिंह कनवासी मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। कोर्ट के आदेश के बाद से वह ईओ कक्ष में भी नहीं बैठ रहे हैं। पूर्व में प्रभारी ईओ की जिम्मेदारी निभा चुके हयात सिंह परिहार का कहना है कि कोर्ट के आदेश के अनुसार वह प्रभारी ईओ हैं। हालांकि उन्हें चार्ज नहीं मिला है। नगरपालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल भी इन दिनों नगर से बाहर हैं।
नगरपालिका के ईओ कार्यालय में लटके ताले और अनुपस्थित कर्मचारियों के संबंध में एसडीएम से जांच कराई जाएगी। ताला कब और किसने लगाया इसके लिए सीसीटीवी खंगाले जाएंगे। सरकारी कार्यालय को ताले में बंद रखना उचित नहीं है।
....आकांक्षा कोंंडे, डीएम बागेश्वर
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