{"_id":"695160b8db77f74f0a047549","slug":"champawat-tops-the-state-in-pacs-computerization-champawat-news-c-229-1-cpt1009-133525-2025-12-28","type":"story","status":"publish","title_hn":"Champawat News: पैक्स कंप्यूटराइजेशन में चंपावत प्रदेश में अव्वल","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Champawat News: पैक्स कंप्यूटराइजेशन में चंपावत प्रदेश में अव्वल
संवाद न्यूज एजेंसी, चम्पावत
Updated Sun, 28 Dec 2025 10:24 PM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
चंपावत। चंपावत ने सहकारिता के क्षेत्र में डिजिटल क्रांति का ऐतिहासिक कीर्तिमान रचा है। जिले ने पैक्स कंप्यूटराइजेशन में उत्तराखंड में पहला स्थान हासिल कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ई-गवर्नेंस को मजबूत दिशा दी।
जिले में पैक्स का पूर्ण कंप्यूटराइजेशन ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पारदर्शी और सुदृढ़ बनाने की दिशा में क्रांतिकारी कदम है। इससे किसानों को बैंकिंग सुविधाओं के लिए अब शहरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। समितियों के कामकाज में पारदर्शिता बढ़ेगी और लक्ष्य है कि हर सहकारी समिति को आधुनिक और किसान हितैषी बनाया जा सके। तकनीकी मदद से जटिल कंप्यूटराइजेशन प्रक्रिया को सरल बना समय पर पूरा किया गया। डीएम मनीष कुमार की लगातार समीक्षा और सीडीओ डॉ. जीएस खाती की मॉनिटरिंग के चलते यह उपलब्धि मिली है।
राज्य के नोडल अधिकारी संयुक्त निबंधक सहकारिता मंगला प्रसाद त्रिपाठी की विशेष रणनीति के तहत एक वार रूम से सतत मॉनिटरिंग की गई। जिला सहकारी बैंक, निबंधन विभाग और तकनीकी टीम के साथ डेटा एंट्री ऑपरेटरों और वार रूम सहयोगी समिति सचिव महेश बोहरा, पीयूष जोशी और कैशियर भूपेंद्र बिष्ट ने डेटा माइग्रेशन और जीएल मैपिंग जैसे तकनीकी कार्य मिशन मोड में पूरा किए।
निबंधक सहकारी समितियां उत्तराखंड डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के मार्गदर्शन में वर्ष 2024-25 के ई-ऑडिट में जिले की 23 में से 21 एमपैक्स का कार्य सफलता पूर्वक पूरा हो चुका है। चंपावत प्रदेश में डिजिटल सहकारिता का अग्रणी मॉडल बनकर उभरा है।
कोट
चंपावत का पैक्स कंप्यूटराइजेशन में उत्तराखंड में पहले स्थान पर रहना बड़ी उपलब्धि है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जिले में लगातार विकास कार्य जिले में किए जा रहे हैं। - मनीष कुमार, डीएम, चंपावत।
Trending Videos
जिले में पैक्स का पूर्ण कंप्यूटराइजेशन ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पारदर्शी और सुदृढ़ बनाने की दिशा में क्रांतिकारी कदम है। इससे किसानों को बैंकिंग सुविधाओं के लिए अब शहरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। समितियों के कामकाज में पारदर्शिता बढ़ेगी और लक्ष्य है कि हर सहकारी समिति को आधुनिक और किसान हितैषी बनाया जा सके। तकनीकी मदद से जटिल कंप्यूटराइजेशन प्रक्रिया को सरल बना समय पर पूरा किया गया। डीएम मनीष कुमार की लगातार समीक्षा और सीडीओ डॉ. जीएस खाती की मॉनिटरिंग के चलते यह उपलब्धि मिली है।
विज्ञापन
विज्ञापन
राज्य के नोडल अधिकारी संयुक्त निबंधक सहकारिता मंगला प्रसाद त्रिपाठी की विशेष रणनीति के तहत एक वार रूम से सतत मॉनिटरिंग की गई। जिला सहकारी बैंक, निबंधन विभाग और तकनीकी टीम के साथ डेटा एंट्री ऑपरेटरों और वार रूम सहयोगी समिति सचिव महेश बोहरा, पीयूष जोशी और कैशियर भूपेंद्र बिष्ट ने डेटा माइग्रेशन और जीएल मैपिंग जैसे तकनीकी कार्य मिशन मोड में पूरा किए।
निबंधक सहकारी समितियां उत्तराखंड डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के मार्गदर्शन में वर्ष 2024-25 के ई-ऑडिट में जिले की 23 में से 21 एमपैक्स का कार्य सफलता पूर्वक पूरा हो चुका है। चंपावत प्रदेश में डिजिटल सहकारिता का अग्रणी मॉडल बनकर उभरा है।
कोट
चंपावत का पैक्स कंप्यूटराइजेशन में उत्तराखंड में पहले स्थान पर रहना बड़ी उपलब्धि है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जिले में लगातार विकास कार्य जिले में किए जा रहे हैं। - मनीष कुमार, डीएम, चंपावत।

कमेंट
कमेंट X