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Haridwar News: अकाउंटेंट ने शराब कारोबारी की चेकबुक से उड़ाए लाखों
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हरिद्वार। शराब व्यवसाय से जुड़े एक कारोबारी ने अपने ही अकाउंटेंट पर फर्म के खाते से लाखों रुपये निकालने का आरोप लगाया है। आरोप है कि लेखाकार ने केवल फर्म की चेकबुक का दुरुपयोग किया और मोबाइल नंबर तक बदलकर लंबे समय तक मालिक से ठगी छिपाए रखी। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, हल्द्वानी निवासी कारोबारी सचिन जायसवाल ने पुलिस को बताया कि उन्होंने वर्ष 2014 में पत्नी गुंजन जायसवाल के साथ मेसर्स गुंजन जायसवाल एंड अदर्स नाम से फर्म शुरू कर बैंक ऑफ बड़ौदा, चन्द्राचार्य चौक रानीपुर मोड़ शाखा में खाता खुलवाया था। हरिद्वार में शराब बिक्री और उससे जुड़े लेनदेन की पूरी जिम्मेदारी उन्होंने अकाउंटेंट हरीश चंद्र पाल को सौंप रखी थी।
आरोप है कि इसी भरोसे का फायदा उठाते हुए हरीश ने फर्म की चेकबुक में फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपये अपने निजी खाते, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बहेड़ी में ट्रांसफर कर लिए। मामला तब खुला जब मालिक को पुरानी चेकबुक मिली और खाते में संदिग्ध ट्रांजेक्शन दिखाई दिए।
जांच में यह भी सामने आया कि अकाउंटेंट ने बैंक में मोबाइल नंबर बदलने वाले फॉर्म में अपना नंबर चढ़वा दिया था, ताकि खाते से जुड़े संदेश केवल उसी के फोन पर जाएं और धोखाधड़ी का पता न चल सके। कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने बताया कि आरोपी हरीश चंद्र पाल के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
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पुलिस के अनुसार, हल्द्वानी निवासी कारोबारी सचिन जायसवाल ने पुलिस को बताया कि उन्होंने वर्ष 2014 में पत्नी गुंजन जायसवाल के साथ मेसर्स गुंजन जायसवाल एंड अदर्स नाम से फर्म शुरू कर बैंक ऑफ बड़ौदा, चन्द्राचार्य चौक रानीपुर मोड़ शाखा में खाता खुलवाया था। हरिद्वार में शराब बिक्री और उससे जुड़े लेनदेन की पूरी जिम्मेदारी उन्होंने अकाउंटेंट हरीश चंद्र पाल को सौंप रखी थी।
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आरोप है कि इसी भरोसे का फायदा उठाते हुए हरीश ने फर्म की चेकबुक में फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपये अपने निजी खाते, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बहेड़ी में ट्रांसफर कर लिए। मामला तब खुला जब मालिक को पुरानी चेकबुक मिली और खाते में संदिग्ध ट्रांजेक्शन दिखाई दिए।
जांच में यह भी सामने आया कि अकाउंटेंट ने बैंक में मोबाइल नंबर बदलने वाले फॉर्म में अपना नंबर चढ़वा दिया था, ताकि खाते से जुड़े संदेश केवल उसी के फोन पर जाएं और धोखाधड़ी का पता न चल सके। कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने बताया कि आरोपी हरीश चंद्र पाल के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है।