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Haridwar News: नहर पटरी से अतिक्रमण हटाने का ग्रामीणों का विरोध, दो दिन की मोहलत मिली
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बहादराबाद। कस्बा बहादराबाद में राज्य सड़क मार्ग के किनारे उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की भूमि पर अतिक्रमण कर खोखे, ठेली, झुग्गी झोपड़ियों को हटाने का ग्रामीणों ने विरोध किया। इसके बाद विभाग ने अतिक्रमण हटाने के लिए दो दिन की मोहलत दी।
विभाग ने सम्राट पृथ्वीराज चौक से लेकर करीब दो किलोमीटर लंबी नहर पटरी पर बने खोखे, ठेली, झुग्गी-झोपड़ियों और अस्थायी निर्माणों को हटाने के लिए टीम पहुंची थी। दो दिन पूर्व सिंचाई विभाग ने मुनादी करवाते हुए अतिक्रमणकारियों को स्वयं अपना सामान हटाने की चेतावनी दी थी। शुक्रवार सुबह जैसे ही विभागीय अधिकारी और प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची, स्थानीय लोग नहर पटरी पर एकत्र होकर विरोध करने लगे और नारेबाजी शुरू कर दी।
ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग पक्की दुकानों पर कोई कार्रवाई नहीं करता, जबकि गरीब लोगों की झुग्गियों और अस्थायी ठेलियों को हटाने में तत्परता दिखाता है। उनका कहना है कि कई दुकानदार सुविधा शुल्क देकर वर्षों से पटरी पर कब्जा किए हुए हैं, लेकिन विभाग की कार्रवाई हमेशा कमजोर वर्ग पर ही होती है। हंगामे की सूचना पर थानाध्यक्ष अंकुर शर्मा मौके पर पहुंचे और विभागीय कर्मचारियों व ग्रामीणों से बातचीत कर स्थिति को शांत किया।
दोनों पक्षों की सहमति से दो दिन की मोहलत दी गई है, ताकि विभाग आवश्यक कानूनी नोटिस दे सके। प्रभावित लोगों को अपना सामान हटाने का समय मिल सके। डीआरओ अधिकारी मुनेश शर्मा ने कहा कि कार्रवाई विभागीय निर्देशों के तहत की जा रही है और नियमानुसार आगे की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। विरोध करने वालों में ग्राम प्रधान नीरज चौहान, दाताराम चौहान, अमित सिंघानिया, अमित कुमार, मनोज चौहान आदि शामिल रहे।
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विभाग ने सम्राट पृथ्वीराज चौक से लेकर करीब दो किलोमीटर लंबी नहर पटरी पर बने खोखे, ठेली, झुग्गी-झोपड़ियों और अस्थायी निर्माणों को हटाने के लिए टीम पहुंची थी। दो दिन पूर्व सिंचाई विभाग ने मुनादी करवाते हुए अतिक्रमणकारियों को स्वयं अपना सामान हटाने की चेतावनी दी थी। शुक्रवार सुबह जैसे ही विभागीय अधिकारी और प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची, स्थानीय लोग नहर पटरी पर एकत्र होकर विरोध करने लगे और नारेबाजी शुरू कर दी।
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ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग पक्की दुकानों पर कोई कार्रवाई नहीं करता, जबकि गरीब लोगों की झुग्गियों और अस्थायी ठेलियों को हटाने में तत्परता दिखाता है। उनका कहना है कि कई दुकानदार सुविधा शुल्क देकर वर्षों से पटरी पर कब्जा किए हुए हैं, लेकिन विभाग की कार्रवाई हमेशा कमजोर वर्ग पर ही होती है। हंगामे की सूचना पर थानाध्यक्ष अंकुर शर्मा मौके पर पहुंचे और विभागीय कर्मचारियों व ग्रामीणों से बातचीत कर स्थिति को शांत किया।
दोनों पक्षों की सहमति से दो दिन की मोहलत दी गई है, ताकि विभाग आवश्यक कानूनी नोटिस दे सके। प्रभावित लोगों को अपना सामान हटाने का समय मिल सके। डीआरओ अधिकारी मुनेश शर्मा ने कहा कि कार्रवाई विभागीय निर्देशों के तहत की जा रही है और नियमानुसार आगे की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। विरोध करने वालों में ग्राम प्रधान नीरज चौहान, दाताराम चौहान, अमित सिंघानिया, अमित कुमार, मनोज चौहान आदि शामिल रहे।