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Pithoragarh News: चार साल में 77,615 यात्रियों ने किए आदि कैलाश के दर्शन
संवाद न्यूज एजेंसी, पिथौरागढ़
Updated Mon, 01 Dec 2025 11:24 PM IST
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आदि कैलाश का आकर्षक नजारा। संवाद
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पिथौरागढ़। उच्च हिमालयी क्षेत्र में कड़ाके की ठंड के चलते इस सीजन की आदि कैलाश यात्रा बंद हो गई है। इस वर्ष 36,526 यात्रियों ने व्यास घाटी स्थित आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन कर भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न किया। धारचूला प्रशासन ने रविवार को छह पास जारी किए।
वर्ष 1991 में केएमवीएन की ओर से आदि कैलाश यात्रा शुरू की गई। दो दशक तक यह यात्रा बेहद दुर्लभ थी। ग्रिफ की ओर से उच्च हिमालयी क्षेत्र में सड़क बनाने से यात्रा बेहद सुगम हो गई। पहले यात्रा में जहां 11 दिन का समय लगता था अब वह दो दिन में ही पूरी हो जा रही है। उप जिलाधिकारी कार्यालय धारचूला से मिले आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 में 1757 यात्री आदि कैलाश के दर्शन को पहुंचे। इसके बाद आवागमन शुरू होने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद यात्रा में काफी उछाल आया। 2023 में 10,025, 2024 में 29,352 और इस साल 36,526 यात्रियों ने पंच कैलाश में दूसरा माने जाने वाले आदि कैलाश के दर्शन किए। पिछले चार वर्षों में अब तक कुल 77,615 यात्रियों ने आदि कैलाश के दर्शन किए। अधिक ठंड के चलते आदि कैलाश स्थित पार्वती और गौरी कुंड का पानी जम गया है। उच्च हिमालयी क्षेत्र में मौसम सुहावना है लेकिन यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए इनर लाइन पास बंद कर दिए गए हैं।
बाक्स
10 हजार से अधिक यात्रियों ने किए कैलाश दर्शन
उप जिलाधिकारी धारचूला जितेंद्र वर्मा ने बताया कि 30 मई से यात्रा शुरू हुई। सेना की अनुमति से 10,000 से अधिक यात्रियों ने ओल्ड लिपुपास से भगवान भोलेनाथ की नगरी कैलाश मानसरोवर के दर्शन किए। सड़क सुविधा के चलते काफी संख्या में यात्री आने से होटल, होम स्टे और वाहन संचालकों को बेहतर रोजगार मिला। क्षेत्र में अब पर्यटकों के लिए सुविधाओं में इजाफा हो रहा है। साथ ही लोगों की अर्थ व्यवस्था भी बढ़ रही है। संवाद
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वर्ष 1991 में केएमवीएन की ओर से आदि कैलाश यात्रा शुरू की गई। दो दशक तक यह यात्रा बेहद दुर्लभ थी। ग्रिफ की ओर से उच्च हिमालयी क्षेत्र में सड़क बनाने से यात्रा बेहद सुगम हो गई। पहले यात्रा में जहां 11 दिन का समय लगता था अब वह दो दिन में ही पूरी हो जा रही है। उप जिलाधिकारी कार्यालय धारचूला से मिले आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 में 1757 यात्री आदि कैलाश के दर्शन को पहुंचे। इसके बाद आवागमन शुरू होने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद यात्रा में काफी उछाल आया। 2023 में 10,025, 2024 में 29,352 और इस साल 36,526 यात्रियों ने पंच कैलाश में दूसरा माने जाने वाले आदि कैलाश के दर्शन किए। पिछले चार वर्षों में अब तक कुल 77,615 यात्रियों ने आदि कैलाश के दर्शन किए। अधिक ठंड के चलते आदि कैलाश स्थित पार्वती और गौरी कुंड का पानी जम गया है। उच्च हिमालयी क्षेत्र में मौसम सुहावना है लेकिन यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए इनर लाइन पास बंद कर दिए गए हैं।
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10 हजार से अधिक यात्रियों ने किए कैलाश दर्शन
उप जिलाधिकारी धारचूला जितेंद्र वर्मा ने बताया कि 30 मई से यात्रा शुरू हुई। सेना की अनुमति से 10,000 से अधिक यात्रियों ने ओल्ड लिपुपास से भगवान भोलेनाथ की नगरी कैलाश मानसरोवर के दर्शन किए। सड़क सुविधा के चलते काफी संख्या में यात्री आने से होटल, होम स्टे और वाहन संचालकों को बेहतर रोजगार मिला। क्षेत्र में अब पर्यटकों के लिए सुविधाओं में इजाफा हो रहा है। साथ ही लोगों की अर्थ व्यवस्था भी बढ़ रही है। संवाद

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