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Pithoragarh News: चालक, परिचालकों की कमी से बस सेवा प्रभावित
संवाद न्यूज एजेंसी, पिथौरागढ़
Updated Mon, 08 Dec 2025 11:06 PM IST
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पिथौरागढ़ के रोडवेज वर्कशॉप में चालक और परिचालकों की कमी से खड़ीं बसें। संवाद
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पिथौरागढ़। सीमांत जिले में रोडवेज बस सेवा पटरी पर नहीं आ पा रही है। डिपो बसों के लिए टायरों के साथ ही चालक और परिचालकों की कमी से जूझ रहा है। डिपो के पास सभी बसों को संचालित करने के लिए छह चालक तो 13 परिचालक नहीं हैं। हालात यह हैं कि चालक और परिचालकों की कमी से हर रोज तीन से चार सेवाओं का संचालन रोकना पड़ रहा है इसकी सीधी मार यात्रियों को सहनी पड़ रही है। बसों की कमी से यात्री टैक्सी के भरोसे सफर करने के लिए मजबूर हैं।
पिथौरागढ़ डिपो के बेड़े में 64 बसें शामिल हैं। इन सभी बसों के संचालन के लिए डिपो के पास छह चालक और 13 परिचालक नहीं हैं। चालक और परिचालकों की कमी से डिपो के लिए आए दिन टनकपुर, हल्द्वानी, देहरादून रूट पर तीन से चार सेवाओं का संचालन रोकना मजबूरी बन गया है। ऐसे में सड़कों पर बसों की कमी से यात्री बेबस हैं। यात्रियों को इन रूटों पर सफर करने के लिए पर्याप्त बस नहीं मिल रहीं हैं और वे टैक्सी में अधिक किराया देकर आवाजाही करने के लिए मजबूर हैं। डिपो निगम से कई बार चालक और परिचालकों की मांग कर चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
टायर नहीं मिले तो वर्कशाप से बाहर नहीं निकल सकीं 14 बसें
पिथौरागढ़ डिपो बदहाली की मार झेल रहा है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक सप्ताह पूर्व टायरों के अभाव में छह बसें पिथौरागढ़ वर्कशॉप में तो आठ बसें टनकपुर वर्कशॉप में खड़ीं हो गईं थी। हैरानी है कि अब तक इन बसों के लिए नए टायर नहीं मिल सके और वे वर्कशॉप से बाहर नहीं निकल सकीं हैं।
कोट
डिपो में चालक और परिचालकों की जरूरत है। निगम से इनकी मांग की गई है। चालक और परिचालकों की नियुक्ति से संचालन पटरी पर आ जाएगा। - रवि शेखर कापड़ी, एआरएम, पिथौरागढ़ डिपो
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पिथौरागढ़ डिपो के बेड़े में 64 बसें शामिल हैं। इन सभी बसों के संचालन के लिए डिपो के पास छह चालक और 13 परिचालक नहीं हैं। चालक और परिचालकों की कमी से डिपो के लिए आए दिन टनकपुर, हल्द्वानी, देहरादून रूट पर तीन से चार सेवाओं का संचालन रोकना मजबूरी बन गया है। ऐसे में सड़कों पर बसों की कमी से यात्री बेबस हैं। यात्रियों को इन रूटों पर सफर करने के लिए पर्याप्त बस नहीं मिल रहीं हैं और वे टैक्सी में अधिक किराया देकर आवाजाही करने के लिए मजबूर हैं। डिपो निगम से कई बार चालक और परिचालकों की मांग कर चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
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टायर नहीं मिले तो वर्कशाप से बाहर नहीं निकल सकीं 14 बसें
पिथौरागढ़ डिपो बदहाली की मार झेल रहा है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक सप्ताह पूर्व टायरों के अभाव में छह बसें पिथौरागढ़ वर्कशॉप में तो आठ बसें टनकपुर वर्कशॉप में खड़ीं हो गईं थी। हैरानी है कि अब तक इन बसों के लिए नए टायर नहीं मिल सके और वे वर्कशॉप से बाहर नहीं निकल सकीं हैं।
कोट
डिपो में चालक और परिचालकों की जरूरत है। निगम से इनकी मांग की गई है। चालक और परिचालकों की नियुक्ति से संचालन पटरी पर आ जाएगा। - रवि शेखर कापड़ी, एआरएम, पिथौरागढ़ डिपो

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