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Pithoragarh News: तीन बच्चों की मां से विवाह होता तो वंश नहीं बढ़ता आगे, हटा दिया रास्ते से
संवाद न्यूज एजेंसी, पिथौरागढ़
Updated Fri, 12 Dec 2025 11:25 PM IST
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पिथौरागढ़। पहले से ही तीन बच्चों की मां चौथी बार गर्भवती नहीं हो सकती थी। ऐसा इसलिए कि सिजेरियन से तीन बच्चों को जन्म देने के बाद मेडिकली वह चौथे बच्चे की मां नहीं बन सकती थी। यह राज उसने प्रेमी के पिता को बता दिया जो उसकी हत्या का कारण बन गया। प्रेमी के पिता ने वंश आगे न बढ़ने की चिंता में महिला को नदीं में फेंक दिया। उसने बेटे के साथ ही दो चचेरे भाईयों को इसमें शामिल कर हत्यारा बना दिया।
बेड़ीनाग में बीते बृहस्पतिवार को महिला के लापता होने के मामले से पुलिस ने पर्दा उठाया था। दरअसल बागेश्वर जिले के किसमिला निवासी विजय प्रसाद (22) का लंबे समय से दड़मेत, बेड़ीनाग निवासी सुनीता देवी (40) के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था जो विवाहित और 20 साल के बेटे, 17 साल की बेटी और और छह साल के बेटे की मां थी। प्रेम में पागल प्रेमिका तीनों बच्चों, पति और परिजनों को छोड़कर प्रेमी के संग भागकर उसके घर चले गई। प्रेमी के परिजनों को उसने यह बता बताई कि उसने सिजेरियन ऑपरेशन से तीनों बच्चों को जन्म दिया और अब वह चौथे बच्चे की मां नहीं बन सकती। ऐसे में इकलौता पुत्र होने और वंश आगे नहीं बढ़ने की चिंता प्रेमी के पिता के दिल में घर कर गई।
काफी समझाने के बाद भी बेटा महिला को छोड़ने के राजी नहीं हुआ तो उसने उसे रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। किसी तरह बेटे को समझा-बुझाकर उसने उसके साथ ही चचेरे भाईयों हरीश राम (43) और बलवंत राम (45) को उसकी हत्या करने के लिए मनाया। तीनों महिला को रामगंगा नदी किनारे ले गए और उसे इसमें फेंक दिया। पुलिस के मुताबिक प्रेमी के पिता रमेश राम ने बताया कि यदि वह अपने इकलौते बेटे का विवाह महिला से कर देते तो उनका वंश यहीं पर समाप्त हो जाता। ऐसे में उसने इस गंभीर समस्या से छुटकारा पाने के लिए महिला को रास्ते से हटाने का षडयंत्र रचना पड़ा।
बेटे के विवाह की उम्र में मां को हुआ प्रेम
सुनीता देवी का पति और बड़ा बेटा 20 वर्षीय बसंत राम मुंबई में प्राइवेट नौकरी करता है। पत्नी दो बच्चों के साथ घर पर रहती थी। पति को यह भनक लगी कि तीन बच्चों की मां उसकी पत्नी प्रेम जाल में फंसी है। बेटे के विवाह की उम्र में मां को प्रेम हुआ और वह भागकर प्रेमी के घर पहुंच गई। जब वह लापता हुई तो बड़े बेटे बसंत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मां का पता लगने पर इसकी जानकारी देने की अपील की। बेटे को मां की चिंता थी लेकिन सुनीता अपने तीनों बच्चों की चिंता छोड़कर प्रेमी के साथ भाग गई जो उसकी मौत का कारण बना। तीनों बच्चों को यकीन नहीं हो रहा है कि उनकी मां इसके कदर प्रेम के पागल हो गई जो उसकी मौत की वजह बन गया। संवाद
वंश बढ़ाने की चाहत में पिता ने इकलौते बेटे को बना दिया कातिल
रमेश राम ने अपना वंश बढ़ाने की चाहत में अपने इकलौते बेटे को कातिल बना दिया। पुलिस के मुताबिक, विजय सुनीता देवी से विवाह करना चाहता था। सुनीता ने उसे भविष्य में मां न बन पाने की बात बताई थी। इसके बाद भी विजय उसे अपनाना चाहता था। पिता को यह नागवार गुजरा। जिस बेटे के जरिए वह अपना वंश आगे बढ़ाना चाहता था उसने उसे ही कातिल बना दिया।
कोट
प्रेमी के पिता ने पूछताछ में बताया कि महिला चौथे बच्चे की मां नहीं बन सकती थी। ऐसे में उसका वंश आगे नहीं बढ़ सकता था। इसी कारण उसने महिला की हत्या का षडयंत्र रचा। इसमें उसके बेटे के साथ ही चचेरे भाईयों ने उसका साथ दिया। - गोविंद बल्लभ जोशी, सीओ, पिथौरागढ़
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बेड़ीनाग में बीते बृहस्पतिवार को महिला के लापता होने के मामले से पुलिस ने पर्दा उठाया था। दरअसल बागेश्वर जिले के किसमिला निवासी विजय प्रसाद (22) का लंबे समय से दड़मेत, बेड़ीनाग निवासी सुनीता देवी (40) के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था जो विवाहित और 20 साल के बेटे, 17 साल की बेटी और और छह साल के बेटे की मां थी। प्रेम में पागल प्रेमिका तीनों बच्चों, पति और परिजनों को छोड़कर प्रेमी के संग भागकर उसके घर चले गई। प्रेमी के परिजनों को उसने यह बता बताई कि उसने सिजेरियन ऑपरेशन से तीनों बच्चों को जन्म दिया और अब वह चौथे बच्चे की मां नहीं बन सकती। ऐसे में इकलौता पुत्र होने और वंश आगे नहीं बढ़ने की चिंता प्रेमी के पिता के दिल में घर कर गई।
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काफी समझाने के बाद भी बेटा महिला को छोड़ने के राजी नहीं हुआ तो उसने उसे रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। किसी तरह बेटे को समझा-बुझाकर उसने उसके साथ ही चचेरे भाईयों हरीश राम (43) और बलवंत राम (45) को उसकी हत्या करने के लिए मनाया। तीनों महिला को रामगंगा नदी किनारे ले गए और उसे इसमें फेंक दिया। पुलिस के मुताबिक प्रेमी के पिता रमेश राम ने बताया कि यदि वह अपने इकलौते बेटे का विवाह महिला से कर देते तो उनका वंश यहीं पर समाप्त हो जाता। ऐसे में उसने इस गंभीर समस्या से छुटकारा पाने के लिए महिला को रास्ते से हटाने का षडयंत्र रचना पड़ा।
बेटे के विवाह की उम्र में मां को हुआ प्रेम
सुनीता देवी का पति और बड़ा बेटा 20 वर्षीय बसंत राम मुंबई में प्राइवेट नौकरी करता है। पत्नी दो बच्चों के साथ घर पर रहती थी। पति को यह भनक लगी कि तीन बच्चों की मां उसकी पत्नी प्रेम जाल में फंसी है। बेटे के विवाह की उम्र में मां को प्रेम हुआ और वह भागकर प्रेमी के घर पहुंच गई। जब वह लापता हुई तो बड़े बेटे बसंत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मां का पता लगने पर इसकी जानकारी देने की अपील की। बेटे को मां की चिंता थी लेकिन सुनीता अपने तीनों बच्चों की चिंता छोड़कर प्रेमी के साथ भाग गई जो उसकी मौत का कारण बना। तीनों बच्चों को यकीन नहीं हो रहा है कि उनकी मां इसके कदर प्रेम के पागल हो गई जो उसकी मौत की वजह बन गया। संवाद
वंश बढ़ाने की चाहत में पिता ने इकलौते बेटे को बना दिया कातिल
रमेश राम ने अपना वंश बढ़ाने की चाहत में अपने इकलौते बेटे को कातिल बना दिया। पुलिस के मुताबिक, विजय सुनीता देवी से विवाह करना चाहता था। सुनीता ने उसे भविष्य में मां न बन पाने की बात बताई थी। इसके बाद भी विजय उसे अपनाना चाहता था। पिता को यह नागवार गुजरा। जिस बेटे के जरिए वह अपना वंश आगे बढ़ाना चाहता था उसने उसे ही कातिल बना दिया।
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प्रेमी के पिता ने पूछताछ में बताया कि महिला चौथे बच्चे की मां नहीं बन सकती थी। ऐसे में उसका वंश आगे नहीं बढ़ सकता था। इसी कारण उसने महिला की हत्या का षडयंत्र रचा। इसमें उसके बेटे के साथ ही चचेरे भाईयों ने उसका साथ दिया। - गोविंद बल्लभ जोशी, सीओ, पिथौरागढ़

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