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Pithoragarh News: एलएसएम परिसर में विज्ञान पढ़ाने के लिए नहीं हैं प्राध्यापक
संवाद न्यूज एजेंसी, पिथौरागढ़
Updated Sat, 29 Nov 2025 11:09 PM IST
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पिथौरागढ़। एलएसएम महाविद्यालय को परिसर का दर्जा तो मिला लेकिन यहां शिक्षा व्यवस्था बेहतर नहीं हो सकी हैं। वैज्ञानिक युग में परिसर में विद्यार्थियों को विज्ञान का ज्ञान देने के लिए प्राध्यापक नहीं हैं। विज्ञान विभाग में प्राध्यापकों के 29 पद स्वीकृत हैं। इसके सापेक्ष सिर्फ 13 प्राध्यापक तैनात हैं। ऐसे में स्थानीय स्तर पर विद्यार्थियों को बेहतर उच्च शिक्षा देने के दावे हवाई साबित हुए हैं।
एलएसएम महाविद्यालय को परिसर का दर्जा मिलने के बाद यहां शिक्षा व्यवस्था बेहतर होने की उम्मीद थी जो परवान नहीं चढ़ सकी है। परिसर में विज्ञान विभाग में प्राध्यापकों की कमी अब भी दूर नहीं हो सकी है। परिसर में वनस्पति विज्ञान, जीव विज्ञान, जंतु विज्ञान, रसायन विज्ञान, भू-विज्ञान विभाग में प्राध्यापकों के 29 पद स्वीकृत हैं। हैरानी है कि सिर्फ छह स्थायी प्राध्यापक इन विभागों में तैनात हैं। सात पदों पर अस्थायी प्राध्यापकों की तैनाती की गई है। इसके बाद भी प्राध्यापकों के 16 पद रिक्त हैं। परिसर में बीएससी और एमएससी में दो हजार से अधिक विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया है। हैरानी है कि इन विद्यार्थियों को विज्ञान का बेहतर ज्ञान देने के लिए प्राध्यापकों की नियुक्ति करना सिस्टम भूल गया है जबकि उच्च शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के दावे हर मंच पर हो रहे हैं।
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विज्ञान का ज्ञान लेने के लिए परिसर ही एकमात्र केंद्र
जिले में परिसर के अलावा छह महाविद्यालय संचालित हैं। अधिकांश महाविद्यालयों में विज्ञान संकाय संचालित नहीं है। ऐसे में जिले भर के विद्यार्थियों को विज्ञान का ज्ञान लेने के लिए परिसर का ही सहारा है। यहां भी प्राध्यापक न होने से विद्यार्थियों को विज्ञान का बेहतर ज्ञान मिलना मुश्किल हो रहा है। सिस्टम की इस अनदेखी से जिले भर के विद्यार्थी हैरान भी हैं और परेशान भी। संवाद
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विज्ञान विभाग में प्राध्यापकों के पदों का विवरण
विभाग पद स्थायी अस्थायी रिक्त
वनस्पति विज्ञान 6 2 1 3
भौतिक विज्ञान 5 1 0 4
जंतु विज्ञान 7 1 4 2
रसायन विज्ञान 8 1 1 6
भू-विज्ञान 3 1 1 1
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कोट
परिसर में प्राध्यापकों के रिक्त पदों की सूचना निदेशालय को दी गई है। रिक्त पदों पर निदेशालय स्तर पर ही संभव है। - डॉ. हेम चंद्र पांडे, निदेशक, एलएसएम परिसर, पिथौरागढ़
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एलएसएम महाविद्यालय को परिसर का दर्जा मिलने के बाद यहां शिक्षा व्यवस्था बेहतर होने की उम्मीद थी जो परवान नहीं चढ़ सकी है। परिसर में विज्ञान विभाग में प्राध्यापकों की कमी अब भी दूर नहीं हो सकी है। परिसर में वनस्पति विज्ञान, जीव विज्ञान, जंतु विज्ञान, रसायन विज्ञान, भू-विज्ञान विभाग में प्राध्यापकों के 29 पद स्वीकृत हैं। हैरानी है कि सिर्फ छह स्थायी प्राध्यापक इन विभागों में तैनात हैं। सात पदों पर अस्थायी प्राध्यापकों की तैनाती की गई है। इसके बाद भी प्राध्यापकों के 16 पद रिक्त हैं। परिसर में बीएससी और एमएससी में दो हजार से अधिक विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया है। हैरानी है कि इन विद्यार्थियों को विज्ञान का बेहतर ज्ञान देने के लिए प्राध्यापकों की नियुक्ति करना सिस्टम भूल गया है जबकि उच्च शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के दावे हर मंच पर हो रहे हैं।
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विज्ञान का ज्ञान लेने के लिए परिसर ही एकमात्र केंद्र
जिले में परिसर के अलावा छह महाविद्यालय संचालित हैं। अधिकांश महाविद्यालयों में विज्ञान संकाय संचालित नहीं है। ऐसे में जिले भर के विद्यार्थियों को विज्ञान का ज्ञान लेने के लिए परिसर का ही सहारा है। यहां भी प्राध्यापक न होने से विद्यार्थियों को विज्ञान का बेहतर ज्ञान मिलना मुश्किल हो रहा है। सिस्टम की इस अनदेखी से जिले भर के विद्यार्थी हैरान भी हैं और परेशान भी। संवाद
विज्ञान विभाग में प्राध्यापकों के पदों का विवरण
विभाग पद स्थायी अस्थायी रिक्त
वनस्पति विज्ञान 6 2 1 3
भौतिक विज्ञान 5 1 0 4
जंतु विज्ञान 7 1 4 2
रसायन विज्ञान 8 1 1 6
भू-विज्ञान 3 1 1 1
कोट
परिसर में प्राध्यापकों के रिक्त पदों की सूचना निदेशालय को दी गई है। रिक्त पदों पर निदेशालय स्तर पर ही संभव है। - डॉ. हेम चंद्र पांडे, निदेशक, एलएसएम परिसर, पिथौरागढ़

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