Uttarakhand: आंगन में पहुंचे तीन भालू...पशुओं के लिए रखा चारा चट कर गए, घर के भीतर दुबका रहा पूरा परिवार
नाचनी से लगे धामी और फल्याटी गांवों में भालुओं की दहशत थमने का नाम नहीं ले रही है। धामी गांव में तीन भालू आंगन में धमक पड़े और पूरा परिवार घर के भीतर दुबका रहा। भालू पशुओं के लिए रखा दाना-चारा चट कर गए।
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पिथौरागढ़ जिले के नाचनी से लगे धामी और फल्याटी गांवों में भालुओं की दहशत थमने का नाम नहीं ले रही है। धामी गांव में तीन भालू आंगन में धमक पड़े और पूरा परिवार घर के भीतर दुबका रहा। भालू पशुओं के लिए रखा दाना-चारा चट कर गए। आबादी में भालुओं की धमक से ग्रामीणों के साथ ही आसपास के लोग दहशत में हैं।
सोमवार की मध्य रात्रि में तीन भालू धामी गांव निवासी मोहन सिंह के घर पर आ धमके। वह पशुओं के लिए पकाया गया दाला खाने लगे। पतीले की आवाज सुनकर मोहन सिंह की बेटी ने खिड़की से झांक कर देखा तो दो बड़े और एक छोटे भालू को पतीले से दाला खाते देख उसके होश उड़ गए। उसने मां-पिता को जगाकर भालुओं के आने की बात बताई। साथ ही अंदर से भालुओं की वीडियो भी बना ली। बाद में शोर मचाने पर भालू जंगल की ओर भाग गए।
इससे पूर्व रविवार की रात धामीगांव के ही नारायण सिंह दशौनी के घर पर भालू सीढ़ी चढ़कर दूसरी मंजिल पर पहुंच गया। भालू वहां मल-मूत्र कर डेयरी में रखे दूध के बर्तनों को उलट-पुलट कर गया। भालुओं के लगातार गांव धमकने से ग्रामीण काफी भयभीत है। उन्होंने हिंसक जंगली जानवरों पर नियंत्रण के लिए ठोस नीति बनाने की मांग की है।
धामी, फल्याटी गांव में भालुओं के आने की जानकारी मिलने पर वन दरोगा त्रिलोक सिंह राणा के नेतृत्व में एक टीम भेजी है। टीम ग्रामीणों को जागरूक करने के साथ ही रात में भालुओं को भगाने का कार्य करेगी दी है। - लवराज सिंह पांगती, वन क्षेत्राधिकारी मुनस्यारी

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