भारत ने कोरोना के खिलाफ टीकाकरण में रिकॉर्ड हासिल कर लिया है। चीन के बाद टीकाकरण करने वाला दूसरा देश अब भारत है हालांकि चीन के आंकड़ों पर भरोसा नहीं किया जा सकता। पश्चिमी देश के विशेषज्ञ मानते हैं कि चीन ने युवाओं के टीकाकरण के आंकड़े बहुत स्पष्ट रुप से नहीं दिए हैं। इस लिहाज से भी भारत में यह रिकॉर्ड विश्व में अलग पहचान रखता है।
जानकार कह रहे हैं कि दूसरी लहर के बाद सर्वे में देखा गया कि 67% लोगों को कोरोना संक्रमण हो चुका है। जिन्हें संक्रमण हो चुका है उन्हें एक खुराक भी काफी हद तक सुरक्षा दे रही है। अब हमारा प्रयास यह है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को दोनों खुराक मिल जाए जिससे कि देशभर में सुरक्षा चक्र स्थापित हो जाए।
कुछ विशेषज्ञों ने बताया कि इससे पहले अन्य वैक्सीन के मामले में हमने 90% कामयाबी हासिल की है पर कोरोना के टीकाकरण में इस लक्ष्य को हासिल करना थोड़ा मुश्किल है। कुछ विशेषज्ञ डॉक्टर यह भी कहते हैं कि कोरोना अपना स्वरूप बदल चुका है इसलिए भी वैक्सीनेशन का दायरा और तेजी से बढ़ाना होगा।
100 करोड़ का डोज एक उपलब्धि जरूर है पर यह पर्याप्त नहीं है। आने वाले महीनों में त्योहार है और भारत के संदर्भ में यदि बात की जाए तो भारत में त्योहारों पर लोग वाकई लापरवाह हो जाते हैं ।हमारे पास दूसरे देशों के उदाहरण है जिससे हम सीख सकते हैं कि जिन देशों ने लापरवाही की है उनके यहां कोरोना के केस कैसे बढ़े हैं। निश्चित ही 100 करोड़ का लक्ष्य हासिल करना भारतवासी होने के नाते एक गर्व का विषय है पर अभी मंजिल और भी हैं और रास्ते तय करने बाकी है।
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