नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी आंदोलन का आज तीसरा दिन है। पूरे देश का कंट्रोल सेना ने अपने हाथ में ले लिया है। इसके बाद भी कई इलाकों में हिंसा जारी है। प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार शाम को सुप्रीम कोर्ट में आग लगा दी थी, जिसके चलते 25 हजार से ज्यादा केस फाइलें राख में बदल गईं। वहीं, आज सेना ने 27 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। यहां हिंसक प्रदर्शन में अब तक 24 लोगों की मौत हुई, जबकि 400 से ज्यादा लोग घायल हैं। आंदोलनकारियों ने कल नेपाल के 3 प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा, झालानाथ खलान और पुष्प कमल दहल प्रचंड के घर में आग लगा दी।
पूर्व पीएम झालानाथ खनाल के घर में आग लगाने से उनकी पत्नी राजलक्ष्मी चित्रकार गंभीर रूप से जल गईं। उन्हें तुरंत कीर्तिपुर बर्न अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को उनके घर में घुसकर पीटा, जबकि वित्त मंत्री विष्णु पौडेल को काठमांडू में उनके घर के पास दौड़ा-दौड़ाकर मारा।प्रदर्शनकारियों ने विश्व प्रसिद्ध अमेरिकी आर्किटेक्ट लुईस आई कान के डिजाइन की गई स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय की एक इमारत में आग लगा दी थी, जिससे उसे नुकसान पहुंचा। नेपाल में प्रदर्शन के बाद लोगों ने दुकानों और मॅाल में जमकर लूटपाट की। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें लोग स्टोर से कपड़े चोरी करते और चीजों को तोड़-फोड़ करते नजर आ रहे हैं। नेपाल के दिल्लीबाजार जेल से कैदियों ने भागने की कोशिश की, हालांकि वो इसमें कामयाब नहीं रहे। सेना ने बताया कि स्थिति को काबू करने के लिए सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी गई है। कैदी सड़कों पर नारे लगाते हुए उतर आए थे, जबकि सेना ने आवाजाही रोकने के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी है।
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